वकील पति की ओर से पेट्रोल डालकर जलाने का प्रयास
पत्र परिषद में पत्नी साधना वानखडे ने किया आरोप
अमरावती/दि.26– अड. संजय वानखडे ने शरीर पर पेट्रोल डालकर जान से मारने का प्रयास 21 फरवरी को किया. वकील पेशे का लाभ उठाकर पति एड. संजय वानखडे हमारे साथ बच्चे पर भी अन्याय कर रहे है. उनके इस कृत्य को फ्रेजरपुरा पुलिस मदद करने का गंभीर आरोप एड. संजय वानखडे की पत्नी साधना वानखडे ने शुक्रवार को पत्र परिषद में किया है.
ग्राहक न्यायालय के पास रहनेवाला 21 फरवरी को पति संजय वानखडे का भतीजा श्रनय चांदणे सहित 18 -20 गुंडे लेकर आया था. इस समय उन्होंने बिसलरी में लाया पेट्रोल शरीर पर डालकर माचिस से जलाने का प्रयास किया. किंतु वह वहां से भाग गई. इस संदर्भ में 112 पर पुलिस की सहायता मांगी. पुलिस आए. उस समय 18-20 गुुुंडे भाग गये. इस घटना की शिकायत फ्रेजरपुरा थाने में दी गई. पुलिस ने रात 10.30 बजे तक बिठाकर रखा. उसी प्रकार थानेदार बनसोड ने फिर से लिखित शिकायत देने के लिए कहा. तुम्हारा पति वकील होने से हमें रूकावट आती है. ऐसा इस समय उन्होंने कहा. पेट्रोल की बॉटल पुलिस ने जब्त कर संजय वानखडे पर अपराध दर्ज कर जमानत पर छोड दिया. इस संबंध में पुलिस से पूछताछ करने पर कहा कि तुम्हे जलाया होता. पर हमने उन पर 307 अंतर्गत अपराध दर्ज किया है. ऐसा पुलिस ने कहा. पुलिस ने रिश्तेदार सहित धक्के मारकर भगाने का आरोप साधना वानखडे ने किया है.
15 साल का लडका 10 वीं में पड रहा है. उस पर 324 की तरह अपराध दर्ज किया है. सहायता के लिए आयी सहेली पर अट्रॉसिटी जैसा अपराध दर्ज कर संजय वानखडे ने अपनी वकीली का गैर उपयोग किए जाने का उपयोग साधना वानखडे ने किया है. लडके की की अथवा हमारी मृत्यु होने पर पुलिस कार्रवाई करेगी क्या? महिला सुरक्षा के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संजय वानखडे इन पर उचित हो वह कार्रवाई करेगी क्या ? उसी प्रकार रात 9 बजे तक थाने में बिठाकर रखनेवाले थानेदार पर कार्रवाई करेगी क्या? ऐसा सवाल साधना वानखडे ने पत्र परिषद में उपस्थित किया है.
गव्हा फरकडे में गायरान जमीन पर अतिक्रमण कर बहन व संजय वानखडे ने खेती हडप ली थी. अतिक्रमण निकालनेवाले तहसीलदार, ग्रामसेवक, वन्य कर्मचारियों पर अट्रॉसिटी का अपराध दर्ज कर शासन की ओर से एक लाख रूपए का निधि प्राप्त किया था. उसके बाद उच्च न्यायालय ने तो अपराध खारिज किया. किंतु शासन ने एक लाख रूपए का निधि दिया उनका क्या हुआ. गव्हा फरकडे में 30 लोगों के खिलाफ अॅट्रासिटी का अपराध दर्ज किया है. संजय वानखडे के विरोध में उस गांव के नागरिक बेमुदत अनशन पर बैठे थे. इस प्रकार राजुरा में पारधी समाज के लोगों की जमीन हडपने का आरोप साधना वानखडे ने किया है.
शहर के पुलिस पेट्रोल पंप के सामने की जगह संजय वानखडे ने मेसोलिनक नाम के ट्रस्ट फर्जी दस्तावेज के आधार पर पंजीयन की है. मूल मेसोनिक संस्था के हित संबंधीतों पर झूठा अॅट्रासिटी व लैंगिक अत्याचार का अपराध दर्ज करें. इसलिए संजय वानखडे निरंतर दबाब डालते थे.
उन्हें इनकार किए जाने से उनके सहयोगियों सहित अत्याचार करने का आरोप साधना वानखडे ने किया है. हत्या होने के बाद मोमबत्ती लेकर निषेध करने की अपेक्षा जीवित रहते हुए सहयोग करे. संजय वानखडे उनके सहयोगी झूठे दस्तावेज के आधार पर गरीबों की जमीन हडपने का अपराध दर्ज किया है. उस पर पुलिस कार्रवाई करे. ऐसी मांग साधना वानखडे ने पत्र परिषद में की है.