अमरावती

एपीएमसी के तीन आडतियो के लाइसेंस रद्द

फल-सब्जी निरीक्षक का तबादला

  • एडवॉन्स के नाम पर किसानों की जा रही थी लूट

अमरावती/दि.1 – स्थानीय बाजार समिति के फल-सब्जी मार्केट में किसानों ने बिक्री के लिए लाए हुए माल पर एडवॉन्स के नाम पर अवैध वसूली करने के मामले में तीन व्यापारियों के लाईसेंस रद्द करने का निर्णय बाजार समिति ने लिया है. इस संदर्भ में बाजार समिति ने संबंधित व्यापारियों को इस तरह की सूचना दी है.
वर्ष 2016 से इस मार्केट में सरकार व्दारा दिये गए आदेशानुसार किसानों से अडत लेना कानूनन अपराध है किंतु अमरावती कृषि उपज मंडी में अनेकों व्यापारी यह कृषि उपज मंडी समिति के संचालक मंडल व अधिकारियों से मिली भगत कर किसानों की आर्थिक लूट करते थे. इसके खिलाफ नितीन मोहोड, राहुल माटोडे, समीर जवंजाल ने आवाज उठाई. इस बाबत शहर कोतवाली पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज की गई थी. साथ ही जिला उपनिबंधक से भी इस बाबत शिकायत की गई थी. इस कारण इस मामले की जांच के लिए 16 कर्मचारियों की जांच समिति दल का गठन किया गया था. जांच के दौरान बाजार समिति के आडतियों सुधाकर बनारसे, विनोद मांडले व पंकज जलितकर यह तीनों दोषी पाये जाने से उनपर लाईसेंस निलंबन की कार्रवाई की गई हैं. इन तीनों आडतियों के खिलाफ लाईसेंस निलंबन की कार्रवाई के बाद आगे कडी कार्रवाई की जाएगी, इस तरह के संकेत मिले है. इस संदर्भ में बाजार समिति के सचिव दिपक विजयकर से संपर्क करने पर उन्होंने इस कार्रवाई की पुष्ठी की.

मकवाने का तबादला

इसी मामले में कृषि मंडी प्रशासन ने फल और सब्जी विभाग के निरीक्षक के.पी.मकवाने का धान्य विभाग के निरीक्षक के रुप में तबादला किया है. मंडी स्थित दिपक विजयकर ने यह जानकारी दी. उनके मुताबिक मकवाने के स्थान पर आर.पी.वानखडे की नियुक्ति की गई है.

शिकायत की दखल लेकर जांच

नितीन मोहोड और अन्य किसान अक्षय शिणगारे मंडी में अपनी खेत की मिर्ची बेचने के लिए संबंधित आडत के पास गए थे. उन्होंने रसीद पर दलाली, कमिशन शब्द हटाकर गैर कानूनी तरीके से एडवॉन्स शब्द डालकर 8 फीसदी राशि कट कर दी. जिसकी शिकायत मोहोड और शिणगारे ने जिला उपनिबंधक के पास की थी. इसकी दखल लेकर जांच समिति गठित की गई थी. समिति व्दारा की गई रिपोर्ट के आधार पर 3 आडतिया का लाईसेंस रद्द करना और एक निरीक्षक का तबादला किया गया है. इस कार्रवाई पर उद्योजक नितीन मोहोड का कहना रहा कि एपीएमसी में किसानों की आर्थिक लूट की जाती है. दिन रात खेत में परिश्रम कर उत्पन्न लेने वाले किसानों के पसीने के पैसे पर डल्ला मारने का प्रकार आडतियो से शुरु है. केवल 3 आडतियो के खिलाफ कार्रवाई करने से यह लडाई खत्म नहीं होगी. किसानों की लूट करने वाले हर किसी पर कार्रवाई के लिए अपना आंदोलन शुरु रहेगा, ऐसा नितीन मोहोड ने कहा.

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