अमरावती

पेड पर तेंदूए का संचार, नख के निशान पाए गए

विएमवि परिसर में स्थिति दो माह बाद भी ‘जैसे थे’

* सुरक्षा के लिए लगा फलक
अमरावती /दि.11– स्थानीय शासकीय विदर्भ ज्ञान विज्ञान संस्था (विएमवि) परिसर में तेंदूए का डेरा कायम है. श्वान अथवा सूअर का शिकार करने के बाद वह उसे पेड पर ले जाता है और अपनी खुराक बनाता है, ऐसी ही इस तेंदूए की दिनचर्या है. दो दिन पूर्व एक पेड पर तेंदूए के खुदरे हुए निशान पाए जाने से वह इसी इलाके में रहने की बात उजागर हुई है. साथ ही यह भी सिद्ध हुआ तेंदूआ विएमवि परिसर में दो माह से डेरा जमाए हुए है. प्राचार्य ने तेंदूआ रहने बाबत फलक परिसर में जगह-जगह लगाया है.

8 दिसंबर को वन कर्मचारी गश्त पर रहते एक पेड पर तेंदूए के नख के निशान दिखाई दिए. विएमवि में लगाए गए ट्रैप कैमरे में यह तेंदूआ शिकार लाता रहता दिखाई रहने की जानकारी है. लेकिन नागपुर के वनभवन से इस तेंदूए को कैद करने के लिए कोई भी आदेश अब तक जारी नहीं हुए है. 25 अक्तूबर से 10 दिसंबर की कालावधि में तेंदूआ विएमवि परिसर में ही डेरा जमाए बैठा हुआ है.

* तेंदूए का इस परिसर में भी संचार
विएमवि परिसर के बैंक, डाक, उच्च व शिक्षण विभाग के सहसंचालक का कार्यालय, पूर्व आईएएस प्रशिक्षण केंद्र तथा महेंद्र कालोनी पाठ्यपुस्तक मंडल समेत सामने की कालोनी में तेंदूए का संचार है. अक्तूबर माह में तेंदूआ पाठ्यपुस्तक मंडल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था. पश्चात इस इलाके के नागरिकों में भारी दहशत निर्माण हो गई थी.

* अधिवेशन में ध्यान केंद्रीत किया जाएगा
वन्यजीव विषय निमित्त नागपुर अधिवेशन में प्रश्न उपस्थित हुआ, तो निश्चित रुप से इस चर्चा में हम शामिल होगे. तेंदूए के सहवास की तरह सरकार का ध्यान केंद्रीत कर उसे कैद करने के लिए उपाय योजना करने मजबूर किया जाएगा.
– सुलभा खोडके,
विधायक

* तेंदुआ विएमवि परिसर में ही
25 अक्तूबर से तेंदूआ विएमवि परिसर मेें ही है. शुक्रवार को एक पेड पर उसके नख के निशान दिखाई दिए है. इस कारण वह शिकार कर पेड पर जाता होगा, ऐसा अनुमान है. नागरिकों ने सुरक्षा की दृष्टि से इस परिसर में आना-जाना बंद करना चाहिए.
– प्रभाकर वानखडे,
आरएफओ, रेस्क्यू दल अमरावती

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