अमरावती/दि.24-महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना के तहत एक मरीज की जटिल हार्ट सर्जरी की गई. यह ऑपरेशन सफल होकर मरीज को नई जिंदगी मिली है. हाल ही में 63 वर्षीय पुरुष मरीज को सीने में दर्द और घबराहट की शिकायत के साथ शालिनीताई मेघे हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के आपातकालीन विभाग में भर्ती किया गया. मरीज को कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी) के साथ सिंगल-वेसल डिजीज (एसवीडी), बड़े एपिकल पोस्ट-मायोकार्डियल इंफार्क्शन (एमआई) वेंट्रिकुलर सेप्टल रप्चर (वीएसआर), और लेफ्ट वेंट्रिकुलर (एलवी) एपिकल एनेरिज्म का निदान किया गया. मामले की जटिलता और गंभीरता को देखते हुए, सर्वोत्तम परिणाम सुनिश्चित करने के लिए तुरंत सर्जरी करने की आवश्यकता थी. मरीज को 1020 बेड वाले शालिनीताई मेघे हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के स्पेशलिटी विंग डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर सुपरस्पेशलिटी इंस्टीट्यूट के सीवीटीएस विभाग में कार्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. सुम्बुल सिद्दीकी की विशेषज्ञ देखरेख में भर्ती किया गया. पूरी जांच के बाद, मरीज को सर्जरी के लिए तैयार किया गया. डॉ. सुम्बुल सिद्दीकी के नेतृत्व में एक कुशल सर्जिकल टीम ने वीएसआर के पैच क्लोजर और डीओआर प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया.
सर्जरी में डॉ. अजय हरदास ने सहायता की, जबकि एनेस्थीसिया का प्रबंधन डॉ. रुपाली शेंद्रे ने किया. परफ्यूजनिस्ट्स सुश्री क्रिस्टीना और अंशुल ने प्रक्रिया के दौरान उचित रक्त परिसंचरण सुनिश्चित किया. ऑपरेशन थियेटर को सिस्टर आरती, सिस्टर मिताली और ओटी तकनीशियन किशोर, ओंकार, रागिनी और ब्रदर गणेश ने कुशलतापूर्वक संभाला. क्लिनिकल एसोसिएट्स डॉ. मोहम्मद अवेस हसन, डॉ. समीन, डॉ. नीलकंठ, डॉ. गजानन, डॉ. सोनाली और डॉ. कुमकुम ने समग्र सहायता की.
सर्जरी के बाद, मरीज को सीवीटीएस आईसीयू में ब्रदर आशीष, स्वप्निल, प्रवीण, अमित, रितिक, आदर्श, संघर्ष, निखिल और हर्षल की गहन देखभाल में रखा गया. वार्ड इंचार्ज सिस्टर कल्पना ने सिस्टर रोशनी और सिस्टर स्वाति के साथ मिलकर मरीज के शीघ्र स्वस्थ होने और नियमित निगरानी को सुनिश्चित किया. पैरामेडिकल स्टाफ अमन, प्रियंका और प्रवीण ने भी मरीज की देखभाल में महत्वपूर्ण योगदान दिया. मरीज को सफलतापूर्वक हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई. उनके परिवार ने सीवीटीएस टीम और शालिनीताई मेघे हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर को समय पर और जीवनरक्षक सर्जरी के लिए आभार व्यक्त किया.
यह सर्जरी महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना (एमजेपीजेवाई) के तहत निःशुल्क प्रदान की गई. जिसे प्रतीक और धनंजय ने अहमिंद्र जैन के मार्गदर्शन में सुगम बनाया. डीबीएएसआई प्रशासक डॉ. नूरुल अमीन और फ्लोर मैनेजर प्रणाली पोकले ने प्रशासनिक सहायता की. शालिनीताई मेघे हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर, डॉ. अनुप मरार ने पूरी टीम की सराहना करते हुए कहा, यह मामला हमारी बहु-विषयक टीम के अद्वितीय कौशल और समन्वय को दर्शाता है.