अमरावती

धारणी के गोलाई गांव में फिर शेर की दहशत

बाघ ने दो दिनों में दो बछडे, एक गाय, एक बैल का किया शिकार

धारणी/ दि. 25 – वन्यजीव विभाग ने पिछले एक माह पूर्व तेंदुए को पकडा था. अब फिर एक शेर ने आतंक मचाना शुरू कर दिया. धारणी से 55 किमी दूर गोलाई गांव में बीते दो दिनों में दो बछडे, एक गांव, एक बैल, ऐसे 4 मवेशियों का शिकार कर लिया. जिससे आदिवासियों की जान को खतरा होने के कारण दहशत निर्माण हुई है. बाघ द्बारा इतना ज्यादा आतंक मचाने के बाद भी वन विभाग की ओर से किसी तरह का ठोस कदम नहीं उठाया गया, ऐसा स्पष्ट आरोप गांववासियों द्बारा लगाया जा रहा है.
चार मवेशियों का शिकार करने के बाद वन विभाग के दल ने धूलघाट रेंज में मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का पंचनामा किया. परंतु प्रभावित आदिवासी को मवेशियों के बदले में वन विभाग ने किसी तरह का अब तक मुआवजा नहीं दिया. धारणी से 55 किमी दूर गोलाई गांव पूरी पहाडी क्षेत्रों में बसा है. अकोट वन्यजीव विभाग में आनेवाले गोलाई गांव में पिछले दो दिनों से गांव के पास खेत में बंधे, दो बछडे, एक बैल, एक गाय का शेर ने शिकार किया. जिससे गांववासियों पर खतरा मंडराने लगा. गोलाई गांव के तीन किसानों के खेत में उस बाग ने शिकार किया है, ऐसी जानकारी मिली है. उंडीराम मुंडे, बालाजी पलवधे व दशरथ नागरगोजे के मवेशियों का बाघ ने शिकार किया है. वहीं दूसरी तरफ शिकार करनेवाला बाघ था या तेंदुआ यह बात पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पायी. लेकिन पदचिन्ह और शिकार के तरीके को देखते हुए वह शिकार करनेवाला बाघ ही होगा. ऐसा अनुमान लगाया गया है.
गोलाई के सरपंच दिनेश मावस्कर ने सर्कल अधिकारी वांगे से तत्काल बाघ का बंदोबस्त करने का आग्रह किया है. व्याघ्र प्रकल्प के कर्मचारियों ने पंचनामा कर आगे की कार्रवाई के लिए डीएफओ कार्यालय भेजा है. इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता समीर शेख ने बाघ के डर के कारण स्थानीय किसान दहशत में होने की जानकारी दी है. 4 वर्ष पहले भी इस क्षेत्र में बाघ ने किसान पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया था. दो दिनों पूर्व बोरी के पास महामार्ग पर रीछ और अब गोलाई में बाघ का आतंक बढा है.

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