अमरावती प्रतिनिधि/दि.१६ – धामणगांव रेलवे तहसील में तलेगांव दशासर में एक खेत के कंपाउंड को विद्युत प्रवाहित कर तेंदुए की शिकार किये जाने की सनसनीखेज घटना कल सोमवार को प्रकाश में आयी. इस मामले में वन विभाग व ग्रामीण अपराध शाखा के दल ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने तेंदुए की शिकार के बाद लाश जमीन में दफना दी और 8 दिन बाद जमीन से निकालकर उसे जलाकर सबूत नष्ट करने की कबुली दी है.
प्रभाकर चंपतराव शिंदे (तलेगांव दशासर), विजय पंजाबराव नागोसे (कोठा, यवतमाल) व रविंद्र विठ्ठलराव थुल(कोठा, यवतमाल) यह गिरफ्तार आरोपियों के नाम है. तलेगांव दशासर के एक खेत के धुरे को विद्युत प्रवाह लगाकर तेंदुए की शिकार किये जाने की गुप्त जानकारी ग्रामीण अपराध शाखा के सहायक पुलिस निरीक्षक गोपाल उपाध्याय को मिली. उन्होंने यह जानकारी चांदूर रेलवे के वन परिक्षेत्र अधिकारी आशिष कोकाटे को दी. उसके बाद वन विभाग व क्राईम ब्रांच के दल ने जांच को गति दी और तीन संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लिया. उनकी कडी पूछताछ की तब खेत के छोर को तार लगाकर उसमें विद्युत प्रवाह छोडा और इसमें तेंदुए का शिकार किया गया. 8 दिन पहले यह घटना घटीत हुई है. आरोपियों ने मृत तेंदुए को जमीन में दफनाया. 8 दिन बाद तेंदुए की लाश जमीन से बाहर निकालकर उसे जलाकर सबूत नष्ट किये जाने की कबुली आरोपियों ने दी. इस मामले में वन विभाग ने आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है. इस कार्रवाई में ग्रामीण अपराध शाखा के एपीआई गोपाल उपाध्याय, वनपरिक्षेत्र अधिकारी आशिष कोकाटे, चांदूर रेलवे के सर्कल अधिकारी किशोर धोत्रे, वनरक्षक विरेंद्र पवार, अविनाश दातीर, राजन हिवराले, त्र्यंबक मनोहरे, प्रदीप अंबाडकर, अमोल केंद्रे का समावेश है.