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राज्य में लोकसभा चुनाव निपटते ही नेता हुए ‘टेंशन फ्री’

लंबी दौडभाग के साथ सभी ने ली राहत की सांस

* अब सभी का ध्यान चुनावी नतीजों की ओर
अमरावती/दि.23 – राज्य में विगत सोमवार को लोकसभा चुनाव के पांचों चरण पूरे हो गये. इसके साथ ही अब सभी प्रमुख दलों के प्रमुख नेताओं व पदाधिकारियों ने राहत की सांस ली है तथा अब सभी लोग काफी हद तक टेंशन फ्री हो गये. साथ ही अब सभी का ध्यान आगामी 4 जून को होने वाली मतगणना और आने वाले चुनावी नतीजों की ओर लगे है. हर कोई अपने-अपने हिसाब से दावें कर रहा है.
बता दें कि, राज्य में पांच चरणों के तहत लोकसभा चुनाव हेतु मतदान कराया गया है. जिसके चलते सभी प्रमुख दलों के बडे नेताओं व पदाधिकारियों को चुनाव प्रचार सहित व्यूह रचना की जिम्मेदारी संभालनी पडी और अलग-अलग संसदीय क्षेत्रों के दौरे भी करने पडे, लेकिन अब राज्य में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया खत्म होते ही चुनाव धामधूम शांत हो गई है. जिसके चलते राज्य के नेताओं में काफी हद तक राहत की सांस ली है.
ज्ञात रहे कि, विदर्भ में नागपुर संभाग की पांच सीटों पर पहले चरण के तहत 19 अप्रैल को मतदान हुआ. पहले चरण में ही पूर्वी विदर्भ रहने के चलते मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार, कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले सहित चारों प्रमुख दलों के तमाम पदाधिकारी नागपुर संभाग में ठिया लगाये बैठे थे. जिसके बाद दूसरे चरण के तहत पश्चिम विदर्भ यानि अमरावती संभाग में मतदान कराया गया. ऐसे में तमाम नेताओं का अगला ठिकाना अमरावती संभाग रहा. इसके उपरान्त अगले तीनों चरणों के लिए वैदर्भिय नेता राज्य के अलग-अलग संसदीय क्षेत्रों के दौरे पर रहे. वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अब भी दिल्ली सहित उत्तर भारत के संसदीय क्षेत्रों में प्रचार में व्यस्त है.
जानकारी के मुताबिक भाजपा नेता व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोकसभा चुनाव के दौरान 52 दिनों में करीब 115 सभाएं ली और विविध माध्यमों को 67 साक्षात्कार दिये. पांच चरणों में होने वाले चुनाव के अनुसार उन्होंने अपने निवास हेतु अलग-अलग मुख्यालय तय किये थे. जिसके तहत डेप्यूटी सीएम फडणवीस ने नागपुर, छत्रपति संभाजी नगर, जलगांव, पुणे एवं मुंबई से प्रचार का नेतृत्व किया. वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने चुनाव प्रचार काल के दौरान करीब 147 बैठकें लेने के साथ ही 69 प्रचार सभाओं तथा 86 नियोजन बैठकों में हिस्सा लिया. साथ ही राज्यव्यापी दौरा करते हुए नमो संवाद बैठक एवं चुनावी नियोजन बैठक पर विशेष ध्यान दिया. साथ ही अमरावती संसदीय क्षेत्र में भाजपा के जिलाध्यक्ष व सांसद डॉ. अनिल बोंडे, शहराध्यक्ष व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल सहित पार्टी के तमाम पदाधिकारियों ने अपनी पूरी ताकत झोंकी.
उधर चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता भी पीछे नहीं रहे. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले तथा नेता प्रतिपक्ष विजय विडेट्टीवार सहित कांग्रेस पार्टी एवं इंडी गठबंधन के तमाम बडे नेताओं ने पूरे राज्य का दौरा किया. साथ ही अमरावती संसदीय क्षेत्र में कांगे्रस नेत्री व विधायक यशोमति ठाकुर, ग्रामीण जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख, शहराध्यक्ष बबलू शेखावत एवं पूर्व महापौर विलास इंगोले ने पूरा समय चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाला.
वहीं अब राज्य में चुनाव के तमाम चरण के पूरे होते ही सभी नेताओं ने राहत की सांस ली है. लेकिन अब सभी की निगाहे आगामी 4 जून को होने वाली मतगणना एवं इसके बाद घोषित होने वाले चुनावी नतीजों की ओर लगी हुई है.

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