अमरावती

जीवन हुआ ‘लॉक’ मात्र पेट्रोल दर वृध्दि ‘अनलॉक’

30 वर्ष में प्रति लीटर 84 रुपए महंगा हुआ पेट्रोल

  • केंद्र सरकार का सर्वाधिक टैक्स

  • दर वृध्दि से सर्वसामान्य त्रस्त

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१५कोरोना काल में अनेकों के रोजगार गये है. वहीं दूसरी ओर महंगाई दिनों दिन बढती जा रही है. पांच राज्यों के चुनाव का समय छोडा तो 6 मई से पेट्रोल व डीजल की दरवृध्दि शुरु ही है. 13 मई तक पेट्रोलियम कंपनियों ने 6 बार दर वृध्दि की है. आंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम होने का फायदा ग्राहकों को न देते हुए केंद्र सरकार उत्पादन टैक्स बढाकर पेट्रोल व डीजल के दर लगातार बढा रही है. जिससे वाहन चालक त्रस्त है. पेट्रोलियम कंपनियां मध्यरात्रि के दौरान कुछ पैसों की दर वृध्दि कर ग्राहकों की जेब से छुपे पध्दति से पैसे वसूल कर रही है. पिछले 7 वर्ष से शुरु रहने वाली दर वृध्दि से 13 मई 2021 को पेट्रोल के भाव प्रति लीटर 98.24 रुपए पर पहुंचे है. कोरोना काल में आयुष्य ‘लॉक’ रहते हुए भी पेट्रोल दर वृध्दि ‘अनलॉक’ है. दर वृध्दि का आलेख देख पिछले 30 वर्ष में पेट्रोल की लीटर के पीछे लगभग 84 रुपए से दर वृध्दि हुई. मोदी सरकार 2014 में सत्ता में आयी. तब पेट्रोल पर 9.48 रुपए तथा डीजल पर 3.56 रुपए केंद्र का उत्पादन टैक्स था. पिछले 7 वर्ष में पेट्रोल के उत्पादन पर 350 प्रतिशत, डीजल पर उत्पादन पर 900 प्रतिशत बढ चुका है. आयात टैक्स में वृध्दि अलग है. इसका कारण पिछले 7 वर्ष में क्रुड तेल की कीमतों में जैेसे-जैसे कमी आयी उसी प्रमाण में प्रमुखता से केंद्र सरकार ने टैक्स का प्रमाण उस गिनती में बढा दिया.

पेट्रोल दर (प्रति लीटर ग्राफ)
मई 1991 14.62 रुपए
मई 2001 27.36 रुपए
मई 2011 68.64 रुपए
मई 2021 98.24 रुपए

  • तेल की कीमतों से ज्यादा टैक्स

आंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों के अनुसार देशांतर्गत पेट्रोल व डीजल के भाव तय होते है. कच्चे तेल की रिफायनरी में शुध्दिकरण और पेट्रोल पंप पर उपलब्ध होने तक पेट्रोल के प्रत्यक्ष भाव 33 से 36 रुपए लीटर बढते है. किंतु उसपर अलग-अलग टैक्स लगाए जाते है. उसी कारण कच्चे तेल के भाव कम है. फिर भी पेट्रोल महंगा मिलता है. क्योंकि तेल की कीमतों से ज्यादा टैक्स इसमें केंद्र सरकार का व राज्य सरकार का हिस्सा अलग अलग है. समझे 1 लीटर पेट्रोल 1 लीटर पेट्रोल का भाव 100 रुपए रहेगा तो उनमें से लगभग 64 प्रतिशत टैक्स रहता है. टैक्स छोड शुध्दिकरण के बाद 36 रुपए लीटर पेट्रोल की कीमत में कच्चे तेल की कीमतें, प्रक्रिया, डिलर्स का हिस्सा रहता है. 1 लीटर पेट्रोल का एक्स रिफायनरी दर 33.82 रुपए रहेगा तो उसमें 0.32 रुपए परिवहन खर्च, उत्पादन शुल्क 38.57 रुपए, डिलर का कमिशन 3.68 रुपए, मूल्यवर्धित कर (वैट) 23.75 रुपए और स्थानीय टैक्स समेत ग्राहकों के पास से पंप पर प्रति लीटर कीमत के रुप में 98.24 रुपए लिये जाते है.

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