अमरावती

जिले के 75 टीकाकरण केंद्रों पर फिर लटके ताले

को-वैक्सीन का स्टॉक खत्म

  • कोविशिल्ड का स्टॉक भी खत्म होने पर

  • रेमडेसिविर पूरी तरह से गायब

  • टीकाकरण उत्सव दयनीय अवस्था में

अमरावती/दि.16 – केंद्र सरकार द्वारा टीकाकरण उत्सव मनाये जाने का आवाहन किया गया था, ताकि अधिक से अधिक नागरिक कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन लगवाये. किंतु अमरावती जिले में उत्सव तो दूर सामान्य टीकाकरण की भी स्थिति नहीं है, क्योेंकि यहां पर कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन के स्टॉक की भारी किल्लत है और एक बार फिर जिले के 75 टीकाकरण केंद्रों को वैक्सीन का अभाव रहने के चलते बंद करना पडा है. जानकारी के मुताबिक इस समय को-वैक्सीन का स्टॉक पूरी तरह से खत्म हो गया है. वहीं कोविशिल्ड का स्टॉक भी खत्म होने में है. ऐसे में टीकाकरण की रफ्तार लगभग थम गई है. वहीं कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु आवश्यक माने जानेवाले रेमडेसिविर इंजेक्शन भी उपलब्ध नहीं है.
कोरोना के खिलाफ जारी जंग में जब आवश्यक शस्त्र ही उपलब्ध नहीं है, तो इस संक्रामक महामारी को नियंत्रित कैसे किया जायेगा, यह इस समय सबसे बडा सवाल है. जिले में विगत 16 जनवरी से कोविड प्रतिबंधात्मक टीकाकरण की शुरूआत हुई, तब से अब तक चार चरणों में टीकाकरण का कार्य किया गया और इस कालावधी के दौरान 2 लाख 3 हजार 715 नागरिकों ने कोविड प्रतिबंधात्मक टीका लगाया. किंतु विगत एक सप्ताह से टीकाकरण का काम बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. पहले कोविशिल्ड का स्टॉक खत्म हो जाने की वजह से चार दिनों तक टीकाकरण का काम बंद था. जिला प्रशासन द्वारा साढे 4 लाख डोज की मांग की गई थी. जिसकी ऐवज में केवल 20 हजार डोज प्राप्त हुए. वहीं अब पिछले तीन दिनों से को-वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया है. साथ ही साथ आगामी दो दिनों में कोविशिल्ड का स्टॉक भी खत्म हो जायेगा. ऐसे में इस समय 125 में से 75 टीकाकरण केंद्रों पर ताले लग गये है और यदि अगले दो दिन में वैक्सीन का नया स्टॉक उपलब्ध नहीं होता है, तो जिले के लगभग सभी टीकाकरण केंद्रों को बंद करना पडेगा.
इस समय टीकाकरण के लिए वैक्सीन उपलब्ध नहीं रहने के चलते टीकाकरण केंद्रोें पर पहुंचनेवाले 45 वर्ष से अधिक आयुगुट के नागरिकों को खाली हाथ लौटना पड रहा है.

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