अमरावती

धर्म के प्रति विश्वास रख सच्चाई का जीवन जीए

नांदेड के संत बाबा बलविंदरसिंहजी का सभी संगत को उपदेश

बडनेरा के नवनिर्मित गुरूद्वारा गुरूनानक दरबार साहिब में गुरूमत समागम व गुरूग्रंथ साहिब का हुआ प्रकाश
नगर कीर्तन में उमडी हजारों भक्तों की भीड
‘वाहे गुरूजी का खालसा, वाहे गुरूजी की फतेह, वाहे गुरू-वाहे गुरू’ के जयकारों से परिसर गूंज उठा
जगह-जगह पालकी साहिब के नगर कीर्तन का पुष्पवर्षा के साथ हुआ स्वागत, जोरदार आतिशबाजी भी हुई
अमरावती/ दि. २०- बडनेरा शहर के नई बस्ती लकडगंज में नवनिर्मित गुरूद्वारा गुरूनानक दरबार साहिब में नांदेड से पधारे संत बाबा बल विंदरसिंह के हाथों गुरूग्रंथ साहिब का प्रकाशनमान किया गया. इस ऐतिहासिक पल के अवसर पर सिख पंजाबी और सिंधी समुदाय सहित विविध समाज के भक्तगण व अनेक राजनीतिक दल के नेता मौजूद रहे. संत बाबा बलविंदरसिंह ने अपने वचनों में सभी संगत को धर्म के प्रति विश्वास रखकर सच्चाई वाला जीवन जीने का उपदेश दिया.
बडनेरा शहर के नवनिर्मित दरबार साहिब का रविवार १९ मार्च को नांदेड से विशेष रूप से पधारे संत बाबा बलविंदरसिंह के हाथों विधिवत उदघाटन किया गया. इस अवसर पर सलूजा परिवार के घर से गुरूग्रंथ साहिब के प्रकाश निमित्त आयोजित गुरूमत समागम में निकला भव्य पालकी साहिब का नगर कीर्तन ऐतिहासिक रहा. सिख, पंजाबी और सिंधी समुदाय के समेत सभी जाति धर्म के लोग इस नगर कीर्तन में शामिल हुए. सुबह ९ बजे के दौरान बडनेरा में बाबाजी का आगमन होते ही वे सलूजा परिवार के घर पहुंचे और श्रीगुरूग्रंथ साहिब के स्वरूप का दर्शन किया. इस अवसर पर वाहे गुरू-वाहे गुरू के जयकारों से परिसर गूंज उठा. सभी संगतों ने संत बाबा बलविंदरसिंह का स्वागत किया. उनकी अगुवाई में सलूजा परिवार के घर से गुरू ग्रंथ साहिब के स्वरूप को बडे मान सम्मान के साथ और बहुत प्यार से गुरूग्रंथ साहिब की पालकी में विराजमान किया गया और बाबाजी के सानिध्य में नगर कीर्तन का शुभारंभ हुआ. बडनेरा- अमरावती समेत विदर्भ व परप्रांतों से पधारे सिख, पंजाबी, सिंधी व विविध जाति-धर्म के लोग इसमें बढचढकर शामिल हुए. बाबाजी वाहे गुरू-वाहे गुरू का जाप संपूर्ण नगर कीर्तन में करते रहे . नगर कीर्तन में शुरूआत में गुरूजी के घोडों के वंशज तीन अश्व आगे चल रहे थे. उनके पीछे अगुवाई करनेवाले ५ प्यारे और पीछे साध संगत हाथों में झाडू लेकर मार्ग की सफाई करते हुए आगे चल रहे थे. पंच प्यारे के पीछे गुरूग्रंथ साहेब की पालकी चल रही थी. जगह-जगह श्रध्दालु दर्शन का लाभ लेते हुए पुष्पवर्षा कर रहे थे. साथ ही पालकी साहिब से मिल रहे प्रसादी का लाभ भी ले रहे थे. नगर कीर्तन का पुष्पवर्षा और आतिशबाजी के साथ जगह-जगह स्वागत किया गया. गुरूद्वारा गुरूनानक दरबार साहिब बडनेरा द्वारा आयोजित यह नगर कीर्तन ऐतिहासिक रहा. नगर कीर्तन शिवाजी चौक पर पहुंचते ही गुरूग्रंथ साहिब को बडनेरा गुरूद्वारा के भाई ज्ञानी प्रदीपसिंह जी ने मान सम्मान के साथ अपने मस्तक पर रखकर चलना आरंभ किया. बाबाजी चौहर साहिब करते हुए उसे गुरूद्वारा परिसर में लेकर आए. पश्चात गुरूद्वारा के गुरू घर के महल में गुरूग्रंथ साहिब का प्रकाशमान किया गया.
इससे पूर्व १७ मार्च से ३ दिनों तक जारी अखंड पाठ साहिब का समापन हुआ. अरदास उपरांत कीर्तन के बाद विशेष रूप से जबलपुर से पधारे भाई जसपालसिंह दर्दी ने कीर्तन राही व कथा राही से संगत का निहाल किया. पश्चात नांदेड से विशेष रूप से पधारे संत बाबा बलविंदरसिंह ने साध संगत को अपनी वाणी में उपदेश देते हुए कहा कि धर्म के प्रति विश्वास रखकर सभी संगत ने सच्चाई वाला जीवन जीना चाहिए. इस अवसर पर बाबाजी का बडनेरा गुरूद्वारा प्रबंध कमिटी की ओर से फूल माला पहनाकर स्वागत एवं सत्कार किया गया. बाबाजी के हाथों बडनेरा प्रबंध कमिटी के अध्यक्ष रणजीतसिंह अरोरा, उपाध्यक्ष हरभजनसिंह सलूजा का स्वागत एवं सत्कार किया गया. इस अवसर पर शरणपालसिंह अरोरा, रणजीतसिंह अरोरा, हरभजनसिंह सलूजा,कुलबीरसिंह अरोरा, कृपालसिंह बावरी, तीरथसिंह बावरी, स्वर्णसिंह उडा, सतबीरसिंह अरोरा, गुरमितसिंह हुडा, अमरप्रितसिंह सलूजा, जसमितसिंह सलूजा, सतपालसिंह अरोरा, हरप्रीतसिंह अरोरा, मलकुसिंह बावरी, गुरूदयालसिंह बावरी, शक्तिसिंह बावरी, शैलेंद्रसिंह बावरी, अनमोलसिंह उडा, श्लोकसिंह उडा, ज्ञानी प्र्रदीपसिंहजी, दीपसिंह बग्गा, तजींदरसिंह उबोवेजा, हरबक्षसिंह उबोवेजा, मनजीतसिंह होरा, सुरजीतकौर अरोरा, कमलेश कौर हुडा, सतनाम कौर सलूजा, मनप्रीत कौर सलूजा, नरेंद्र कौर अरोरा, स्वर्ण कौर अरोरा, सतनाम कौर हुडा, परमजीत कौर हुडा, कुलवंत कौर मदान, हसनी कौर बावरी, कामना कौर बावरी, सजना कौर बावरी, महेंद्र कौर बावरी, मिन्नी अरोरा, महेंद्र कौर बावरी, ज्ञानसिंह अरोरा, पुष्पा बग्गा, अनिता उबोवेजा, लाडी सलूजा, स्वीटी सलूजा, रानी सलूजा, रैनी होरा, सत्येंद्र सिंह लोटे, प्रल्हादसिंह साहनी, जगदीश छाबडा, अमरजीतसिंह जुनेजा, सनमित कौर बग्गा, सुरजीत कौर सलूजा, वरिंदर कौर बग्गा, रितु बग्गा, सोनू बग्गा, राजेंद्र सिंह सलूजा, गुरविंदरसिंह बेदी, राजू मोंगा, राज छाबडा, सुरजीतसिंह होरा, सतविंदर कौर अरोरा, सतनाम कौर बग्गा, इकबाल कौर होरा, परमिंदरसिंह अरोरा, निक्की अरोरा, अंशदीपसिंह अरोरा, मनमीत कौर हुडा, दीप्ती बग्गा, प्रीतिका सावला, मनमीत कौर हुडा, मिन्नी हुडा, राकी मोंगा, रिझक कौर अरोरा, रविंदरसिंह सलूजा, सीटू सलूजा, नमन सलूजा, राजू बग्गा, गुरूप्रीत कौर पोपली, प्रीति छाबडा, चंदुमल बिल्दानी, नंदु धमाई, कुलवंत कौर मदान, हसनी कौर बावरी, अशोक दुल्हानी, धर्मदास चेलानी, मोहन बजाज, दौलत बजाज, टेकचंद केसवानी, गिरीश सावला, प्रीतिका सावला, प्राची वर्धानी, दिव्या धमाई, विजय घिंदानी, कंचन गेमनानी, भावना साधवानी, प्रीति प्रथानी, अनिता चेनानी, सुनीता आसनानी, किरण आसनानी, पप्पू राजपूत, अंजू पोपली, माता सानी पोपली, रिया सलूजा, धर्मदास चेलानी, मंजू धमाई, महेश धमाई, सीमा धमाई, सुनीता आसनानी, किशोर गनवानी, अंजू पोपली, मुलचंद पुरसवानी, फंटु सलूजा, प्रीतमदास चेतवानी, जय बिंदानी, त्रिलोकचंद पंजवानी, जया गेमनानी, बानीबाई सिरवानी, प्रीति छाबडा, कमल चेनानी, चंद्रकांत पोपट, नितीन कदम, पूर्व पार्षद इशरत बानो, गोलू गिडवानी, जीतू मोटवानी, प्रदीप सोलंके, किशोर जाधव, सोनू रूंगटा, लालू सोलंकी, मोहन जाखड, प्रमेंद्रसिंह ठाकुर, मंगेश गाले, आनंद जोशी, अन्नू शर्मा, राजेश शर्मा , लक्ष्मण राठोड, डॉ. जाजू, सुरेश राठी, राजेश हेमनानी, डॉ. बलीराम ग्रेसपूंजे, प्रदीप मांजरे, विजय होलानी, राजेश जोशी, चिराग जोशी, सचिन लढ्ढा, मयूर गाथा, स्वप्निल ढोबले समेत हजारों लोग उपस्थित थे. इस ऐतिहासिक आयोजन के अवसर पर अमरावती जिले के अलावा विदर्भ के हर जिले से तथा मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, झारखंड से भी अनेक भक्तगण उपस्थित रहे.
* विविध राजनीतिक दल के नेता रहे उपस्थित
बडनेरा शहर के नवनिर्मित गुरूद्वारा के उदघाटन अवसर पर विधायक रवि राणा, पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी, भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर, प्रदेश सदस्य जयंत डेेहनकर, पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर धाने पाटिल, पूर्व महापौर विलास इंगोले, सुरेश रतावा, पूर्व पार्षद सुरेंद्र पोपली, विहिंप-बजरंग दल के अध्यक्ष दिनेशसिंह, प्रा. राजीव देशमुख, बाबूभैया गहरवार, चेन वाटकर, मयूर जायस्वाल, नितीन कदम, पंकज जाधव, हरीना नेत्रदान समिति के अध्यक्ष चंद्रकांत पोपट, राजेंद्र भंसाली, अजय जयस्वाल, पुरूषोत्तम बजाज समेत अनेक लोग उपस्थित थे.
* लंगर का लिया हजारों ने लाभ
बडनेरा शहर के नवनिर्मित गुरूद्वारा के उद्घाटन अवसर पर आयोजित लंगर का १५ से २० हजार भक्तगणों ने लाभ लिया. महिला-पुरूष, युवक-युवतियों समेत नन्हें बालकों ने बडी आस्था के साथ लंगर में सेवा दी. गुरूमत समागम के अवसर पर १७ मार्च से ही सुबह-शाम अरदास के बाद लंगर का आयोजन किया गया था. इसका सभी भक्तगणों ने लाभ उठाया.

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