अमरावती

न्यायाधीशों के सरकारी निवास परिसर में तेंदुए की दहशत

वन विभाग ‘इन अ‍ॅक्शन’, बंगले के पीछे लगाए पिंजरे, भ्रमण मार्ग पर ट्रैप कैमरा

अमरावती / दि. १०- शहर की सीमा पर स्थित नागरी बस्तियों में तेंदुआ दिखाई देने की घटना नई नहीं. बुधवार ८ फरवरी की दोपहर २.३० बजे के करीब अमरावती जिला न्यायालय के न्यायाधीशों के सरकारी निवास परिसर में तेंदुआ देखा गया. जिससे इस परिसर में जबरदस्त दहशत व्याप्त है. वडाली वन विभाग को इस घटना की जानकारी दी गई. इसके बाद वनविभाग ‘इन अ‍ॅक्शन’ हो गया है. वन विभाग के दस्ते ने घटनास्थल को भेंट देकर निरीक्षण किया.कांतानगर से सटे डॉ.पंजाबराव देशमुख प्रक्षेत्र में दो पिंजरे लगाए गए. एक पिंजरे में बकरी को रखा गया और दूसरा पिंजरा तेंदुए को पकडने के लिए लगाया गया है. तथा भ्रमण मार्ग पर ट्रैप कैमरे लगाए गए. कांतानगर परिसर में तेंदुआ ट्रैप कैमरा में कैद हुआ. नजदीकी पीकेवी प्रक्षेत्र में वन्यजीव बडी संख्या में रहने से तेंदूआ उनका शिकार करने आने का अनुमान वनविभाग ने जताया है. जानकारी के अनुसार कांतानगर परिसर में संभागीय आयुक्त कार्यालय परिसर के निकट जिला न्यायाधीश विजय पाटकर का सरकारी निवास है. इस परिसर में जिला न्यायालय के लगभग सभी न्यायाधीशों के निवास है. परिसर की ब्रह्मपुत्र बिल्डिंग के सामने पुलिस का टेन्ट लगा है. वहां बुधवार को सुबह १० बजे पुलिस कर्मचारी बाबाराव वानखडे ड्युटी पर थे. परिसर में उस समय कुछ सफाई कर्मचारी भी सफाई का काम कर रहे थे. वहां अचानक पास की दीवार फांद कर एक तेंदुआ पेरिसर में घुस आया. तेंदुए को देख परिसर के सभी लोग ब्रम्हापुत्र बिल्डिंग में चले गए. उसी समय जिला न्यायाधीश पाटकर ने घटना की जानकारी वन विभाग वडाली को दी. वन अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे. लेकिन तब तक तेंदुआ पास के खुले परिसर में भाग गया. यहां पर तैनात पुलिस कर्मचारी ने बताया कि बुधवार की सुबह १० से १२ की संख्या में बंदरों का झुंड परिसर में पहुंचा. उसके पीछे तेंदुआ दीवार फांद कर परिसर में पहुंच गया. तेंदुए की दहाड़ से लोग अपने-अपने निवास में भागने लगे और और परिसर सनाटा छा गया. उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिन पहले ही पीकेवी के कृषि संशोधन केन्द्र में भी तेंदुआ घुस आया था.
वनविभाग ने की तैयारी
कांतानगर परिसर में पीकेवी के प्रक्षेत्र से सटे न्यायाधीशों के सरकारी निवासस्थान है. इसी क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से तेंदुआ का संचार रहने की जानकारी है. इसलिए तेंदुए की दहशत से वहां निवास कर रहे न्यायाधीशों के परिवारों में भय व्याप्त है. इसलिए तेेंदुए को पकडने के लिए वनविभाग ने तैयारी शुरु कर दी है. लेकिन जब तक तेंदुआ पकडे नहीं जाता तब तक दहशत कायम रहेगी.
पीकेवी परिसर में नीलगाय का झुंड
कांतानगर परिसर में २२ जनवरी को तेंदुआ दिखाई दिया था. डॉ.पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ का प्रक्षेत्र रहने वाले इस परिसर में १५ से २० नीलगाय का झुंड है. नीलगाय की शिकार करने के लिए वनक्षेत्र से तेंदुआ इस परिसर में प्रवेश करने का अनुमान वनविभाग की वनपरिक्षेत्र अधिकारी हर्षा हरणे ने व्यक्त किया है. इस क्षेत्र में रोजाना गश्त वनकर्मचारी लगा रहे है. तथा तेंदुए की हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए है.

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