* जाति प्रमाणपत्र शिबिर आयोजीत करने का दिया निर्देश
अमरावती/दि.19– इस समय महाराष्ट्र विधानमंडल की विमुक्त जाति व भटक्या जनजाति कल्याण समिती द्वारा अमरावती जिले का दौरा किया जा रहा है और यह समिती दो दिन पूर्व जिला दौरे पर अमरावती पहुंची है. इसके बाद समिती ने जिले के ग्रामीण इलाकों का दौरा करते हुए तांडा बस्तियों को भेंट दी. साथ ही आश्रमशालाओं व छात्रावासों की भी जांच-पडताल की. इसके तहत समिती ने शेंदोला व मोझरी के विद्यालयों व छात्रावासों में चलनेवाले कामकाज को देखने के साथ-साथ मालेगांव व दिवानखेड की तांडा बस्तियों का दौरा किया.
बता दें कि, विधायक शांताराम मोरे की अध्यक्षता में गठित इस समिती में विधायक बलवंत वानखडे, अपर सचिव मंगेश पिसाल का समावेश है. साथ ही समिती द्वारा किये जा रहे दौरे के समय उपविभागीय अधिकारी मनोज लोणारकर, तहसीलदार वैभव फरताडे, बीडीओ चेतन जाधव, समाजकल्याण उपायुक्त सुनील वारे, सहायक आयुक्त माया केदार आदि उपस्थित थे.
इस समिती द्वारा अमरावती पहुंचते ही सर्वप्रथम स्थानीय विश्रामगृह में संबंधित अधिकारियों से मुलाकात व चर्चा करते हुए जिले में चल रहे कामकाज की जानकारी ली गई. इस समय जिलाधीश पवनीत कौर, जिप सीईओ अविश्यांत पंडा, मनपा आयुक्त प्रवीण आष्टीकर, निवासी उपजिलाधीश आशिष बिजवल, उपजिलाधीश नरेंद्र फुलझेले सहित विभिन्न महकमों के अधिकारी उपस्थित थे. यहां पर हुई चर्चा के पश्चात समिती सदस्यों ने शेंदोला स्थित वंदनीय राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज प्राथमिक व माध्यमिक आश्रमशाला को भेंट देकर हाजरीपट व अन्य दस्तावेज का निरीक्षण किया. साथ ही छात्रों हेतु की गई भोजन व निवास की व्यवस्था का निरीक्षण करने के साथ ही राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की समाधि स्थल का दर्शन किया. इस समय समिती सदस्यों को गुरूकूंज आश्रम की ओर से भेंट स्वरूप ग्रामगीता प्रदान की गई. इसके पश्चात समिती ने तांडा बस्तियों को भेंट देते हुए वहां पर रहनेवाले नागरिकों की समस्याओं को जाना. इस समय कई नागरिकों द्वारा दर्ज करायी गई शिकायतों के मद्देनजर समिती ने संबंधित नागरिकों को मौके पर ही जाति प्रमाणपत्र देने का निर्देश जारी किया. साथ ही सरकारी योजना में तांडा बस्ती का समावेश करने के लिए जरूरी प्रस्ताव भेजने का निर्देश भी जारी किया.