* बिजली के तार टूटने से विद्युत आपूर्ति हुई खंडित
* बडे पैमाने पर हुआ नुकसान, कोई जनहानि नहीं
अमरावती/दि.11– शहर में आज दोपहर पश्चात अकस्मात ही तेज आंधी व तूफान एवं बिजली की कानफाडू गडगडाहट के साथ मूसलाधार बारिश हुई. करीब आधे घंटे तक चली आंधी-तूफान व बरसात के दौरान जनजीवन बुरी तरीके से अस्त-व्यस्त रहा और शहर के कई स्थानों पर पेड उखडकर गिर गये. साथ ही पेडों की टहनिया भी टूटकर सडक पर गिर पडी. जिसकी वजह से कई स्थानों पर महावितरण कंपनी के विद्युत तार टूट गये और शहर के कई इलाकों में काफी देर तक विद्युत आपूर्ति खंडित रही.
बारिश और आंधी-तूफान के बाद शहर के अलग-अलग इलाकों का जायजा लेने पर पता चला कि, मालवीय चौक पर एक ऑटो डील प्रतिष्ठान के पास स्थित काफी बडा पेड जड से उखडकर गिर पडा है. जिस समय बारिश शुरू हुई, तब इस पेड के नीचे कई लोग बारिश से बचने हेतु आसरा लेकर खडे थे और बारिश के तेज होते ही सभी लोग पास ही स्थित ऑटो डील में चले गये. इसी दौरान यह पेड उखडकर गिर पडा. जिससे पेड के आसपास खडे वाहनो को काफी नुकसान पहुंचा है. साथ ही साथ इस परिसर से होकर गुजरनेवाले बिजली के तार भी बडे पैमाने पर क्षतिग्रस्त हुए है.
वहीं दूसरी ओर अमरावती तहसील कार्यालय के पास पशु चिकित्सालय के बगल में स्थित एक पुराना वृक्ष भी हवा के तेज बहाव को बर्दाश्त नहीं कर पाया और इस पेड का बडा हिस्सा टूटकर जमीन पर गिर पडा. इसी पेड के नीचे बैठकर एक व्यक्ति द्वारा टेलरिंग का काम किया जाता है, जो पेड के गिरते समय मौका पाकर वहां से निकलने में सफल रहा. लेकिन इस व्यक्ति की सिलाई मशीन और अस्थायी दुकान का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. साथ ही इस परिसर में भी बिजली के तार टूटकर क्षतिग्रस्त हुए है.
इसके अलावा शहर के बीचोंबीच श्याम चौक स्थित जोशी मार्केट की इमारत में नगर वाचनालय की ओर रहनेवाले हिस्से के आठ से दस कांच अपनी जगह से उखडकर नीचे आ गिरे और सडक पर गिरकर चकनाचुर हो गये. सौभाग्य से इस समय नीचे सडक पर कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था. अन्यथा यहां पर होनेवाले नुकसान की केवल कल्पना ही की जा सकती है.
उधर दूसरी ओर रामपुरी कैम्प परिसर के मुहाने पर स्थित राम-लक्ष्मण संकुल के बी-विंग की पांच मंजिला इमारत के उपर छठवीं मंजील के निर्माण का काम चल रहा है. जहां पर बनाई जा रही पैरापेट दीवार तेज आंधी-तूफान की वजह से भर-भराकर नीचे जमीन पर आ गिरी. इस समय नीचे खडे करीब 7 से 8 दुपहिया वाहनों का काफी नुकसान हुआ है. चूंकि राम-लक्ष्मण संकुल के उपरी हिस्से को रिहायशी तौर पर विकसित किया गया है और यहां पर कई परिवारों का निवास भी है. ऐसे में इस परिसर में अक्सर छोटे बच्चों का खेलना-कूदना चलता रहता है. साथ ही यहां पर माल वाहक वाहनों की लोडिंग-अनलोडिंग का काम भी चलता है. लेकिन आज तेज आंधी-तूफान और बारिश रहने की वजह से इस परिसर में कोई भी मौजूद नहीं था. जिसकी वजह से दीवार गिरने के चलते यहां पर कोई जनहानि नहीं हुई.
इसके अलावा जिला सामान्य अस्पताल परिसर में मुख्य प्रवेश द्वार के पास ही स्थित एक पेड का काफी बडा हिस्सा तेज आंधी-तूफान व मुसलाधार बारिश की वजह से टूटकर गिर गया. हालांकि इस घटना के चलते सौभाग्य से कोई जनहानि नहीं हुई.