गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में तेंदुए की दहशत!
वनक्षेत्र अधिकारी हरणे ने मौके पर पहुंच की अधिकारियों से चर्चा
अमरावती-दि.13 स्थानीय शेगांव नाका के गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में दो दिन पहले विद्यार्थियों को तेंदुआ दिखाई दिया. सूचना मिलने पर 12 सितंबर को वडाली वन विभाग की आरएफओ वर्षा हरणे ने मौके पर पहुंचकर पूछताछ की. जिससे अब महादेवखोरी परिसर से अभियांत्रिकी महाविद्यालय तक तेंदुएं की दहशत फैल गई है.
उल्लेखनीय है कि विगत 2 सितंबर को महादेवखोरी परिसर के पुलिया के पास कुछ लोगों को तेंदुए के दो शावक दिखाई दिये. वडाली वन विभाग के रेस्क्यू दल ने इन शावकों को पकड़कर वडाली वन कार्यालय परिसर के पिंजरे में रखा. दूसरे दिन मादा तेंदुआ उस पिंजरे के पास पहुंची और अपने दोनों शावकों को साथ लेकर वडाली के जंगल में चली गई. इस घटना के बाद महादेवखोरी, मंगलधाम कॉलोनी, एसआरपीएफ क्वार्टर परिसरवासियों में तेंदुएं की दहशत कायम है. इसी बीच व्यंकटेश कॉलोनी निवासी राजगुरे के घर के आंगन में बांधे हुए पालतु कुत्ते का तेंदुए ने शिकार किया. परिसरवासियों का कहना है कि एसआरपीएफ कैम्प से कुछ दूरी पर श्मशानभूमि की दीवार फांदकर तेंदुआ परिसर में घुस आता है और उसने अब तक परिसर के तीन-चार आवारा कुत्तों का शिकार किया है. गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में तेंदुआ दिखाई देने की बात होस्टल में रहने वाले विद्यार्थियों ने अधिकारियों को बताई. अधिकारियों ने इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी. जिसके चलते वडाली वन विभागग की परिक्षेत्र अधिकारी वर्षा हरणे ने 12 सितंबर की दोपहर 4 बजे अभियांत्रिकी महाविद्यालय को भेंट देकर उस परिसर का मुआयना किया. जहां तेंदूआ दिखाई देने की अफवाह चल रही है, उन्होेंने महाविद्यालय के विद्यार्थी व अधिकारियों से भी इस बाबत चर्चा की, लेकिन इस अफवाह को फैलते चार दिन बीतने के कारण वन विभाग ने परिसर के फुटप्रिंट नहीं लिए.
व्यंकटेश कॉलोनी, महादेवखोरी परिसर में ऐसा कोई भी व्यक्ति सामने नहीं आया जो तेंदुआ दिखाई देने की पुष्ठि करता हो. स्थिति यह है कि अंधेरे में कुत्ते की आंख भी चमकी तो लोग उसे तेंदुआ समझकर अफवाहें फैला रहे हैं. इसमें कुछ बातों में तथ्य है कुछ में नहीं है.
-वर्षा हरणे, आरएफओ, वडाली