अमरावती

18वीं महाराष्ट्र राज्यबाल नाट्य स्पर्धा का शुभारंभ

दो साल के पश्चात स्थानीय बाल कलाकारों में दिखा उत्साह

* रविवार से संत ज्ञानेश्वर नाट्यगृह में तीन दिवसीय आयोजन
* सांस्कृतिक कार्य संचनालय का उपक्रम
अमरावती / दि.21- महाराष्ट्र राज्य सांस्कृतिक कार्य संचनालय की ओर से स्थानीय ज्ञानेश्वर नाट्यगृह में तीन दिवसीय महाराष्ट्र राज्य बालनाट्य स्पर्धा का आयोजन किया गया था. जिसका रविवार को विधिवत उद्घाटन सातवीं बाल नाट्यगृह स्पर्धा में रजत पदक विजेता बाल कलाकार पयोश्णी ठाकुर के हस्ते किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता मराठी नाट्य परिषद के उपाध्यक्ष एड. प्रशांत देशपांडे ने की.
रविवार को संत ज्ञानेश्वर नाट्यगृह में आयोजित 18वीं महाराष्ट्र राज्य बालनाट्य स्पर्धा समारोह में बाल कलाकारों ने विविध वेशभूषा धारण कर विविध नाटकों की प्रस्तुतियां दी. इस समय हमें दो साल के लंबे अंतराल के बाद यह अवसर प्राप्त हुआ है, ऐसा प्रतिपादन आनंद व्यक्त करते हुए बाल कलाकार स्वेहा तराल ने व्यक्त किया. कार्यक्रम में बडी संख्या में कला रसिक व शहरवासी उपस्थित रहकर बाल कलाकारों का उत्साह बढाए ऐसा आवाहन बालनाट्य स्पर्धा के आयोजक एड. प्रशांत देशपांडे की किया.

पहले दिन सात नाटकों की प्रस्तुती
संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में रविवार से आयोजित बालनाट्य स्पर्धा में रविवार को पहले दिन बाल कलाकारों व्दारा छह नाटकों की प्रस्तुती दी गई. जिसमें ‘बुलेट ट्रेन’, ‘खेळ मदारी वाल्यांचा’, ‘उजबोगा’, ‘बाहुली’, ‘जैसा राजा तैसी प्रजा’ व ‘आळशी राजू’ का समावेश था. तीन दिनों तक आयोजित इस स्पर्धा में 17 नाटकों की प्रस्तुती की जाएगी.

बाल कलाकारों का आत्मविश्वास बढाए
कोरोना की पार्श्वभूमि पर दो सालों के पश्चात 18वीेंं महाराष्ट्र राज्य बालनाट्य स्पर्धा का आयोजन स्थानीय संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में महाराष्ट्र राज्य सांस्कृतिक कार्य संचनालय की ओर से किया गया हैं. तीन दिनों तक चलने वाली इस स्पर्धा में सहभागी बाल कलाकारों का शहरवासी आत्मविश्वास बढाए ऐसा आवाहन राज्य के सांस्कृति मंंत्री अमित देशमुख, संचालक विभीषण चावरे, स्पर्धा के समन्वयक एड. चंद्रशेखर डोरले, सह समन्वयक श्रद्धा पाटेकर व विशाल फाटे ने किया.

इस प्रकार होगी नाटकों की प्रस्तुती
संत ज्ञानेश्वर सभागृह में रविवार से आयोजित तीन दिवसीय महाराष्ट्र राज्य बालनाट्य स्पर्धा में कुल 17 नाटकों की प्रस्तुती की जाएगी. जिसमें पहले दिन 20 मार्च रविवार को सात नाटकों की प्रस्तुती की गई. जिसमें आज सुबह 11 बजे ‘आळशी राजू’, दोपहर 12.30 बजे ‘अनाथ’, दोपहर 2 बजे ‘बुद्धाची गोष्ट’, दोपहर 3.30 बजे ‘शिवाजी म्हणता’े, शाम 5 बजे ‘बुलेट टे्रन’ नाटक की प्रस्तुती की गई. अब 23 मार्च को सुबह 11 बजे ‘’एकला चलो रे, दोपहर 12.30 बजे ‘क्षितिजाचा पलीकड’े, दोपहर 2 बजे ‘काल आज उद्या’, दोपहर 3.30 बजे ‘इस्कोट’ व शाम 5 बजे ‘राखेतून उडाला मोर ’नाटक प्रस्तुत किया जाएगा.

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