पुलिस स्टेशनों की तुलना में डिटेक्शन में एलसीबी अव्वल
साल भर में साढे तीन हजार से अपराध सफलता पूर्वक हल किए
अमरावती/दि.21-वर्ष 2024 में अमरावती की एक घटना को छोडकर, जिले के ग्रामीण इलाकों में कानून व्यवस्था खराब होने की कुछ घटनाएं हुईं. जिले की पुलिस कम से कम छह माह तक विधानसभा और लोकसभा चुनाव में व्यस्त रही. लेकिन साथ ही ग्रामीण पुलिस 82.46 फीसदी अपराधों को सफलतापूर्वक सुलझाने में कामयाब रही. वर्ष 2024 में जिले के 31 थानों में कुल 4316 अपराध दर्ज किये गये. 3559 में से अपराध सुलझाये गये.के पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद नेतृत्व में पुलिस प्रशासन ने डिटेक्शन रेट में कुछ हद तक बढोतरी की है. स्थानीय अपराध शाखा का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है. सबसे गंभीर अपराधों को स्थानीय अपराध शाखा द्वारा हल किया जाता है. वहीं, पिछले साल के अपराधों पर नजर डालें तो हत्या, हत्या का प्रयास, सेंधमारी, बड़ी चोरी, दंगा, धोखाधडी, सरकारी कर्मचारियों पर हमला, छेडछाड, दुर्घटना में मौत के मामलों में भारी कमी आई है. एसपी विशाल आनंद ने अधीनस्थ पुलिस उपविभागीय अधिकारी व थानेदारों की समय-समय पर बैठक कर अपराध सुलझाने की दर बढाने का निर्देश दिया है. साथ ही थाने स्तर की डीबी टीम से भी पूछताछ की गई. इससे शरीर के प्रति अपराधों में भारी कमी आयी है.
* अपराध सुलझाने की दर में 0.61 प्रतिशत की वृद्धि
2024
कुल दर्ज अपराध 4,316
मामले सुलझे 3,559
समाधान की दर 82.46 प्रतिशत
* 2023
कुल अपराध दर्ज 4518
अपराधों का समाधान 3698
समाधान होने का प्रमाण 81.85 प्रतिशत
* 4,316 में से 3,559 अपराधों का समाधान
वर्ष 2024 में जिले के 31 पुलिस स्टेशनों में कुल 4,316 अपराध दर्ज किए गए. ग्रामीण पुलिस 3 हजार 551 अपराधों को सुलझाने में सफल रही.
* दो साल में कितने मामले दर्ज?
अपराध 2024 2023
हत्या 32 53
हत्या का प्रयास 59 38
सेंधमारी 138 149
वाहन चोरी 228 217
कुल चोरी 873 1017
कुल 4,316 4,518
* जांच में अत्याधुनिक तकनीक का भी इस्तेमाल
पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद स्वयं टेक्नो सेवी हैं. इसलिए उनके मार्गदर्शन में जांच में नवीनतम तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. इसलिए, पता लगाने की दर में वृद्धि हुई है.
* कार्यप्रणाली बदलाव का असर
कार्यप्रणाली में बदल करने से पुलिस के हाथ सफलता लगी है. ापहले जब पुलिस किसी अपराध की जांच करती थी तो पारंपरिक तरीके से जांच करती थी, लेकिन अब हर अपराध में साइबर पुलिस की मदद ली जाती है. आरोपी को लोकेशन से पकड लिया जाता है.
* अपराधों का समाधान न हो पाने का कारण
साइबर क्राइम के कई आरोपी परप्रांतीय और विदेशी होते है. ऐसे में पुलिस की जांच स्वत: ही सीमित हो गई है.
ग्र्राफ घटा
साल 2024 में 4,316 अपराध दर्ज किए गए थे और उससे पहले साल 2023 में 4,518 अपराध दर्ज किए गए थे. पिछले साल अपराध में 202 तक की कमी आई थी. तो डिटेक्शन का दर औसतन 81 प्रतिशत रहा.
-किरण वानखडे, प्रमुख, एलसीबी