अमरावती

कोरोना जांच केंद्र पर लग रही लंबी-लंबी कतारें

संदिग्ध नागरिकों को करना पड रहा घंटो इंतजार

  • जिला सामान्य अस्पताल कर्मचारियों की लापरवाही

अमरावती/दि.27 – जिला सामान्य अस्पताल के कोरोना जांच केंद्र पर सैकडो की तादात में संदिग्ध नागरिक कोरोना की जांच करवाने के लिए आ रहे है. जिसमें वृद्ध नागरिकों सहित छोटे बच्चों का भी समावेश है. किंतु स्थानीय कर्मचारियों की लापरवाही के चलते जांच करवाने के लिए संदिग्ध नागरिकों को घंटो इंतजार करना पड रहा है. जांच केंद्र के सामने मरीजों की लंबी-लंबी कतारे लगी दिखाई दे रही है. शुक्रवार को इस केंद्र पर यह आलम था कि कुछ लोग अपनी बारी के इंतजार में गश खाकर गिर गए, और उनकी सुध लेने वाला भी कोई नहीं था.
नागरिकों की सुविधा के लिए प्रशासन ने शहर में सात स्थानों पर कोरोना जांच केंद्र शुरु किए है. जिसमें सामान्य अस्पताल के जांच केंद्र का भी समावेश है. इस केंद्र पर तैनात डॉक्टर, नर्स व अन्य स्टॉफ केंद्र के बाहर कतारो मेें खडे संदिग्ध नागरिकों की कोरोना जांच करवाए जाने की बजाए दिनभर कार्यालय में बैठक दरवाजे बंद कर गप्पे लडाने का कार्य कर रहे है. ज्यादा से ज्यादा समय गप्पे लडाने में ही बीता रहे है. सुबह 10 बजे से कतार में खडे होने के पश्चात जांच के लिए तीन घंटे इंतजार नागरिकों को करना पड रहा है. शुक्रवार को इस केंद्र पर दोपहर 12.30 से कतार में खडे लोगों की 3 बजे तक भी कोरोना जांच नहीं की गई थी. इसमें बुजुर्ग व बच्चों का समावेश था.

समय पर रिपोर्ट नहीं मिल रही

शहर में कोरोना जांच करने वालो की संख्या दिनों दिन बढ रही है. किंतु जांच केंद्रो पर जांच करवाने वाले पॉजीटिव मरीजों को रिपोर्ट देरी से प्राप्त हो रही है. रिपोर्ट मिलने में देरी यानी और लोग कोरोना संक्रमित होना यही समीकरण बनता जा रहा है पॉजीटिव मरीजों को रिपोर्ट देरी से मिलने के कारण उनके संपर्क में आए लोग भी पॉजीटिव हो सकते है इस संभावना से नकारा नहीं जा सकता है. शासन द्बारा सही तरीके से नियोजन नहीं किया गया तो मरीजों की संख्या कम नहीं बल्कि और बढेगी.

मीडिया को देखते ही सक्रिय हुई यंत्रणा

अचानक कुछ मीडियाकर्मी जब केंद्र पर पहुंचे उन्हें देखते ही कोरोना जांच केंद्र की यंत्रणा सक्रिय हुई, और कर्मचारियों ने तुरंत जांच करना शुरु कर दिया. जिसमें एक व्यक्ति की कोरोना जांच में सिर्फ दो मिनट का समय लगा. अगर एक जांच में दो मिनट का समय लग रहा था तो फिर दोपहर 12.30 बजे से इतनी लंबी-लंबी कतारे क्यों यह बात समझ से परे है. जांच केंद्र पर उपस्थित प्रमुख डॉ. अग्रवाल ने बताया कि वे और उनका स्टॉफ सुबह 9 बजे से कोरोना जांच का कार्य कर रहे है हमने कुछ समय के लिए विश्राम क्या लिया लोगों ने चिल्लाना शुरु कर दिया, हम तो हमारा काम ही कर रहे है ऐसा उपस्थित मीडियाकर्मियों से कहा.

सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं

जिला सामान्य अस्पताल में खुलेआम नियमों की धज्जियां उडायी जा रही है. यहां ना तो किसी भी वार्ड में सैनिटाइजर की व्यवस्था है और ना ही नियमित रुप से स्वच्छता की जा रही है. यहां के एक कर्मचारी ने बताया कि सैनिटाइजर की मशीने खराब हो चुकी है इसलिए इन्हें हटाया गया है. अब सवाल यह उठता है कि सैनीटाइजर मशीने इलेक्ट्रानिक पर चलने वाली नहीं है फिर खराब कैसे यह भी बडा सवाल है. इतना ही नहीं जिलाशल्य चिकित्सक के कक्ष के बाहर भी सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं है उनके कक्ष में बिना सैनिटाइज हुए कर्मचारी व मरीज प्रवेश कर रहे है.

जिला शल्य चिकित्सक पल्ला झाडते नजर आए

जिला सामान्य अस्पताल कोरोना जांच केंद्र पर तपती धूप में लंबी-लंबी कतरों में कोरोना जांच के लिए खडे नागरिकों की जांच की बजाय स्थानीय कर्मचारी कार्यालय में गप्पे लडा रहे थे. जबकि केंद्र के सामने सुबह 11 बजे से लोगों की भीड जांच के लिए जमा थी इस संदर्भ में जब जिला शल्य चिकित्सक से मीडिया कर्मी पूछताछ के लिए गए तब जिला शल्य चिकित्सक बातचीत करने की बजाय अपने निजी कक्ष में दुबक गए और जिम्मेदारी से पल्ला झाडा.

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