* केंद्र सरकार पर लगाया आरोप
अमरावती/दि.10 – किसानों का नुकसान होने के बाद भी फसल बीमा कंपनी द्बारा किसानों को किसी भी तरह का कोई प्रतिसाद नहीं दिया जा रहा. सरकार को जानकारी भेजे हुए कई माह का समय बीत गया, लेकिन अब तक नुकसान भरपाई नहीं हुई. कुल मिलाकर केंद्र सरकार के आशीर्वाद से फसल बीमा के नाम पर किसानों की आर्थिक लूट चल रही है. इस आशय का आरोप लगाते हुए शिवसेना के पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर धानेपाटील ने जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में बेहद आक्रामक रुख दिखाया. साथ ही जिला कृषि अधिकारी से इस बारे में जवाब-तलब करते हुए कृषि महकमे को जमकर आडे हाथ लिया.
गत रोज पूर्व विधायक धाने पाटील के नेतृत्व में शिवसैनिकों ने जिला कृषि अधीक्षक अधिकारी कार्यालय में दस्तक दी. जहां पर किसानों से संबंधित मामलों को लेकर पूर्व विधायक धाने पाटील जमकर संतप्त हुए. उन्होंने कहा कि, इससे पहले 21 नवंबर को अमरावती जिले के प्रत्येक तहसील क्षेत्र में मोर्चे व धरना आंदोलन किए गए थे. लेकिन इसके बावजूद किसानों से संबंधित मामलों पर सरकार और प्रशासन द्बारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा. इस समय अमरावती जिले में कोई पालकमंत्री नहीं है और पालकमंत्री के तौर पर डेप्यूटी सीएम देवेंद्र फडणवीस विगत माह केवल एक बार जिला नियोजन की बैठक के लिए आए थे और उनका पूरा समय केवल बैठक में ही गया था. साथ ही फडणवीस केवल अपनी पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के संपर्क में रहते है और उनका यहां के किसानों से कोई लेना-देना नहीं है. जिसके चलते किसानों की ओर किसी का कोई ध्यान नहीं है. साथ ही फसल बीमा कंपनी पर केंद्र व राज्य सरकार का आशीर्वाद रहने के चलते किसानों पर आत्महत्या करने की नौबत आन पडी है. अधिकारियों द्बारा किसानों की समस्याओं की ओर ध्यान दिया जाना चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा. जिसकी वजह से शिवसेना को किसानों की समस्याओं के लिए बार-बार आंदोलन करना पड रहा है.
इस समय पूर्व विधायक धाने पाटील ने जिले के नुकसान प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द फसल बीमा का लाभ दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि, यदि ऐसा नहीं होता है, तो शिवसेना द्बारा कृषि महकमे के खिलाफ तीव्र आंदोलन किया जाएगा. इस समय पूर्व विधायक धाने पाटील के साथ शिवसेना के उपजिला प्रमुख प्रमोद कठाले, तहसील प्रमुख विष्णु तिरमारे, युवा सेना के पूर्व जिला प्रमुख प्रकाश मारोटकर, मनदेव चव्हाण, चेतन केलकर, रमाकांत मुरारे, गुणवंत चांदूरकर, कृष्णा सोलंके, राजू तुपटकर, दीपक कडू, योगेश राउत व अक्षय राणे आदि सहित अनेकों शिवसैनिक व किसान उपस्थित थे.