जीवन भयमुक्त व रोगमुक्त होने पंचशिल का करें पालन : भदंत सत्यानंद
डॉ.बाबासाहब आंबेडकर अभ्यासिका का उद्घाटन
बडनेरा / दि. १२- जीवन को भयमुक्त, रोगमुक्त और लोभमुक्त बनाने के लिए पंचशिल का पालन करना चाहिए, यह बात भदंत सत्यानंद महाथेरो ने कही. विशाखा बुद्ध विहार विकास समिति राजेंद्र नगर द्वारा डॉ.बाबासाहब आंबेडकर अभ्यासिका का लोकार्पण किया गया. अभ्यासिका के उद्घाटन अवसर पर बतौर अध्यक्ष वे बोल रहे थे. इस समय प्रमुख अतिथि प्रा.कमलाकर पायस, प्रा.डॉ.रवींद्र मुंद्रे उपस्थित थे. अभ्यासिका उद्घाटन पूर्व नगररचना अधिकारी प्रकाश रविराव के हाथों किया गया. उन्होंने कहा कि, प्रत्येक स्थान पर विद्यार्थियों को अभ्यास के लिए सुसज्जित अभ्यासिका उपलब्ध करना चाहिए. जिससे उन्हें परीक्षा तैयारी करने सुविधा होगी. अपने परिवार तक विचार सीमित न रखकर पूरे समाज के विकास के लिए प्रयास करने का आह्वान उन्होंने किया. कार्यक्रम दौरान रवींद्र मुंद्रे ने भी मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रा.दिनकर तुरकाने ने रखी. महापरित्राण पाठ अवसर पर भदन्त सत्यानंद महाथेरो, भदन्त सुमंगल महाथेरो, भदन्त करूणाशिल महाथेरो, भदन्त श्रीपाद थेरो, भदंत कौंडिण्य थेरो, भदंत आर्यसारीपुत्र थेरो, भदंत सुबोध थेरो, भदंत विनयवंशलंकारा थेरो, भदंत राहुल थेरो को संघदान किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए दिनकर तुरकाने, खुशाल अवसरमोल, भिमराव निस्वाडे, वामन हरणे, नमोप्रकाश राऊत, शामराव मोरे, विनोद इंगले, लक्ष्मण खंडारे, ज्ञानेश्वर मेश्राम, यशवंत गावंडे, धनराज तेलमोरे, गौतम मेश्राम, राकेश वानखडे, विशाखा महिला मंडल उपासिका व उपासकों ने सहयोग दिया. कार्यक्रम में पूर्व सभापति अजय गोंडाणे, मंगेश मनोहरे, पूर्व शिक्षाधिकारी एस.बी.खोब्रागडे, मनोज छापानी, किशोर अघम, केशव मेश्राम, ओंकारराव वानखडे, एड.रघुनाथ रामटेके, एड.धर्मेंद्र सरदार, धम्मदास मुंदरखे, विकास धंदर, डॉ.प्रशांत कालबांडे, लता गजभिये, रवींद्र वैद्य, मोहिनी गुजरे, विजय शेंडे का सम्मानचिह्न देकर गौरव किया गया. इस समय कविता डोंगरे, बेबीताई अवसरमोल, सुमित्रा खंडारे, सुनीता तेलमोरे, चंद्रकांत इंगले, भरतकुमार धांदे, गुंजन मेश्राम, रंजना निस्वाडे, जनार्दन बनसोड, डॉ.नीना बनसोड, डॉ.कमल राऊत आदि मौजूद थे.