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अधिकारियों व वन्यजीव प्रेमियों के साथ हुई मंथन बैठक
अमरावती/दि.22 – कठोरा रोड के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज व वीएमवी परिसर के अलावा शहर के अन्य रिहायशी इलाकों में तेंदुए के बढते अधिवास को लेकर ठोस उपाय योजना के उद्देश्य से वन विभाग ने महत्वपूर्ण बैठक ली. जिसमें तेंदुए के शहर में घुसने पर प्रतिबंध लगाने के लिए उपाययोजना और भविष्य में दक्षता बरतने को लेकर मंथन किया गया. वन अधिकारियों व वन्यजीव प्रेमियों की उपस्थिति में निष्कर्ष निकाला गया कि, कुत्तों की बढती जनसंख्या के कारण शहर में तेंदुए की घुसपेैठ बढ रही है.
ली गई बैठक में यह भी विषय निकाला गया कि, शहर में कुत्तों की संख्या अनियंत्रित रुप से बढ रही है. इसके अलावा सुअरों का संचार बढने से बार-बार तेंदुए शहर की ओर रुख कर रहे है, यह बात मान्य की गई. तेंदुआ जिस परिसर में सक्रीय है, वहां बडा जंगल और खाद्य उपलब्ध होेने के कारण कई दिनों तक उस जगह रह सकता है. जिसे पेडों के नीचे बढती झाडियों और टहनियों की बढती घनता को साफ करने की सूचना गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज को दी जाए. कॉलेज ने भी पहल कर परिसर की साफसफाई करनी चाहिए, इसके लिए वन विभाग ने दोनों महाविद्यालयों को सूचित करने का निर्णय लिया है. ऐसा ही सबसे पहले संबंधित स्थानों पर ट्रेप कैमेरे लगाकर तेंदुए की गतिविधियों का पता लगाने में आसानी होगी. शहर में अफवाह न फैले, इसके लिए जनजागृति करने का निर्णय लिया गया है. शहर में भटकने वाले आवारा कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण लाने के लिए मनपा के व्दारा अभियान चलाए जाने से तेंदुए के आवागमन पर कुछ हद तक अंकुश लगाया जा सकती है, इसपर सभी ने सहमति दर्शायी. उपवन संरक्षक चंद्रशेखर बाला की अध्यक्षता में ली गई बैठक में जिले के मानद वन्यजीव रक्षक डॉ.जयंत वडतकर, राज्यवन्यजीव मंडल सदस्य यादव तरटे, पूर्व पार्षद गोपाल धर्माले, मनपा के पर्यावरण अधिकारी महेश देशमुख, वन्यप्रेमी राघवेंद्र नांदे, वडाली वन परिक्षेत्र अधिकारी वर्षा हरणे व वन परिक्षेत्र अधिकारी सचिन नेवारे उपस्थित थे.