लोकसभा चुनाव – 2024
खर्च का लेखा-जोखा प्रस्तुत करने 6 उम्मीदवार नहीं रहे उपस्थित
* खर्च निरीक्षक के निर्देश पर नोडल अधिकारी ने दी नोटिस
* 48 घंटे के भीतर ब्यौरा न देने पर हो सकती है कार्रवाई
* खर्च निरीक्षक ने नियोजन भवन के सभागृह में बैठक लेकर की उम्मीदवारो के खर्च रिपोर्ट की जांच
अमरावती/दि. 13- आगामी 26 अप्रैल को अमरावती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के होनेवाले चुनाव में उम्मीदवारों के खर्च पर देखरेख रखने केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा अनूपकुमार वर्मा की खर्च निरीक्षक के रुप में नियुक्ति की गई है. खर्च निरीक्षक ने उम्मीदवारो के खर्च की जांच करने के लिए तीन तिथि निश्चित की है. इसके मुताबिक आज शनिवार 12 अप्रैल को नियोजन भवन के सभागृह में खर्च रिपोर्ट की प्रथम जांच सभा संपन्न हुई. इसी सभा में 37 में 6 उम्मीदवार अनुपस्थित थे. इन उम्मीदवारों को 48 घंटे के भीतर खर्च का लेखा-जोखा चुनाव सनियंत्रण कक्ष में प्रस्तुत करने नोटिस दी गई है. दी गई अवधि में खर्च प्रस्तुत न करने पर भादंवि की धारा 171 (1) के तहत शिकायत कर तथा वाहन/सभा आदि के लिए दिए सभी लाईसेंस तत्काल रद्द करने की हिदायत दी गई है.
लोकसभा चुनाव – 2024 की घोषणा चुनाव आयोग द्वारा करने के बाद अमरावती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आगामी 26 अप्रैल को चुनाव होनेवाले है. चुनाव शांतिपूर्वक और भयमुक्त पारदर्शक संपन्न करने के लिए चुनाव आयोग ने आदर्श आचारसंहिता लागू की है. उम्मीदवारो के खर्च पर देखरेख रखने के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग ने अनूपकुमार वर्मा (आयआरएस) की खर्च निरीक्षक के रुप में नियुक्ति की है. वर्मा ने उम्मीदवारो के चुनावी खर्च की रिपोर्ट की जांच करने के लिए तीन तिथि निश्चित की है. इसके मुताबिक आज शनिवार 12 अप्रैल को नियोजन भवन के सभागृह में चुनावी रिपोर्ट की जांच के लिए पहली सभा ली गई. इस समय 37 में 6 उम्मीदवार अथवा उनके प्रतिनिधि अनुपस्थित थे. इन 6 उम्मीदवारो को 48 घंटे के भीतर अपनी खर्च रिपोर्ट चुनाव सनियंत्रण कक्ष को प्रस्तुत करनेबाबत नोटिस दी गई है अन्यथा कार्रवाई करने की भी हिदायत दी गई है. इस पहली जांच सभा में खर्च निरीक्षक अनूपकुमार वर्मा, नोडल अधिकारी चंद्रशेखर खंडारे, विजय देशमुख, डॉ. दिनेश नेतकर, सहायक नोडल अधिकारी, सहायक खर्च निरीक्षक प्रमोद पालवे, संपर्क अधिकारी खर्च निरीक्षक और उम्मीदवारों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.
* तीन उम्मीदवारो के खर्च में संभ्रम
खर्च सनियंत्रण विभाग के नोडल अधिकारी चंद्रशेखर खंडारे ने बताया कि, कुल तीन उम्मीदवारो ने पहली खर्च रिपोर्ट की जांच के समय दैनंदिन खर्च का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया लेकिन वह शॅडो खर्च बुक के साथ तुलना करने पर बराबर नहीं लगा अथवा खर्च का कुछ भाग उन्होंने प्रस्तुत नहीं किया. इन तीन उम्मीदवारों को जिला चुनाव अधिकारी सौरभ कटियार ने नोटिस देकर 48 घंटे के भीतर लिखित स्वरुप में चुनाव खर्च सनियंत्रण कक्ष को जवाब प्रस्तुत करने कहा है. दी गई अवधि में जवाब प्रस्तुत न करने पर शॅडो खर्च दिए गए खर्च के मुताबीक ही उम्मीदवार को मंजूर है यह मानकर उनका चुनाव खर्च में समावेश किया जाएगा और तफावत उम्मीदवार को मंजूर रहने पर उस खर्च का समावेश उम्मीदवार की खर्च बुक में किया जाएगा. यदि यह मंजूर न हो तो उम्मीदवार अपने खुलासे में स्पष्ट कारणो के साथ जिला चुनाव निर्णय अधिकारी के पास प्रस्तुत कर सकते है.
* खर्च सनियंत्रण समिति लेगी निर्णय
यदि उम्मीदवार को चुनाव विभाग द्वारा निश्चित किया गया खर्च नामंजूर हो और लिखित रुप से जिला चुनाव निर्णय अधिकारी के समक्ष यदि खुलासा प्रस्तुत किया जाता है तो उसे खर्च निरीक्षक की अध्यक्षतावाली जिला खर्च सनियंत्रण समिति के सामने प्रस्तुत किया जाएगा. यह समिति इस तफावत बाबत निश्चित कार्यप्रणाली के मुताबिक निर्णय लेने के लिए सक्षम प्राधिकारी है, ऐसा उम्मीदवारो को उनकी नोटिस में जिला चुनाव निर्णय अधिकारी सौरभ कटियार ने सूचित किया है.
* इन तीन उम्मीदवारों के खर्च में तफावत
चुनाव के दैनंदिन का खर्च जांच के लिए प्रस्तुत किए जाने पर तीन उम्मीदवारों के खर्च में तफावत पाई गई है उनमें भाजपा की नवनीत राणा, कांग्रेस के बलवंत वानखडे और प्रहार के दिनेश बूब का समावेश है. इन तीनो प्रमुख उम्मीदवारों को शॅडो रजिस्टर के साथ तुलना करने पर खर्च का कुछ भाग शामिल न करने की बात स्पष्ट हुई है. उन्हें नोटिस मिलने पर 48 घंटे के भीतर लिखित स्वरुप में खुलासा प्रस्तुत करने कहा गया है. उसमें कहा गया है कि, शॅडो खर्च के मुताबिक नवनीत राणा का 29 लाख 10 हजार 694 रुपए खर्च होता है. लेकिन उम्मीदवार ने 5 लाख 20 हजार 90 रुपए खर्च बताया है. इसी तरह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बलवंत वानखडे का खर्च 8 लाख 46 हजार 417 रुपए होता है. लेकिन उन्होंने 3 लाख 3 हजार 64 रुपए खर्च बताया है. इसी तरह प्रहार के उम्मीदवार दिनेश बूब का 10 लाख 5 हजार 574 रुपए खर्च होता है. लेकिन उन्होंने चुनावी खर्च 4 लाख 54 हजार 650 रुपए बताया है.
* यह 6 उम्मीदवार रहे अनुपस्थित
खर्च की पहली बैठक में जो 6 उम्मीदवार अनुपस्थित रहे उनमें नकी भारतीय एकता पार्टी के दिगांबर वामनराव भगत, निर्दलीय किशोर भीमराव लबडे, तारा सुरेश वानखडे, प्रमोद रामकृष्ण चोरपगार, सुमित्रा साहेबराव गायकवाड और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के हिंमत भीमराव ढोले का समावेश है. इन 6 उम्मीदवारो ने आज खर्च सनियंत्रण विभाग की पहली बैठक में चुनाव के दैनंदिन खर्च का लेखा-जोखा जांच के लिए उपलब्ध नहीं किया और बैठक में भी अनुपस्थित रहे. इस कारण उन्हें नोटिस देकर खर्च तत्काल प्रस्तुत करने की हिदायत दी गई है.