परकोट के भीतर बंद की जाये लोडशेडिंग
पूर्व महापौर विलास इंगोले ने उठाई मांग
* अन्यथा तीव्र आंदोलन की दी चेतावनी
* त्यौहार के समय हो रही लोडशेडिंग पर जताया रोष
अमरावती/दि.4 – स्थानीय परकोट के भीतर बसी पुरानी अमरावती के विभिन्न रिहायशी इलाकों में प्रतिवर्ष ही 10 दिवसीय गणेशोत्सव व 9 दिवसीय शारदीय नवरात्रोत्सव की अच्छी खासी धूम रहती है और कई सार्वजनिक मंडलों द्वारा बडी धूमधाम के साथ गणेशोत्सव व दुर्गोत्सव मनाया जाता है. लेकिन इसके बावजूद ऐन पर्व एवं त्यौहारों के समय इस परिसर में महावितरण द्वारा रोजाना सुबह व शाम के वक्त दो से तीन घंटों के लिए विद्युत आपूर्ति को खंडित रखा जाता है. जिससे उत्सव में खलल पडने के साथ ही परिसर में रहने वाले लोगों तथा यहा आने वाले भाविक श्रद्धालुओं को काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडता है. इस आशय की जानकारी देते हुए पूर्व महापौर विलास इंगोले ने पर्व एवं उत्सवकाल के दौरान परकोट के भीतर वाले परिसरों में विद्युत आपूर्ति को नियमित रुप से सुचारु रखे जाने की मांग उठाई है.
इस संदर्भ में आज यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में पूर्व महापौर विलास इंगोले नेे कहा कि, परकोट के भीतर रहने वाले पटरीपुरा, बुधवारा, भाजीबाजार, खरकाडीपुरा, मच्छीसाथ, दहीसाथ, सक्करसाथ, बर्तनबाजार, सराफा बाजार, धनराज लेन, टैगोर चौक, तारपुरा जैसे विभिन्न इलाकों में गणेशोत्सव पर्व के दौरान भी बिजली की आंखमिचोली चलती रही. वहीं अब नवरात्रोत्सव का पर्व शुरु होते ही महावितरण द्वारा इन सभी इलाकों में एक तरह से अघोषित लोडशेडिंग करनी शुरु कर दी गई है. जिससे परिसरवासियों में महावितरण को लेकर अच्छा खासा रोष व्याप्त है. जिसे देखते हुए महावितरण ने पर्व एवं त्यौहारों के समय विद्युत आपूर्ति को पूरी तरह से अखंडित व सुचारु रखने के लिए आवश्यक नियोजन करना चाहिए.
इसके साथ ही पूर्व महापौर विलास इंगोले ने यह भी कहा कि, यदि महावितरण द्वारा पर्व एवं त्यौहारों के समय इस परिसर में विद्युत आपूर्ति को खंडित करना बंद नहीं किया जाता है, तो वे खुद परिसरवासियों के साथ मिलकर महावितरण के खिलाफ तीव्र जनांदोलन करेंगे.