पूरे परिसर में तेंदुए को लेकर व्याप्त है दहशत
अमरावती-दि.1 जंगलों सहित आरक्षित वनक्षेत्र में रहनेवाले तेंदुए विगत कुछ समय से शहर की रिहायशी बस्तियों में भी दिखाई दे रहे है. कुत्ते व सूअर जैसे शिकार सहज तरीके से मिलने के चलते ये तेंदुए जंगल छोडकर शहरी क्षेत्र की ओर आ रहे है. जिसके चलते शहर के सीमावर्ती क्षेत्रोें में आये दिन कहीं न कहीं पर तेंदुआ दिखाई देने की खबर सामने आती है. दो दिन पूर्व ही स्थानीय सरकारी अभियांत्रिकी महाविद्यालय परिसर में तेंदुए की मौजूदगी रहने की बात सामने आयी. जहां पर तेंदुए के पगमार्क यानी फूट प्रिंट पाये गये. वहीं अब इस महाविद्यालय के पीछे कठोरा मार्ग पर स्थित होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे के फूटेज में तेंदुए की एक जोडी दिखाई दी है. जिससे पूरे परिसर में तेंदुए को लेकर अच्छी-खासी दहशत व्याप्त है.
बता दें कि, सरकारी अभियांत्रिकी महाविद्यालय सहित सरकारी विदर्भ महाविद्यालय परिसर, कठोरा मार्ग परिसर, विद्यापीठ परिसर, वृंदावन कालोनी, संभागीय आयुक्त निवासस्थान परिसर, जिलाधीश निवासस्थान परिसर, तपोवन परिसर तथा नागपुर हाईवे परिसर में विगत लंबे समय से तेंदुए की मौजूदगी देखी जा रही है. ऐसे में वनविभाग द्वारा इन तेंदुओं को पकडने हेतु विविध उपाय योजनाओं पर अमल करना शुरू कर दिया गया है. जिसके तहत संबंधित इलाकों में वन कर्मचारियों की रात्रिकालीन गश्त शुरू करने के साथ ही कई महत्वपूर्ण स्थानोें पर ट्रैप कैमरे भी लगाये गये है. साथ ही शहर में आवारा कुत्तों व सूअरों की संख्या को कम करने के लिए आवश्यक उपाय करने पर भी जोर दिया जा रहा है.
* वनविभाग की 1926 हेल्पलाईन पर करे संपर्क
उपवन संरक्षक चंद्रशेखरन बाला तथा वन्यजीव अभ्यासक यादव तरटे ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि, तेंदुओं को लेकर सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर विश्वास न रखे, बल्कि वन विभाग एवं वन्यजीव प्रेमियों द्वारा दिये जा रहे निर्देशों का कडाई के साथ पालन करते हुए सहयोग करे. वनविभाग द्वारा चौबीसो घंटे नियमित पेट्रोलिंग शुरू है. यदि किसी को कहीं पर भी तेंदुआ दिखाई देता है, तो तुरंत ही महाफॉरेस्ट के हेल्पलाईन क्रमांक 1926 पर संपर्क करे.
* वनकर्मी रात में भी लगा रहे गश्त
इन दिनों शहर के सीमावर्ती क्षेत्रों में तेंदुओं के बढते संचार को देखते हुए वन कर्मचारियों सहित वन्यजीव प्रेमियों द्वारा रात्रिकालीन गश्त करनी शुरू की गई है. इसके साथ ही जिन-जिन क्षेत्रों में तेंदुए के फूटप्रिंट पाये गये है, उन इलाकों की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. साथ ही तेंदुओं को पकडने के लिए वनविभाग की टीम अपनी ओर से पूरा प्रयास कर रही है.