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नागपुर शीतसत्र के बाद हो सकती है स्थानीय निकायों की घोषणा!

दिसंबर अंत तक नई प्रभाग रचना व जनवरी में मतदाता सूची प्रकाशन की संभावना

* सबसे पहले मनपा तथा जिप व पंस के कराये जा सकते है चुनाव
* पश्चात जिले की 2 नगरपंचायतों, 10 नगरपालिकाओं व 556 ग्रापं में शुरु होगी चुनावी धामधूम
* पिछले 3 वर्षों से जिले के अधिकांश स्थानीय निकायों में चल रहा प्रशासक राज
अमरावती /दि.13- महानगरपालिका, जिला परिषद व पंचायत समितियों सहित जिले की सभी नगरपालिकाओं व नगरपंचायतों में इस समय प्रशासक राज चल रहा है. साथ ही जिले की 556 ग्रामपंचायतों का कार्यकाल भी खत्म हो चुका है. इन सभी स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव ओबीसी आरक्षण का मसला सुप्रीम कोर्ट में लंबित रहने के चलते लंबे समय से अधर में लटका हुआ है. हालांकि इससे पहले बिना ओबीसी आरक्षण के ही स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव कराने का एक बार असफल प्रयास किया जा चुका है. वहीं अब यह जानकारी सामने आयी है कि, संभवत: राज्य में लोकसभा व विधानसभा चुनाव के निपट जाने तथा अब राज्य में स्पष्ट बहुमत के साथ महायुति की सरकार के बन जाने के बाद जल्द ही स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराये जाएंगे. जिसे लेकर यह संभावना जतायी जा रही है कि, आगामी सोमवार 16 दिसंबर से नागपुर में शुरु होने जा रहे राज्य विधान मंडल के शीतसत्र दौरान ही इसे लेकर सरकार द्वारा कोई निर्णय लिया जा सकता है और शीतसत्र के निपटते-निपटते स्थानीय निकाय के चुनाव को लेकर कुछ हद तक स्थिति स्पष्ट भी हो सकती है. ऐसे में माना जा रहा है कि, शीतसत्र दौरान स्थानीय निकायों की सदस्य संख्या एवं निर्वाचन क्षेत्र के परिसीमन को लेकर फैसला हो जाने के बाद मनपा के प्रभाग तथा जिला परिषद के गट व पंस के गण की संरचना तय करने का काम शुरु हो सकता है. साथ ही साथ विधानसभा चुनाव हेतु तैयार की गई मतदाता सूचियों का प्रभाग अथवा गट व गण निहाय विभाजन करते हुए जनवरी माह के दौरान स्थानीय निकायों के चुनाव हेतु मतदाता सूचियों का प्रकाशन किया जा सकता है. जिसके बाद जनवरी माह के अंत में या फरवरी माह के प्रारंभ में मनपा व जिप चुनाव की अधिसूचना जारी करते हुए स्थानीय निकायों की निर्वाचन प्रक्रिया का श्रीगणेश हो सकता है.
बता दें कि, ओबीसी संवर्ग के राजनीतिक आरक्षण के चलते आरक्षित सीटों का कोटा 50 फीसद से उपर जा रहा है. इस मुद्दे को लेकर मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में याचिका दाखिल है. वहीं इस दौरान विगत ढाई वर्ष से जिले की महानगरपालिका, जिला परिषद सहित सभी नगरपंचायतों, नगरपालिकाओं व पंचायत समितियों का कार्यकाल खत्म होने के चलते वहां प्रशासक की नियुक्ति की गई है. जिसके तहत मार्च 2022 से अमरावती की महानगरपालिका व जिला परिषद सहित 10 पंचायत समितियों में प्रशासक राज चल रहा है. वहीं दिसंबर 2022 से 10 नगर परिषदों व 2 नगरपंचायतों में प्रशासक राज शुरु हुआ. साथ ही जून 2022 से धारणी पंचायत समिति में प्रशासक राज प्रारंभ हुआ. वहीं अब कल 14 दिसंबर 2024 को जिले की तिवसा, धामणगांव रेल्वे व नांदगांव खंडेश्वर पंचायत समितियों में प्रशासक राज शुरु होने जा रहा है. यानि एक तरह से जिले के सभी स्थानीय स्वायत्त निकाय प्रशासक राज के भरोसे चल रहे है. इसी दौरान जिले की 556 ग्राम पंचायतों में भी विगत लंबे समय से चुनाव होना प्रलंबित है. ऐसे में स्थानीय निकायों में सदस्य बनने के इच्छुकों द्वारा विगत लंबे समय से अपने-अपने क्षेत्र के स्थानीय निकायों में चुनाव होने की प्रतीक्षा भी की जा रही है. वहीं दूसरी ओर विगत ढाई वर्ष के दौरान राज्यस्तर पर राजनीतिक स्थितियां काफी उथल-पुथल वाली रही और इस दौरान लोकसभा के साथ ही विधानसभा के चुनाव जारी वर्ष में ही निपटे. जिसमें से विधानसभा चुनाव दौरान महायुति को जबर्दस्त सफलता मिली. ऐसे में अब मतदाताओं के रुझान को देखते हुए इसका फायदा उठाने हेतु जल्द से जल्द स्थानीय स्वायत्त निकायों की चुनाव करवाना राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता में शामिल रहेगा, ऐसी चर्चा फिलहाल सुनाई दे रही है. जिसके चलते माना जा रहा है कि, नागपुर शीतसत्र के दौरान सरकार द्वारा स्थानीय निकायों के चुनाव को लेकर कोई महत्वपूर्ण फैसला लिया जा सकता है. जिसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग के मार्गदर्शन के तहत चुनावी प्रक्रिया को आगे बढाने हेतु गतिविधियां तेज हो सकती है.

* सदस्य संख्या व प्रभाग रचना को लेकर जबर्दस्त उत्सुकता
बता दें कि, मनपा के चुनाव हेतु कभी 3 और कभी 4 सदस्यीय प्रभाग रचना की चर्चाएं चलती रहती है. ऐसे मेें बहुसदस्यीय प्रणाली के तहत कितने सदस्यों का प्रभाग होगा. इसे लेकर अच्छी-खासी उत्सुकता देखी जा रही है. इसके साथ ही मनपा व जिप के क्षेत्रों के विस्तार को देखते हुए कुछ प्रभागों का विभाजन कर नये प्रभाग तथा गट व गण बनाने की भी चर्चाएं कुछ समय पहले शुरु हुई थी. इसे लेकर भी उत्सुकता वाला माहौल है. ऐसे में यह देखना भी दिलचस्प होगा कि, नये प्रभागों तथा गट व गण का परिसीमन किस तरह से होता है.

* किस स्वायत्त निकाय का कार्यकाल कब हुआ खत्म
मनपा – 8 मार्च 2022
जिला परिषद – 20 मार्च 2022
10 पंस – 13 मार्च 2022
धारणी पंस – 24 जून 2022
3 पंस – 14 दिसंबर 2024
10 नगर परिषद – 6 दिसंबर 2022
556 ग्रापं – नवंबर 2025

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