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लॉ कॉलेज की एल्युमिनाय मीट रही शानदार

थ्री डी स्मृतिचिन्ह से किया गया गणमान्यों का स्वागत

अमरावती/दि.20- गत रोज स्थानीय डॉ. पंजाबराव देशमुख विधि महाविद्यालय में पूर्व विद्यार्थी सम्मेलन यानी एल्युमिनाय मीट का आयोजन किया गया था. जिसमें सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति भूषण गवई सहित मुंबई उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायमूर्ति विजय आचलिया व पूर्व न्यायमूर्ति प्रदीप देशमुख उपस्थित थे. इस अवसर पर अमरावती जिला वकील संघ द्वारा ‘ऑल जजेस आर अनसिन कोविड-19 वॉरियर्स’ की संकल्पना को लेकर साकार किये गये स्मृतिचिन्ह प्रदान करते हुए उपस्थित गणमान्यों का स्वागत किया गया. इस अवसर पर जिला वकील संघ के अध्यक्ष महेंद्र तायडे सहित एड. अशोक जैन, एड. प्रशांत देशपांडे, एड. ऋषी छाबडा व अन्य पदाधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति भूषण गवई, एनसीएलटी के सदस्य व मुंबई उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायमूर्ति प्रदीप देशमुख तथा महाराष्ट्र बिना अनुदानित निजी व्यवसायिक शिक्षा संस्था (प्रवेश व शुल्क) प्राधिकरण के अध्यक्ष व मुंबई उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायमूर्ति विजय आचलिया का थ्री डी स्मृतिचिन्ह देकर सत्कार किया. उल्लेखनीय है कि, कोविड संक्रमण काल के दौरान सभी न्यायालयों में मामलों की ऑनलाईन सुनवाई का दौर शुरू किया गया था. तथा सभी न्यायाधिशों व न्यायमूर्तियों ने अदालतों में उपस्थित रहते हुए मामलों की ऑनलाईन तरीके से सुनवाई की तथा न्यायदान का काम जारी रखा. इस संकल्पना को सामने रखते हुए यह थ्री डी स्मृतिचिन्ह अमरावती जिला वकील संघ द्वारा तैयार करवाया गया और विधि महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी सम्मेलन में हिस्सा लेने हेतु पहुंचे महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों व अब न्यायमूर्तियों के तौर पर उपलब्धिपूर्ण कार्य कर रहे न्या. भूषण गवई, न्या. प्रदीप देशमुख व न्या. विजय आचलिया का स्वागत किया गया.
* एड. अशोक जैन द्वारा लिखित तीन किताबें भी की गई भेंट
अमरावती शहर के ख्यातनाम व वरिष्ठ विधिज्ञ एड. अशोक जैन द्वारा कोविड संक्रमण काल के दौरान ‘दिवाणी प्रक्रिया संस्था की आदेशिका 7 नियम 11’, ‘आदेशिका 6, 7 व 8 (वाद-प्रतिवाद कानून)’ तथा ‘भारतीय संविधान’ नामक तीन किताबों का लेखन किया गया. जिन्हें वकीली व्यवसाय सहित विधि पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों हेतु बेहद मार्गदर्शक किताबें माना गया है. गत रोज विधि महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी सम्मेलन में हिस्सा लेने हेतु आये गणमान्यों का एड. अशोक जैन ने अपने द्वारा लिखित तीनों किताबें भेंट करते हुए स्वागत किया. इस समय सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति भूषण गवई, मुंबई हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अनिल किलोर, पूर्व न्यायमूर्ति विजय आचलिया, पूर्व न्यायमूर्ति प्रदीप देशमुख, सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता एड. जुगलकिशोर गिल्डा, जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर, शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री हर्षवर्धन देशमुख, ब्रिटेन के सॉलीसीटर साजीद शेख, डॉ. पंजाबराव देशमुख विधि महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. वर्षा देशमुख, पूर्व महापौर एड. किशोर शेलके, जिला वकील संघ के अध्यक्ष एड. महेंद्र तायडे सहित एड. प्रदीप महल्ले, एड. प्रशांत देशपांडे, एड. ऋषी छाबडा, एड. सतीश सारडा, एड. अनिल कडू, एड. सोनवने, एड. बोले, एड. पांगारकर व एड. प्रशांत यावले आदि उपस्थित थे.
इस अवसर पर सभी गणमान्यों ने एड. अशोक जैन द्वारा लिखित तीनों किताबों का अवलोकन करने के साथ ही इन किताबों को विधि क्षेत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया तथा इन किताबों के लेखन हेतु एड. अशोक जैन द्वारा किये गये प्रयासों की सराहना की.

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