अमरावती

परिसर में तेंदुए की दहशत

खेती के काम रहे प्रलंबित

  • वन अधिकारियों ने शुरु की तेंदुए की तलाश

धामणगांव रेलवे/दि.27 – तहसील के पिंपलखुटा, पिंपलकोठा, परिसर में एक किसान को तेंदुआ दिखाई देने से कल शुक्रवार को दिनभर वन विभाग के कर्मचारियों ने इस तेंदुए की तलाश की. किंतु उन्हें तेंदुए के मार्क नहीं मिले. इस बीच इस चर्चा से परिसर के 8 से 10 गांवों में खेती के काम प्रलंबित है.
पिंपलखुटा स्थित संजय तिरमारे इस किसान को गुरुवार शाम 7 बजे खेत से घर लौटते समय जाली का मारोती इस परिसर में तेंदुआ दिखाई दिया. यह खबर परिसर के गांव में फैलते ही रात के दौरान कोई भी खेत में नहीं गया. इस बीच कल शुक्रवार को सुबह वन परिक्षेत्र अधिकारी आशिष कोकाटे समेत वनपाल किशोर धोत्रे, वनरक्षक भावना पातालवंशी, वनमजदूर बबन चव्हाण आदि ने इस परिसर में तेंदुए की तलाश की. किंतु फुट प्रिंट नहीं मिले. इस क्षेत्र में फिलहाल ग्रीष्मकालीन फल्ली, चना, गेहुं, तील आदि फसले ली जाती है. जिससे किसान रात के समय सिंचाई के लिए अपने खेत में जाते है. ढाई वर्ष पहले चंद्रपुर से आकर सातपुडा के जंगल में वन विभाग व्दारा कैद किये गए बाघ ने इसी समय मंगरुल दस्तगीर स्थित राजेंद्र निमकर व अंजनसिंगी स्थित मोरेश्वर वालके पर हमला कर उन्हें जान से मारा था. उस समय बाघ की दहशत इस क्षेत्र में थी. इसी बीच कल तेंदुआ दिखाई देने से परिसर में दहशत फैली है. यह तेंदुआ केवल दो वर्ष का है. उसका इस परिसर में बसेरा हो सकता है. जिससे रात के दौरान खेत में पांच से छह लोगों ने संयुक्त रुप से जाना चाहिए, इस तरह का आह्वान वन परिक्षेत्र अधिकारी आशिष कोकाटे ने किया है.

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