* दत्त मंदिर बुधवारा में ज्ञानयज्ञ सप्ताह
अमरावती/दि.8- भागवत कथा की महत्ता अनन्य साधारण हैं. अनेक स्थानों पर पूरे वर्ष भागवत ज्ञानयज्ञ सप्ताह का आयोजन होता है. कथा श्रवण से जीवन जीने का मार्ग मिलता है. संसाररुपी भवसागर में यशस्वी होने की दिशा प्राप्त होती है, यह प्रतिपादन भागवताचार्य श्यामराव देशपांडे ने किया. वे दत्त मंदिर कुंभारवाडा में सोमवार से आरंभ हुई भागवत कथा में बोल रहे थे. पहले दिन ग्रंथपूजन और अनुष्ठान यजमान चंद्रशेखर हबर्डे, भारती हबर्डे, अनंत साउरकर, अनुराधा साउरकर के हस्ते किया गया. इस समय सर्वश्री वसंतराव साउरकर, धनंजय चतारे, मधुकर साउरकर, मनोज केवले, अभिनंदन पेंढारी, नितिन व्यास, श्रीराम रेातले, नितिन विधले, अर्चना खेडकर, अंजली अंबुलकर, सुप्रिया केवले, पूजा साउरकर, रमेश राजोटे, अद्धेत साउरकर, सुभाष नांदुरकर, बाबा गंगात्रे, अशोक तांबसकर आदि ने अथक परिश्रम किए.