* डीन डॉ. बत्रा का फिलहाल कुछ भी कहने से इनकार
* मामला डफरीन परिसर की नई तैयार इमारत का
अमरावती/ दि. 27-शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के लिए लगभग तय हो चुकी जिला स्त्री अस्पताल परिसर की नई तैयार इमारत को लेकर अभी खींचतान चल रही है. स्वास्थ्य विभाग यह भवन वैद्यकीय शिक्षा विभाग को देने तैयार नहीं होने की जानकारी अमरावती मंडल के हाथ लगी है. पता चला है कि पिछले दिनों जीएमसी के अधिष्ठाता डॉ. अनिल बत्रा के अवलोकनार्थ भी उक्त भवन की चाबियां देने में लोनिवि ने तीन दिनों तक टालमटोल की थी. तय समय सीमा में मेडिकल कॉलेज का केन्द्रीय संस्था को प्रस्ताव भेजने भवन का प्रत्यक्ष अवलोकन करना आवश्यक था. तब जाकर भवन खुला किया गया. इस बारे में अमरावती मंडल ने डॉ. बत्रा से पूछना चाहा तो उन्होंने अभी कुछ भी कहने से मना कर दिया.
* बनाए गये थे बहाने
डफरीन परिसर में भव्य भवन स्वास्थ्य महकमे के लिए लोक निर्माण विभाग ने बनवाया है. जिसे जीएमसी के लिए देने में हिचकिचाहट स्वास्थ्य विभाग को रहने की जानकारी देते हुए सूत्रों ने बताया कि अवलोकनार्थ भी भवन नहीं देने के बहाने किए गए. कहा गया कि वहां पंखे नहीं है. गटर नहीं हैं. अन्य भी काफी सुविधाएं अभी तैयार नहीं है. यह कहते हुए भवन की चाबियां डीन को सौंपने में टालमटोल किए जाने की जानकारी है.
* डॉ.बत्रा ने किया था सघन मुआयना
पिछले दिनों डॉ. बत्रा ने नये भवन का अवलोकन किया था. उसे वैद्यकीय महाविद्यालय की कक्षाओं के लिए परिपूर्ण माना था. इसी आधार पर केन्द्रीय संस्था को अमरावती जीएमसी अगले सत्र से आरंभ करने की अनुमति का आवेदन प्रस्तुत कर दिया गया है. बताते हैं कि 157 पेज का भेजा प्रस्ताव भेजा गया है. जिसमें इमारतों और वहां उपलब्ध सुविधाओं के फोटो शामिल है. डॉ. बत्रा अपने साथ मेडिकल कॉलेज के खास फोटो ग्राफर को ले गए थे.
* दोनों महकमों में खींचतान
सूत्रों ने अमरावती मंडल को बताया कि वैद्यकीय शिक्षा विभाग और सामान्य स्वास्थ्य विभाग के बीच हमेशा से तनातनी रहती आयी है. स्वास्थ्य विभाग शीघ्रता से अपने भवन और अन्य सुविधाएं वैद्यकीय शिक्षा विभाग को उपलब्ध नहीं करता. इसी कारण जिलाधीश के पास ्रप्रस्ताव भेजने पर भी अभी वहां भवन के बारे में निर्णय नहीं हुआ है.
* शुरू हो सकती है कक्षाएं
यह इमारत बहुमंजिला है. इतने कमरे हैं कि वहां प्रस्तावित जीएमसी की प्रथम और द्बितीय वर्ष की कक्षाएं आरंभ हो सकती है. इस बात की रिपोर्ट भी वैद्यकीय शिक्षा विभाग को भेजी गई है. एमबीबीएस की 100 सीटों की अमरावती जीएमसी अगले सत्र से आरंभ करने केन्द्रीय संस्था के पास आवेदन भेजा गया है. उसमें भवन सुविधा का उल्लेख है. सुपर स्पेशालिटी अस्पताल और जिला स्त्री अस्पताल के साथ जिला सामान्य अस्पताल को भी वैद्यकीय महाविद्यालय से जोडा जा रहा है. ताकि शीघ्रता से मेडिकल कॉलेज आरंभ किया जा सके. किंतु नाना प्रकार की बाधाओं के समान अब हवन का पेंच आने की आशंका सूत्रों ने जताई.