भगवान जगन्नाथ पुन: मंदिर में विराजित
रिमझिम बारिश के बीच सैकडों भक्तों ने खींचा रथ
* रजत शताब्दी वर्ष में वापसी रथयात्रा में अनेक सजीव झांकियां
* कई भक्तों, व्यापारियों ने किया पूजन, स्वागत
अमरावती/दि.18– आषाढी एकादशी के दिन मालवीय चौक स्थित अपने मौसी के घर जनकपुरी से 10 दिनों पश्चात भगवान जगन्नाथ बुधवार सायंकाल अपने निज मंदिर में पुन: विराजमान कर दिए गये. वापसी रथ यात्रा रिमझिम बारिश के बाद भी भक्तों का उत्साह, उल्लास, उमंग कायम रहा और जगन्नाथ के जयघोष के संग उत्साह से लकडी का रथ खींचकर मनोरथ पूर्ण किया. रंगारी गली स्थित जगदीश मंदिर में धूमधाम के साथ भगवान जगन्नाथ को विराजित कर भव्य आरती की गई. भाविकों का उत्साह देखते ही बना. महिला श्रध्दालुओं ने झूमकर, थिरक कर आनंद व्यक्त किया. रथयात्रा का अनेक स्थानों पर स्वागत किया गया. भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र, बहन सुभद्रा की पूजा, अर्चना, आरती कर व्यापारियों, गृहस्थ ने पुण्य प्राप्त किया. रजत शताब्दी वर्ष होने से उत्साह पहले दिन से चरम पर था. उत्सव को विविध आयाम जोडे गये. वापसी रथयात्रा में अनेक सजीव झांकियों का समावश रहा.
* सबसे आगे हनुमानजी
रंगारी गली स्थित जगदीश्वर संस्थान, पुष्करणा फाउंडेशन, पुष्करणा महिला फाउंडेशन, पुष्करणा सत्संग मंडल तथा सहसंयोजक श्री जगदीश्वर रथयात्रा समिति के अथक प्रयासों से औपचारिक समापन हुआ. बुधवार को दोपहर 4 बजे भव्य शोभायात्रा आकर्षक झांकियों के साथ निकाली गई. शोभायात्रा में सबसे आगे हनुमानजी विराजमान थे. उनके पीछे भगवान श्रीराम, माता सीता तथा लक्ष्मणजी की झांकी थी. ठीक उनके पीछे रामलला, राधा-कृष्ण, पालने में झूला झूलते भगवान श्रीकृष्ण, भगवान परशुराम, राम-लक्ष्मण-सीता के बाद भगवान जगन्नाथ का रथ था.
* इस तरह नगर भ्रमण
मालवीय चौक स्थित जनकपुरी से निकली यह शोभायात्रा जयस्तंभ चौक, श्याम चौक, राजकमल चौक, गांधी चौक, अंबागेट, दहीसाथ, भाजीबाजार, बर्तन बाजार, सक्करसाथ होते हुए धनराज लेन स्थित जगदीश मंदिर पहुंचा. यहां पहुंचने पर भगवान जगन्नाथ को अपने मूल स्थान पर विराजमान किया गया. तत्पश्चात राजस्थान से पधारे आचार्य द्वारा मंदिर में महाआरती की गई और प्रसाद का वितरण किया गया. इस शोभायात्रा में सनातन धर्म के सभी भक्तों ने बढ चढकर हिस्सा लिया.
* गुब्बारों की सजावट, सभी को फलाहार
जगन्नाथ रथयात्रा का यह रजत शताब्दी महोत्सव वर्ष होने के कारण इस वर्ष की शोभायात्रा काफी आकर्षक रही. जगदीश मंदिर की गुब्बारों से सुंदर सजावट की गई. सभी के लिए उत्साही भाविकों ने पौष्टिक और सात्विक फलाहार का सुंदर प्रबंध किया. सैकडों भाविकों ने उसका आनंद लिया. बडनेरा स्टेशन पर गर्मियों में जलापूर्ति करनेवाली कृष्णा तृप्ति जलसेवा समिति के सभी सभासदों और परिसर के जगदीश भक्तों का सहृदय योगदान रहा. सर्वश्री महेंद्र छांगानी, प्रमोद पुरोहित, अनिल पुरोेहित, शशि व्यास, दर्शन पनिया, जवाहर व्यास, पुरूषोत्तम जोशी, संतोषी जोशी, अनिल छांगाणी, हर्षा व्यास, सुनीता व्यास, दिनेश व्यास, जुगल व्यास, कपिल छांगानी, रवि छांगानी, कल्पेश अनिल छांगानी, ओम छांगानी, खुशबू छांगानी, प्रीति छांगानी, किरण छांगानी, मोनिका छांगानी, निशा पुरोहित, प्रीति पुरोहित, श्रुति पुरोहित, तुलसी छांगानी, रूचिका पनिया, शोभा कल्ला, साक्षी कल्ला, माधुरी कल्ला, अंजरा कल्ला, ज्योति छांगानी, राजेश छांगानी, गिरिराज छांगानी, संदीप छांगानी, भूमित्र आचार्य, खुशबू आचार्य, हेमंत आचार्य, लता आचार्य, पदमा आचार्य, विजय व्यास, अक्षत पुरोहित, अंजली छांगानी, युवराज व्यास, साक्षी व्यास, विक्रम व्यास, आदित्य व्यास, चिन्मय पुरोहित, अनुज पुरोहित, भूमिका पुरोहित, राधिका व्यास, राधिका कल्ला, मंगला जोशी, अनिल जोशी, ज्योति छांगानी, रेहान पुरोहित, सीमा पुरोहित, प्रा. महेंद्र छांगानी, शोभा व्यास, पूनम जूनी, संजय जूनी, रमेश जोशी, मुकेश छांगानी, कमलकिशोर खंडेलवाल, घनश्याम वर्मा, मयूर सरबेरे, उमा व्यास, परमेश्वर साहू, कपिल चौबे, राहुल बडोडा, धर्मेश बाटविया, शरद जोशी, ऋषभ शर्मा आदि अनेक की उपस्थिति रही.