अमरावती

इर्विन अस्पताल का लिक्विड ऑक्सिजन टैंक चार दिन से पडा है खाली

सिलेंडरों के जरिये चलाया जा रहा काम

  • कृत्रिम ऑक्सिजन की कमी रहने की बतायी गई वजह

अमरावती/दि.17 – स्थानीय जिला सामान्य अस्पताल में सारी सहित अन्य बीमारियों की वजह से भरती होनेवाले और गंभीर स्थिति में रहनेवाले मरीजों के लिए कृत्रिम ऑक्सिजन की कमी न हो, इस हेतु यहां पर लिक्विड ऑक्सिजन टैंक स्थापित किया गया था. जिसकी क्षमता करीब साढे 3 हजार सिलेंडरों की है. किंतु पता चला है कि, पिछले चार दिनों से यह लिक्विड ऑक्सिजन टैंक पूरी तरह से खाली पडा है और टैंक में लिक्विड खत्म हो चुका है. ऐसे में अब एक बार फिर गंभीर स्थितिवाले मरीजों को पहले की तरह सिलेंडरों के जरिये ऑक्सिजन उपलब्ध करायी जा रही है.
उल्लेखनीय है कि, इस समय कोरोना की दूसरी लहर में कोविड संक्रमितों की संख्या बेतहाशा ढंग से बढ रही है. जिसकी वजह से मरीजों को भरती करने के लिए बेड कम पडने लगे है. वहीं अब गंभीर स्थितिवाले मरीजों के लिए बेहद आवश्यक रहनेवाली कृत्रिम ऑक्सिजन की भी किल्लत महसूस होने लगी है. बता दें कि, इस समय कोरोना के साथ-साथ कोरोना सदृश्य लक्षण रहनेवाली सारी नामक संक्रामक बीमारी भी बडी तेजी से पांव पसार रही है और सारी संक्रमित मरीजों को जिला सामान्य अस्पताल में इलाज हेतु भरती कराया जा रहा है. जहां पर वॉर्ड क्रमांक 10 में सारी संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाता है. यहां पर इस समय 25 सारी संक्रमित मरीज भरती है. जिनमें से कई मरीजों को श्वसन हेतु लगातार कृत्रिम ऑक्सिजन देना पड रहा है.
जिले में कोविड एवं सारी संक्रमित मरीजों की संख्या और जरूरत को देखते हुए सुपर स्पेशालिटी अस्पताल के साथ-साथ इर्विन अस्पताल में भी लिक्विड ऑक्सिजन टैंक स्थापित किया गया है, किंतु इर्विन अस्पताल के ऑक्सिजन टैंक में विगत चार दिनों से लिक्विड खत्म हो जाने की जानकारी देने के बावजूद संबंधित एजन्सी द्वारा लिक्विड ऑक्सिजन की आपूर्ति नहीं की गई. ऐसे में एक बार फिर पहले की तरह ऑक्सिजन सिलेंडरों के जरिये गंभीर स्थितिवाले मरीजों को ऑक्सिजन उपलब्ध कराया जा रहा है.

एजन्सी की हद लापरवाही

जिला सामान्य अस्पताल में ऑक्सिजन लिक्विड टैंक के जरिये विगत 31 मार्च से ऑक्सिजन की आपूर्ति शुरू की गई. पश्चात लिक्विड खत्म होने पर दो बार टैंक में लिक्विड भरा गया और वह भी खत्म हो गया. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि, इस समय जिले में कृत्रिम ऑक्सिजन की मांग कितनी अधिक है. ऐसे में यह सवाल भी उत्पन्न हो रहा है कि, सिलेंडरों के जरिये कितने दिनों तक ऑक्सिजन आपूर्ति की जा सकेगी.

  • इस समय ऑक्सिजन की सर्वाधिक जरूरत सुपर स्पेशालीटी अस्पताल में है. जहां पर सैंकडों कोविड संक्रमित मरीज भरती है. ऐसे में वहां पर पर्याप्त ऑक्सिजन उपलब्ध कराया गया है. वहीं जिला सामान्य अस्पताल में सारी के केवल 25 मरीजों को ही ऑक्सिजन पर रखा गया है. जिनके लिए 140 सिलेंडर उपलब्ध है और उन्हेें आवश्यकतानुसार रिफील करवाया जा रहा है.
    – डॉ. श्यामसुंदर निकम
    जिला शल्य चिकित्सक

Related Articles

Back to top button