अमरावतीमहाराष्ट्र

फसल मंडियों में चल रही कृषि उपज की लूट

सोयाबीन व तुअर को एमएसपी से कम दाम

* शासनादेश का रोजाना हो रहा उल्लंघन
अमरावती /दि. 5– बाजार समितियों के मार्केट यार्ड में कृषि उपज को न्यूनतम गारंटी मूल्य से कम दाम पर नहीं खरीदा जा सकता, ऐसा कानून है. परंतु इस कानून को हाशिए पर रखते हुए जिले की सभी कृषि उत्पन्न बाजार समितियों में एमएसपी के कम दामों पर किसानों से उनकी उपज खरीदी जा रही है. इस समय सोयाबीन, कपास, तुअर, चना की खरीदी गारंटी मूल्य से कम दाम पर होने के चलते किसान आर्थिक दिक्कत में फंसे नजर आ रहे है.
गत वर्ष बारिश से सीजन दौरान औसत से अधिक पानी बरसने के चलते सोयाबीन, कपास व तुअर की फसल का अच्छा-खासा नुकसान हुआ. लगातार हुई बारिश की वजह से फसलों पर कीडों व रोगों का प्रादूर्भाव होने की वजह से औसत उत्पादन में भी कमी आई है. ऐसी स्थिति में मांग बढकर दामों में वृद्धि होने की उम्मीद किसानों द्वारा की जा रही थी, परंतु हकिकत में कृषि उपज की खरीदी न्यूनतम गारंटी मूल्य से भी कम दामों पर हो रही है. जिसके चलते किसानों की चिंता बढ गई है.
कृषि उपज को न्यूनतम गारंटी मूल्य का संरक्षण मिलने हेतु सीसीआई द्वारा कपास व नाफेड द्वारा सोयाबीन खरीदी शुरु की गई. साथ ही अब तुअर की खरीदी के लिए पंजीयन प्रक्रिया शुरु हुई है. प्रत्यक्ष में कृषि उपज की खरीदी मंद गति से होने के चलते पंजीयन करा चुके किसानों को लंबी प्रतीक्षा करनी पड रही है. ऐसे में आर्थिक दिक्कत में रहनेवाले किसानों द्वारा औने-पौने दामों पर अपनी उपज को बेचा जा रहा है. जिससे उन्हें काफी नुकसान का सामना करना पड रहा है.

* दाम में काफी अधिक फर्क
जानकारी के मुताबिक इस समय सभी फसल मंडियों में सोयाबीन की खरीदी न्यूनतम गारंटी मूल्य से एक हजार रुपए कम दाम पर हो रही है. वहीं अन्य सभी फसलों के दामों में भी 200 से 300 रुपए का फर्क है.

* एफएक्यू ग्रेड से कृषि उपज की प्रतवारी कम रहने पर उसकी विक्री एमएसपी से कम दाम पर होती है. वहीं अच्छी प्रतवारी वाली कृषि उपज की खरीदी-विक्री एमएसपी से कम दाम पर नहीं की जाती.
– हरीश मोरे
सभापति, अमरावती कृषि उपज मंडी.

* सोयाबीन मिट्टीमोल, एमएसपी से एक हजार कम दाम
गत वर्ष अमरावती जिले में सर्वाधिक ढाई लाख हेक्टेअर क्षेत्र में सोयाबीन की बुआई की गई थी, परंतु सोयाबीन को पूरे सालभर के दौरान एक बार भी गारंटी मूल्य नहीं मिला. स्थानीय बाजार समिति ने सोयाबीन को 4 हजार रुपए का दाम मिल रहा है.

* नॉन एफएक्यू प्रमाणित होने के बाद ही विक्री
सहकार व पणन विभाग द्वारा 21 नवंबर 2022 को जारी पत्र के अनुसार बाजार समिति द्वारा गठित समिति के जरिए संबंधित कृषि उपज नॉन एफएक्यू प्रतवारी की रहने की बात प्रमाणित करने के बाद ही उसकी नीलामी को अनुमति दी जा सकती है.

* सोमवार के बाजारभाव
तुअर                     7000-7365
सोयाबीन                3700-3900
हरभरा                   5250-5600
कपास                    7075-7425

* कृषि उपज का न्यूनतम गारंटी मूल्य
तुअर                     7550
सोयाबीन               4892
हरभरा                  5650
कपास                  7521

 

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