अभेद्य किले में तब्दील हुआ लोकशाही भवन, परिंदा भी पर नहीं मार सकता
सभी इवीएम मशीनें कडी सुरक्षा के बीच स्ट्राँग रुम में बंद
* लोकशाही भवन के चारों ओर सीआरपीएफ व एसआरपीएफ के जवानों का घेरा
* स्थानीय 10 अधिकारियों व कर्मचारियों की भी तैनाती
* लोकशाही भवन के अंदर व बाहर 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरें
* ड्रोन कैमरे के जरिए लगातार की जा रही पूरे परिसर की हवाई निगरानी
अमरावती/दि.21 – गत रोज जिले के आठों निर्वाचन क्षेत्रों में विधानसभा चुनाव हेतु मतदान की प्रक्रिया के पूरी होते ही अमरावती व बडनेरा निर्वाचन क्षेत्रों के कुल 791 मतदान केंद्रों पर लगाई गई इवीएम मशीनों को कल देर रात ही कडी सुरक्षा के बीच ही स्थानीय विद्यापीठ रोड स्थित लोकशाही भवन के दो स्ट्राँग रुम में लाकर रखा गया. जिसके बाद दोनों स्ट्राँग रुम को प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति के बीच निर्वाचन विभाग के अधिकारियों द्वारा सील कर दिया गया और अब यह सील 23 नवंबर को सुबह 6 बजे खोली जाएगी. इन दोनों स्ट्राँग रुम को सील करने के साथ ही पूरे परिसर को निमनुष्य करते हुए लोकशाही भवन के चारों ओर सीआरपीएफ व एसआरपीएफ के 100 जवानों का सुरक्षा घेरा तैनात कर दिया गया है. जिनके साथ स्थानीय पुलिस के 10 अधिकारियों व 36 जवानों की भी तैनाती है. इसके साथ ही स्ट्राँग रुम के भीतर और लोकशाही परिसर के आसपास 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरें लगाये गये है. साथ ही साथ 4 ड्रोन कैमरें लगातार लोकशाही भवन के उपर मंडराते हुए इस पूरे परिसर की हवाई निगरानी कर रहे है. जिसके चलते कहा जा सकता है कि, लोकशाही भवन को अब किसी अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है. जहां पर अब परिंदा भी पर नहीं मार सकता.
बता दें कि, अमरावती व बडनेरा निर्वाचन क्षेत्रों हेतु हुए मतदान की मतगणना लोकशाही भवन में होगी. जिसके लिए लोकशाही भवन दोनो निर्वाचन क्षेत्रों हेतु 2 स्वतंत्र स्ट्राँग रुम बनाये गये है. कल 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव समाप्त होने के बाद शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र अंतर्गत स्थित 791 मतदान केंद्रों की सभी इवीएम मशीनों को लोकशाही भवन के स्ट्राँग रुम में कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहुंचाया गया तथा इन इवीएम मशीनों को इन कैमरा स्ट्राँग रुम में बंद कर दिया गया. इस समय जिले के मुख्य निर्वाचन अधिकारी व जिलाधीश सौरभ कटियार, संभागीय राजस्व आयुक्त निधि पांडे, पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी आदि मौजूद थे. सीपी रेड्डी ने लोकशाही भवन में स्ट्राँग रुम की सुरक्षा के लिए एसआरपीएफ और सीआरपीएफ के दो-दो प्लाटून (प्रति प्लाटून 1 अधिकारी और 25 जवान) के 100 सशस्त्र जवानों को तैनात किया है. साथ ही पुलिस कमिश्नरेट में 3 पीआई, 6 एपीआई/पीएसआई के नेतृत्व में 36 जवानों को भी तैनात किया गया है. स्ट्राँग रुम के अंदर और बाहर के साथ-साथ लोकतंत्र भवन के अंदर और आसपास 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरे हैं और कैमरों की लाइव फुटेज देखने के लिए लोकतंत्र भवन परिसर के अंदर एलएडी स्क्रीन वैन में एक सेटअप बनाया गया है. कमिश्नरेट सीमा के भीतर रात्रि गश्त पर सीपी, डीसीपी, एसीपी और सभी वरिष्ठ अधिकारी हर तीन घंटे में स्ट्राँग रुम की जांच करेंगे, इसके अलावा डेमोक्रेसी बिल्डिंग के आसपास 4 ड्रोन से हवाई सुरक्षा भी की जा रही है.