12 घंटे में 15 बार जा रही बत्ती

शहर का प्रत्येक एरिया हलकान

* अंबा नगरी में रह रहे या अबूझमाड में
* विधायक कहती है बढ रहा लोड
* इंजीनियर कहते हैं बदलते मौसम की मार े
अमरावती/ दि. 16- अंबानगरी का खापर्डे बगीचा से लेकर श्रीकृष्ण पेठ, स्टेशन चौक, राजकमल जैसे व्यस्ततम व्यापारिक क्षेेत्र सहित बडे अस्पतालों का भाग पिछले पखवाडे भर से दिन में 15 बार गुल हो रही बत्ती के कारण हैरान परेशान है. अनेक के बिजनेस पर असर हो रहा है तो महावितरण के इंजीनियर सफाई दे रहे हैं कि, कभी भीषण गर्मी और कभी बारिश के कारण इन्सुलेटर फूट रहे हैं. जिससे बिजली लाइन मौसम की मार सह रही है. वही विधायक से बिजली की समस्या को लेकर चर्चा की तो उन्होंने बताया कि लोड काफी बढा है. ऐसे में विभिन्न भागों के 100 ट्रांसफार्मर बदले जा रहे हैं. 15- 20 दिनों में हालात ठीक हो जायेंगे. बारिश के मौसम में इस बार महावितरण को पहले से ही पुख्ता तैयारी करने कह दिया है.
* बार- बार बत्ती गुल, काम ठप्प
खापर्डे बगीचा से लेकर अनेक भागों में बार-बार बिजली खंडित होने से सभी के कामकाज प्रभावित हो रहे हैं. उपकरण भी बिजली की भयंकर आंख मिचौली से खराब हो रहे हैं. बिजली कंपनी के अधिकारियों, अभियंता से शिकायत करने पर वे जल्दी ध्यान नहीं देने की जनशिकायत सुनने मिल रही है.
* 15 बार जाती लाइन
दिन में 15 बार लाइन गुल हो रही है. जिससे इनवर्टर भी जवाब दे जाते हैं. इस कदर बिजली आ और जा रही है कि कम्प्यूटर व महंगे उपकरण खराब हो रहे हैं. लोगों के कामकाज तो प्रभावित होते ही हैं. गर्मी के इन भीषण दिनों में हर कोई बच्चा या बुजुर्ग हैरान परेशान हो जाता है. कूलर और एसी की शरण में रहनेवालों को पंखा भी नहीं चलता तो परेशानी बढ जाती है. विदर्भ की गर्मी वैसे भी फेमस है. ऐसे में बिजली की परेशानी गर्मी के दिनों के सितम बढा देती है.
* दो बडे अस्पताल इसी लाइन पर
अमरावती जिला सामान्य अस्पताल और जिला स्त्री अस्पताल, विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल सहिल अनेकानेक अस्पताल, दैनिक अमरावती मंडल, दैनिक हिन्दुस्तान प्रेस इन्हीं भागों में हैं. जहां पखवाडे भर से बिजली की आंख मिचौली ने सभी को हैरान कर रखा है. इतनी बार बत्ती गुल हो रही है कि अब किसी के भी सब्र का बांध जवाब दे रहा है.
* क्या कहते हैं इंजीनियर
इस बारे में अर्बन डिविजन के इंजीनियर सराटे से संपर्क किया तो उन्होंने अपने अधीनस्थ से जानकारी लेकर फॉल्ट के बारे में बताने की बात कही. वहीं जेई फुटाने से संपर्क किया तो उन्होेंने बताया कि इस लाइन पर भार बढ गया हैं. जिससे बार- बार बिजली खंडित हो रही है. इसका भार वितरण का निर्णय किया गया है. अब इर्विन और डफरीन अस्पतालों की लाइन का लोड अलग किया जा रहा है.
* मौसम भी एक कारण
जेई वाडवे ने बताया कि मौसम का बदलता मिजाज भी पुराने पॉवर हाउस से सप्लाई में बाधा बन रहा है. लाइन पर लोड बढने से ट्रीपिंग बढ गई है. ऐसे ही कभी गर्म और कभी बारिश की वजह से इन्सुलेटर फूट रहे हैं. जिससे बिजली खंडित हो जाती है. सप्लाई को अबाधित रखने के लिए सभी प्रयत्न हो रहे हैं. रेलवे स्टेशन चौक और कई बार रूक्मिणी नगर से भी भार इसी लाइन पर ट्रांसफर कर देने से दिक्कत बढी है. जेई वाडवे ने बताया कि अब वे उपरोक्त तीनों लाइन सेपरेट कर रहे हैं.

* 113 ट्रांसफार्मर बदलेंगे, 12 करोड फंड दिया
विधायक सुलभा खोडके से शहर के बडे क्षेत्र की बिजली समस्या और दिन में एक दर्जन से अधिक बार खंडित होती आपूर्ति के विषय में चर्चा की तो उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह ही उन्होंने अभियंता के साथ बैठक की. अपने फंड से 12 करोड का निधि बिजली ट्रांसफार्मर और संपूर्ण मरम्मत के लिए दिया है. टेंडर प्रक्रिया को विलंब हो गया फिर भी अभी काम शीघ्र होगा. अगले पखवाडे भर में बिजली ट्रिप होने की समस्या से निजात मिलेगी. क्योंकि 113 नये ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं. उसी प्रकार उनकी क्षमता भी बढाई जा रही है.् निश्चित ही बिजली लाइन पर लोड बढा है. किंतु उचित उपाय करने कहा गया है.
* सूर्यघर योजना के बावजूद कैसे बढा भार !
अमरावती सौर उर्जा योजना में प्रदेश में अव्वल रहने के बावजूद लोड कैसे बढ रहा है ? इस प्रकार का सवाल बिजली उपभोक्ता कर रहे हैं. जबकि जानकारों के अनुसार बिजली का भार लगातार बढा है. गर्मी के कारण कूलर, एसी की संख्या सतत बढ रही है. यद्यपि शहर के सैकडों घरों में सौर उर्जा के पैनल लगा दिए गये हैं.

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