मेलघाट में मुसलाधार बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त
नदी, नाले में जोरदार बाढ, कई गांवों का संपर्क टूटा
धारणी/ दि. 23 – मेलघाट में पिछले 10 दिनों से मुसलाधार बारिश ने कहर ढा रखा है. बीच में दो दिन के लिए कुछ क्षेत्र में बारिश नहीं हुई, इसके बाद फिर तीन दिनों से जोरदार मुसलाधार बारिश शुरु है. जिसके कारण मेलघाट के खंडू, खापरा, सिपना, गडगा, शहानुर, चंद्रभागा नदी में महाबाढ उफान में आ गई है. जिसके चलते मेलघाट का सामान्य जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया, कई गांवों का संपर्क टूट गया है.
आजादी के 75 वर्ष बाद भी मेलघाट के में अच्छे रास्ते नहीं बने. पुल नहीं, कुछ नदियों पर दिखावे के लिए पुल बने है, वे पुल टूट जाने के कारण रास्ते बंद हो गए. मेलघाट हतरु, रायपुर के कुवाआम नदी का पुलमुसलाधार बारिश के कारण टूट गया. जिसके चलते हतरु क्षेत्र के करीब 25 गांवों का संपर्क टूट गया. इसी तरह चौराकुंड के पास चंभारकुंडी नाले के पुल के पाइप के उपर से बाढ का पानी बह रहा है. वहां से जाना संभव नहीं है. कचरे से भर चुके वे पाइपों को संबंधित विभाग तत्काल साफ करे, जिसके कारण वहां से लोगों का आवामगन किया जा सकेगा, ऐसी मांग गांववासियों ने की है.
गांववासियों को पिसाई, किराना, सागसब्जी के लिए हरिसाल जाना पडता है, परंतु नाले में भारी बाढ आने के कारण वहां से जाना संभव नहीं है. रोहणीखेडा के पास गडगा नदी के पुल के उपर से बाढ का पानी बह रहा है, इसके कारण सुसर्दा परिसर के 30 गांवों का धारणी मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. गदगा मालूर व भांडूम के समीप गडगा नदी के पुल के उपर से बाढ का पानी बहने के कारण मालूर, भांडूम, दाभिया गांव का संपर्क टूट गया है. इसी तरह रंगुबेली ग्रामपंचायत के खामदा, धोकडा, किन्हीखेडा, कुंड इन गांवों को जोडने वाला पुल क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण इस गांव में जाने वाले कोई दूसरा मार्ग नहीं होने से यहां के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. मुसलाधार बारिश के कारण नदी किनारे रहने वाले खेतों की फसल बह गई. जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है. ज्यादा बारिश के कारण खेतों में पानी भर जाने सेे लगाई गई फसल खेत में ही सड गई. किसानों को नुकसान भरपाई की जाए, ऐसी भी मांग गांववासियों व्दारा की गई हैं.