हत्या मामले में उम्रकैद के कैदी की जिला अस्पताल में मौत
दमा के इलाज के लिए लाया गया था, बैंच पर दम तोडा
अमरावती/ दि. 15- जिला मध्यवर्ती कारागृह में हत्या के अपराध में उम्रकैद की सजा काट रहे जालना के प्रल्हाद मोरे नामक कैदी की अस्थमा की बीमारी के चलते जिला अस्पताल लाया गया. जहां उसकी मौत हो गई. उस कैदी की हालत बहुत गंभीर होने के कारण उसे वक्त पर इलाज नहीं मिला. जिला अस्पताल के ओपीडी के बैंच पर ही कैदी ने दम तोड दिया.
प्रल्हाद रामचंद्र मोरे (45, जाफराबाद, जालना) यह सजायाफ्ता मृत कैदी का नाम है. जिला मध्यवर्ती कारागृह की ओर से कैदी की मौत की जानकारी फ्रेजपुरा पुलिस को दी गई. जानकारी के अनुसार 1996 में प्रल्हाद को हत्या के एक मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. बुलढाणा की अदालत द्बारा सजा सुनाए जाने के बाद उस कैदी को अमरावती जिला मध्यवर्ती कारागृह में रखा गया. प्रल्हाद को अस्थमा की बीमारी थी. उसकी तबियत ज्यादा बिगड जाने के कारण जेल कर्मचारी उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुचे. सुबह 11 बजे अस्पताल पहुंचते ही तत्काल उसे इलाज नहीं मिला. प्रल्हाद को जिला अस्पताल की ओपीडी के बेंच पर बिठाया. परंतु बेंच पर बैठते ही प्रल्हाद ने दम तोड दिया. बेंंच पर गिरने के बाद मुख्यालय के गार्ड ने उसे डॉक्टर को दिखाया. डॉक्टर ने जांच कर मृत घोषित किया. फ्रेजरपुरा पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर आगे की तहकीकात शुरू की है.