सर्वसुविधायुक्त जोग धमार्थ आयुर्वेद व पंचकर्म चिकित्सालय का शुभारंभ
आयुर्वेद व्यासपीठ सेवा प्रकल्प का अनूठा उपक्रम
* पत्रवार्ता में दी गई नये उपक्रम की जानकारी
अमरावती/दि.14– करीब 102 वर्ष पहले अमरावती जिले के सभी जरूरतमंद मरीजों को अत्यल्प दरों में आयुर्वेद चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु सन 1919 में जोग धर्मार्थ दवाखाने का प्रारंभ किया गया था. वैद्य पं. दा. मुले द्वारा स्थापित यह अमरावती का सबसे पहला धर्मार्थ दवाखाना है. जहां पर 40-50 वर्ष पूर्व सुसज्जित ऑपरेशन थिएटर सहित ओपीडी व आयपीडी बेहतरीन तरीके से कार्यरत थी. साथ ही यहां पर रोजाना 200 से 300 मरीजों की ओपीडी में जांच की जाती थी. साथ ही एक वर्ष के दौरान 1 हजार 400 ट्युबकटॉमी करने का रिकॉर्ड भी इस अस्पताल द्वारा स्थापित किया गया है. वहीं अब जोग दवाखाने में एक बार फिर आयुर्वेदिक ओपीडी शुरू हो गई है और यहां पर चुर्ण, गुटी, वटी, काढे व तेल जैसी विभिन्न आयुर्वेदिक दवाईया भी उपलब्ध है. इस आशय की जानकारी जोग विश्वस्त मंडल के अध्यक्ष डॉ. सुरेश सावदेकर तथा आयुर्वेद व्यासपीठ के केंद्रीय सेवा विभाग प्रमुख वैद्य गिरीश पेंडसे द्वारा दी गई.
यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में बताया गया कि, सर्वसुविधाओं से युक्त जोग धमार्थ आयुर्वेद व पंचकर्म चिकित्सालय में वमन, वीरेचन, बस्ती, नस्य व रक्तमोक्षण जैसे मुख्य कर्मों का समावेश रहनेवाले पंचकर्म की उत्तम सुविधा उपलब्ध रहेगी. साथ ही सर्वांग स्नेहन, स्वेदन, शिरोधारा, शिरोभ्यंग, कटीबस्ती, जानुबस्ती, हृदबस्ती, विध्दकर्म तथा अग्निकर्म की सुविधा भी यहां पर उपलब्ध करायी जायेेगी.
साथ ही इस अवसर पर आयुर्वेद व्यासपीठ के संस्थापक अध्यक्ष वैद्य विनय वेलनकर ने बताया कि, इससे पहले आयुर्वेद को केवल वात विकारों पर प्रभावी माना जाता था. साथ ही आयुर्वेदिक दवाओं का देर से असर होने की बात कही जाती थी. किंतु अब यह संकल्पना पूरी तरह से बदल गई है. आज पंचकर्म के जरिये शरीर शुध्दी करते हुए उत्तमोत्तम औषधी चिकित्सा, इतर कर्म व पथ्यों का अवलंब कर मरीज को जल्द से जल्द उपशय देना पूरी तरह संभव है. जिसके लिए जोग अस्पताल में सेवा देनेवाले वैद्य हमेशा प्रशासशिल रहेंगे. इस समय यह भी बताया गया कि, आयुर्वेद व्यासपीठ समूचे भारतवर्ष में आयुर्वेद के लिए काम करनेवाली राष्ट्रव्यापी संगठन है. जो सेवा, संशोधन, प्रचार व शिक्षा इस चतु:सूत्री पर काम करती है. व्यासपीठ द्वारा स्थायी सेवाओं के साथ-साथ प्रासंगीक सेवाएं भी दी जाती है. किंतु अमरावती में व्यासपीठ द्वारा पहली बार पूर्णकालिक सेवा प्रकल्प शुरू किया जा रहा है. जिसके तहत जोग अस्पताल में सोमवार से शनिवार तक सुबह 9 से 12 तथा सायं. 4 से 6 बजे तक मरीजों का इलाज किया जायेगा. साथ ही यहां पर सेवा प्रकल्प प्रमुख वैद्य सुनयना बोरगांवकर के नेतृत्व में वैद्य चारूस्मिता शाह, वैद्य संगीता रिठे, वैद्य जयश्री शिंगेकर, वैद्य कल्पना महाजन, वैद्य नीलिमा अतकरे, वैद्य पंकज कावरे, वैद्य रूपाली कावरे, वैद्य आकाश सांगोले, वैद्य राधिका पुंड, वैद्य विपीन टोंगले, वैद्य स्वाती टोंगले, वैद्य पल्लवी मोहोड, वैद्य रश्मी दंडे द्वारा सेवा प्रदान की जायेगी.
इस पत्रकार परिषद में जोग विश्वस्त मंडल के अध्यक्ष डॉ. सुरेश सावदेकर, सचिव विलास मराठे व विश्वस्त डॉ. अतुल आलसी भी उपस्थित थे.