अमरावतीमहाराष्ट्र

सेतू सुविधा केंद्र के नाम में किसानों व नागरिकों की लूट

शिकायतें मिलने पर तहसीलदार वाकडे की ऑन द स्पॉट विजिट

* संचालक पर की गई कार्रवाई करने की मांग
धामणगांव रेलवे/दि.29-शहर के गांधी चौक स्थित सेतू केंद्र में नागरिकों की लूट होने की शिकायतें प्राप्त होने से गुरुवार 27 जून को तहसीलदार गोविंद वाकडे ने अचानक ऑन द स्पॉट विजिट दी. इस विजिट दौरान नागरिकों ने सेतू केंद्र पर कार्रवाई करने की मांग तहसीलदार से की.

नागरिकों की समस्या हल करने के लिए सरकार ने राजस्व विभाग को जोडने वाला सेतू सुविधा केंद्र शुरु किया. नागरिकों को आवश्यक रहने वाले ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया,जाति प्रमाणपत्र,शेतकरी प्रमाणपत्र,भूमिहीन प्रमाणपत्र,नॉन क्रिमिलियर,अधिवास,उत्पन्न, आधारकार्ड आदि विषय के विविध काम करने सेतू केंद्र महत्वपूर्ण जरिया है. सेतू केंद्र की सुविधा सरकार द्वारा सीधे नागरिकों तक पहुंचाई जाती है. लेकिन गांधी चौक के महाराष्ट्र बैंक परिसर स्थित सेतू केंद्र में नागरिकों की लूट किए जाने की शिकायतें प्राप्त हो रही है. सरकार के नियमों को ताक पर रखकर चलाये जा रहे इस सेतू सुविधा केंद्र में ऑनलाइन व्यवहार में बुजुर्गों की लूट किए जाने की बात निदर्शन में आई है.

किसी भी काम के लिए सरकार ने तय की कीमत के अतिरिक्त रकम लेना, रसीद न देना, जानबुझकर ऑनलाइन दस्त में खामियां रखकर नागरिकों को आर्थिक चपत लगाना आदि काम इस सेतू केंद्र पर शुरु रहने की बात शुक्रवार 28 जून को की गई शिकायत में सामने आई. दौरान नागरिकों की शिकायत पर तहसीलदार गोविंद वाकडे ने हाल ही में गांधी चौक के सेतू केंद्र को ऑन द स्पॉट विजिट दी. इस समय किए गए निरीक्षण दौरान कई बातें नियमबाह्य व संदेहास्पद दिखाई देने पर तहसीलदार वाकडे ने सेतू संचालक को फटकार लगाई. बैंक में भीड न हो तथा आर्थिक व्यवहार सुचारू हो इसके लिए महाराष्ट्र बैंक परिसर में प्रफुल धुरिया नामक व्यक्ति को आधार अपडेटिंग,ऑनलाइन व्यवहार व मिनी बँक के रूप में जगह दी गई, परंतु यहां पर अच्छा बर्ताव नहीं किया जाने से उन्हें बैंक के बाहर भंडारी कॉम्प्लेक्स में अपनी दुकान लगाई. दौरान बैंक के खाताधारकों से व आम नागरिकों से इस व्यक्ति का व्यवहार ठीक नहीं रहने से दो महिने पहले ही उनके पास से आयडी नंबर वापस लिया गया. यह जानकारी महाराष्ट्र मिनी बँक समन्वयक गिरीश खेडेकर ने दी. इस असुविधा केंद्र में नागरिकों की लूट होने का भय व्यक्त हो रहा है.

ग्रामीण क्षेत्र से अपने सरकारी कामकाज के लिए आने वाले किसान, मजदूर व आम नागरिकों को सेतू केंद्र के बार-बार चक्कर काटना संभव नहीं होता. फिरभी अपना काम कब होगा, यह बात किसान व नागरिकों द्वारा सेतू संचालक से पूछने पर सेतू संचालक ग्रामीण क्षेत्र के भोलेभाले लोगों को गालीगलौज करने व धमकाने जैसे कई प्रकरण सामने आए है.
इस संबंध में शिकायतें मिलने पर तहसीलदार गोविंद वाकडे ने सेतू सुविधा केंद्र को औचक भेंट दी.

Related Articles

Back to top button