अमरावती/ दि.10-स्थानीक स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव में ओबीसी आरक्षण रद्द किए जाने से जिले की सभी आरक्षित ओबीसी 690 सीटों का समावेश ओपन कैटेगीरी में कर दिया जाएगा. आरक्षण का पेच नहीं छूटने पर चुनाव की घोषणा किए जाने के बाद ओबीसी आरक्षित सीटों का समावेश खुले प्रवर्ग में कर दिया जाएगा. वहीं अनुसूचित जाति व अनुसूचित जमाती का आरक्षण कायम रहेगा.
स्थानीय स्वराज्य संस्था अंतर्गत मनपा, जिप, नप व ग्रामपंचायतों में मागासवर्गीयों को प्रतिनिधित्व देने के उद्देश्य से ओबीसी प्रवर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया गया था. मंडल आयोग की सिफारिश के बाद मिले इस आरक्षण को सर्वोच्च न्यायालय व्दारा मोहलत पूर्ण होने के पश्चात रद्द कर दिया गया. जिसके लिए ओबीसी समाज की न्यायालयीन लडाई शुरु है. फिर भी आरक्षण के बगैर स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव करवाए जाने के आदेश प्रदेश चुनाव आयोग व्दारा दिए गए है.
ओबीसी आरक्षण के बगैर चुनाव न करवाए जाने की भूमिका लेते हुए राज्य सरकार ने प्रयत्न भी किया. किंतु न्यायालय ने इसमें रोडा अटका दिया. आगामी पखवाडे में चुनाव कार्यक्रम घोषित किए जाने के आदेश चुनाव आयोग व्दारा दिए गए. ओबीसी के लिए आरक्षित सीटें अनआरक्षित कर उसे आपेन कैटेगीरी में समाविष्ठ कर लिया जाएगा. जिससे ओपन कैटेगीरी की सीटें बढेगी और स्थानीक स्वराज्य संस्थाओं में ओबीसी प्रतिनिधित्व पूरी तरह से खत्म होगा. प्रभाग अनुसार मनपा में 26 तथा जिप में 28 सीटें ओबीसी के लिए आरक्षित थी. पंस. में 36, ग्राप में 556, नगरपालिका में व नगरपंचायत में 54 ऐसे 690 सीटें ओबीसीयों के हिस्सें में आनी थी किंतु अब नहीं आएगी.
जिले में इस तरह था आरक्षण
संस्था कुल सीटें ओबीसी
मनपा 98 26
जिप 66 18
पस 132 36
ग्रामपंचायत 2059 556
नगरपंचायत-नगरपालिका 200 54