किराना दुकान से शराब बिक्री की अनुमति वापस ले
टायगर फोर्स ऑफ इंडिया की राज्यपाल से मांग

अमरावती/ दि.21 – हाल ही में महाविकास आघाडी सरकार ने महाराष्ट्र की किराना दुकानों से शराब बेचने की अनुमति दी है. इस निर्णय के कारण शिवराया के महाराष्ट्र को व्यसनाधिन कर सरकार क्या साध्य करना चाहिए, यह समझ से परे है. एकतरफ रोजाना मुंह पर शिवराय, साहू, फुले व आंबेडकर का नाम लेते है व जनता को नशाखोर बनाना, इस बारे में जरा विचार नहीं किया, यह चिंता की बात है. दी गई अनुमति तत्काल पीछे ले, ऐसी मांग को लेकर टायगर फोर्स ऑफ इंडिया ने जिलाधीश के माध्यम से राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को ज्ञापन भिजवाया.
सौंपे ज्ञापन में उन्होंने कहा कि, अवैध व्यवसायियों को महाराष्ट्र में अनुमति दी जाएगी क्या? इसकी चिंता सताने लगी है. इससे पहले ही गरीब जनता शराब की लत के मारे आर्थिक स्थिति से जूझ रही हेै. किराना दुकान में ही शराब मिलने लगी तो, इस संस्कृति युक्त महाराष्ट्र का क्या होगा. शराबी पति और पिता के कारण वैसे ही लोग परेशान है. लोगों के परिवार बर्बाद हो रहे है. कई महिलाओं के पति शराबी होने के कारण उनके माथे का टीका मीट गया है. कई परिवार रास्ते पर आ गए है. आनेवाली पीढी इस निर्णय की वजह से बर्बाद हो जाएगी, मगर सरकार जनता की भावनाओं की कदर करते हुए जनता से माफी मांगती तो इस निर्णय के खिलाफ टायगर फोर्स ऑफ इंडिया जन आंदोलन छेडेगा, ऐसी चेतावनी देते समय गणेशदास गायकवाड, दादासाहब क्षिरसागर, सुरेश मेश्राम, डॉ.निलम रंगारकर, प्रदीप मोखले, प्रदीप महाजन, गणेश कलाणे, संजय भोवते, पंकज गायकवाड, सुरेश गवली, कृष्णा डोले, गंगाधर सरदार, प्रभाकर तायडे, मुकेश विजयकर, दादाराव सुरकर, शिवमंगल चव्हाण, निलेश तागडे, भागवत मेश्राम, रवि इंगले, रामु रामटेके, दिपक नवले, अनिल माहोरे आदि उपस्थित थे.