अमरावती

श्रावण मास में उपवास का साहित्य हुआ महंगा

साबुदाना, फल्लीदाने के दाम बढ़े : फल हुए महंगे

* भगवान की पूजा के साहित्य को जीएसटी का झटका
अमरावती/दि.30- त्यौहार व उपवास के दिन आते ही उपवास के पदार्थों के दाम में वृद्धि होना शुरु हो गया है. साबुदाना, फल्लीदाना, वरई के दाम में पांच से दस रुपए की वृद्धि हुई है. सुदैव से खाद्य तेल के दाम प्रति किलो 15 से 30 रुपए कम हुए हैं.
साबुदाना प्रति किलो 5 से 8 रुपए महंगा हुआ है. चिल्लर विक्रेता के दाम प्रति किलो 68 रुपए हुए है. वरई 100 से 110 रुपए तो फल्लीदाना 132 रुपए किलो पर पहुंचा है. एक किलो राजगिरा 120 रुपए में मिल रहा है. तले हुए पदार्थ साबू चिवड़ा 280, आलू के वेफर्स 330, केले के वेफर्स 320 रुपए प्रति किलो मिल रहे हैं.
जिसकी तुलना में केले के दाम स्थिर है. वर्स के केले 40 रुपए दर्जन तो देशी केले 80 रुपए दर्जन के हिसाब से बेचे जा रहे हैं. रतालु के दाम 50 रुपए किलो है. एक वाघाटा पांच से दस रुपए में बेचा जा रहा है.
किराणा व्यापारी का कहना है कि उपवास के पदार्थों के दाम में वृद्धि डिजल दरवृद्धि, अतिवृष्टि एवं जीएसटी के कारण बढ़े है. विश्वस्तर के अस्थिर वातावरण के कारण भी आयात को फटका बैठा है. साबुदाने के दाम गत वर्ष की तुलना में ज्यादा नहीं बढ़े हैं.
सिर्फ उपवास के पदार्थ ही महंगे नहीं हुए, बल्कि भगवान की पूजा का साहित्य भी महंगा हुआ है. कापूर की एक वड़ी डेढ़ से दो रुपए पर पहुंची है. 70 कपूर की बड़ी का पॉकेट 120 रुपए में खरीदना पड़ रहा है.

इस तरह है दरवृद्धि
पदार्थ              मई     जुलाई
साबुदाना        60        68
फल्लीदाना     110      132
सेब                100      150
मोसंबी           60         80
खजूर             70         90

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