तेंदूए ने एक ही रात 3 बकरियों समेत कुत्ते का किया शिकार
जामली के किसान, खेत मजदूर और चरवाहों में खौंफ
चिखलदरा/दि.15 – जंगली क्षेत्र छोडकर मानवीय बस्ती की ओर आकर जंगली प्राणियों व्दारा शिकार किये जाने की कई घटनाएं इससे पहले भी उजागर हुई है. इसी तरह चिखलदरा तहसील के जामली परिसर में घुसकर तेंदुए ने एक ही रात तीन बकरियों समेत एक कुत्ते का शिकार कर लिया. जिससे किसान, खेतमजदूर और चरवाहों में भय का वातावरण निर्माण हुआ है.
तहसील के जामली में तेंदूए ने आतंक मचाना शुरु कर दिया है. जिसके कारण इस गांव के अलावा आसपडोस के गांव में भी दहशत निर्माण हुई है. जंगल से तेंदूए ने गांव में प्रवेश किया और गांव के मवेशी चराने वाले गणेश पटेल के गोठे से दो बकरी व खेत मजदूरी करने वाले ब्रिजलाल दहिकर के गोठे से एक बकरे का तेंदूए ने शिकार कर लिया. गणेश पटेल के गोठे में तेंदूआ घुस जाने के कारण उनके पालतू पशुओं ने शोर मचाना शुरु किया. जिसके कारण पटेल परिवार नींद से जाग गया. जिसके कारण तेंदूए ने वहां की दो बकरियों का शिकार कर भाग निकला. इसके बाद दहिकर के गोठे से बकरे का शिकार कर उसे खिंचते हुए ले जाते समय रामकिशोर दहिकर के कुत्ते ने भोंकते हुए तेंदूए का पीछा शुरु किया. मगर तेंदूए ने बकरे को छोडकर कुत्ते पर निशाना साधते हुए उसका भी शिकार कर डाला. कुत्ते को लेकर तेंदूआ जंगल की ओर भाग गया. रात के समय गांववासी जाग गए. आर्थिक चिंता में रहने वाले आदिवासियों ने दो बकरी व एक बकरे के नुकसान की भरपाई देने की मांग की गई है. इसी तरह तेंदूआ नरभक्षी बने, इससे पहले वन विभाग उसका बंदोबस्त करे, ऐसी मांग गांववासियों व्दारा की जा रही हैं.
आदिवासी समूदाय आज भी मवेशी चराने का व्यवसाय करते है. इसके कारण गांव में तेंदूआ जाने से दहशत का वातावरण हेै. रोजाना मवेशी चराने के लिए जंगल में जाने वाले चरवाहों में भी दहशत फैल गई है. हम गांव में ही सुरक्षित नहीं है, तब जंगल में मवेशियों को कैसे चराने ले जाए, ऐसा प्रश्न उनके सामने निर्माण हुआ है. तेंदूए के हमले में शिकार हुए बकरा, बकरियों का घटनास्थल आज सुबह पंचनामा किया, ऐसा गौरक्षक बीडघिर ने बताया. शासन की ओर प्र्रस्ताव भेजकर जल्द ही वन्य प्राणियो के कारण नुकसान हुए पशु पालकों को शासन नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा, ऐसा जामली वनपरिक्षेत्र के वनपाल राजेश धुमाले ने कहा.
वन कर्मचारियों की पेट्रोलिंग बढाई, किसान सावधान रहे
जंगली परिसर में तेंदूए ने एक बकरे व दो बकरियों का शिकार किया, यह बात स्पष्ट हुई है. गांववासियों को किसी भी तरह का खतरा न हो, इसलिए परिसर में वन कर्मचारियों की पेट्रोलिंग बढा दी गई है. शिकार किये गए घटनास्थल का पंचनामा किया गया है. यहां के नागरिक व किसान सावधान रहे
– अभय चंदेल, वन परिक्षेत्र अधिकारी, जामली