अमरावती

विद्यापीठ परिसर में तेंदुए ने किया कुत्ते पर हमला

अमरावती/दि.10 – संत गाडगेबाबा विद्यापीठ के रसायनशास्त्र विभाग परिसर में मंगलवार की शाम एक कुत्ते पर अचानक ही तेंदुए द्वारा हमला किया गया. इस समय ड्यूटी पर तैनात रहनेवाले सुरक्षा रक्षकों द्वारा चिख-पुकार मचाये जाते ही तेंदुआ मौके से भाग निकला.
बता दें कि, विद्यापीठ परिसर में विगत 2 मई को तेंदुए के दो शावक दिखाई दिये थे. जिनकी मोबाईल कैमेरे में वीडियो शूटिंग करते हुए तस्वीरें ली गई है. जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि विद्यापीठ परिसर में नर व मादा तेंदुए सहित उनके दो शावकों की मौजूदगी है. वहीं इससे पहले दो वर्ष पूर्व तक विद्यापीठ परिसर में बडे पैमाने पर आवारा कुत्तों की भी मौजूदगी थी. किंतु तेेंदुओं द्वारा किये जानेवाले शिकार की वजह से अब यहां पर गिनती के कुत्ते शेष बचे है.
विद्यापीठ प्रशासन ने वन्य प्राणियों की वजह से यहां पर कोई अप्रिय घटना घटित न हो, इस बात के मद्देनजर इस परिसर में कुछ स्थानों पर सुरक्षा जाली लगायी है. साथ ही जिस क्षेत्र में तेंदुआ अब तक दिखाई देता है, वहां पर सुरक्षा दीवार का भी निर्माण किया गया है. कुलगुरू बंगले के साथ ही रसायनशास्त्र विभाग, शारीरिक शिक्षा विभाग, जेआरएफ होस्टेल वन क्षेत्र के पास स्थित है. ऐसे में यहां के कई स्थानों पर वनविभाग द्वारा तेंदुए की हलचलों पर नजर रखने के लिए ट्रैप कैमेरे भी लगाये गये है. साथ ही यहां पर रात्रीकालीन ड्यूटी पर तैनात रहनेवाले सुरक्षा रक्षकों को अपनी जान खतरे में डालकर अपना कर्तव्य निभाना पडता है.
गत रोज हुई घटना के बाद विद्यापीठ प्रशासन की ओर से तेंदुए के हमले मेंं घायल कुत्ते का इलाज शुरू किया गया है. इस समय सुरक्षा अधिकारी प्रमोद चव्हाण के मार्गदर्शन में सुरक्षा रक्षक प्रवीण भोले, चंदू दांडगे, आकाश चव्हाण, सागर पाटे व हरिष खेरडे द्वारा परिसर की सुरक्षा का जिम्मा निभाया जा रहा है.

ट्रैप कैमरों की हो रही नियमित जांच

वन विभाग द्वारा तेंदुए सहित अन्य वन्य प्राणियों की हलचलों पर नजर रखने हेतु विद्यापीठ में कुछ खास स्थानों पर ट्रैप कैमेरे लगाये गये है. जिन पर वनपाल व वनरक्षकों द्वारा नियंत्रण रखा जाता है और हर दो-तीन दिन की आड में इन कैमरों की जांच की जाती है. साथ ही इसमें दर्ज हुई रिकॉर्डिंग की जानकारी वनविभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के पास भेजी जाती है, ऐसा वडाली वन परिक्षेत्र अधिकारी कैलाश भूंबर द्वारा बताया गया है.

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