अमरावतीमहाराष्ट्र

भव्य-दिव्य एवं शानदार रही भगवान परशुराम जन्मोत्सव शोभायात्रा

आयोजन का 25 वां वर्ष रहने से ब्राह्मण समाजबंधुओं में दिखा जबर्दस्त उत्साह

* शोभायात्रा में एक से बढकर एक झांकियों का रहा समावेश
* जगह-जगह शोभायात्रा का हुआ जल्लोषपूर्ण स्वागत
* जय परशुराम के उद्घोष से गुंजायमान होता रहा शहर
अमरावती/दि.11– गत रोज अक्षय तृतीया के पर्व पर अमरावती शहर में रहने वाले सकल ब्राह्मण समाजबंधुओं द्वारा बडे हर्षोल्लास के साथ अपने आराध्य चिरंजीवी भगवान परशुरामजी का जन्मोत्सव मनाया गया. साथ ही परशुराम जन्मोत्सव निमित्त भव्य-दिव्य शोभायात्रा भी निकाली गई. अमरावती शहर में अक्षय तृतीया पर निकाली जाने वाली शोभायात्रा का यह 25 वां वर्ष रहने के चलते इस आयोजन को शानदार बनाने हेतु विगत लंबे समय से तैयारियां चल रही थी. साथ ही गत रोज रजत महोत्सवी वर्ष वाले इस आयोजन में स्थानीय ब्राह्मण समाज बंधुओं ने बडे उत्साह के साथ बडी संख्या में हिस्सा लेते हुए इस आयोजन को भव्यता प्रदान की. जिसके चलते यह शोभायात्रा का आयोजन बेहद शानदार रहा. साथ ही इस आयोजन के चलते पूरा शहर जय परशुराम के नारों से गुंजायमान होता रहा.

बीती शाम स्थानीय अंबापेठ परिसर के आलसी कम्पाउंड स्थित राम मंदिर से इस शोभायात्रा का विधि विधानपूर्वक शुभारंभ हुआ. इस अवसर पर शिवसेना नेता नानकराम नेभनानी, शक्तिपीठ के पीठाधीश्वर शक्ति महाराज, ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ बालकिसन पाण्डेय, वरिष्ठ विधिज्ञ एड. प्रशांत देशपांडे व एड. राजाभाउ पाण्डेय, शिवसेना के महानगर प्रमुख संतोष बद्रे तथा उद्योजक व समाजसेवी नितिन कदम एवं रोहित देशमुख तथा मोहन काटे, विजय खंडेलवाल सहित पं. अभिराज पाण्डेय की प्रमुख उपस्थिति में भगवान परशुराम की उत्सव मूर्ति का पूजन किया गया. जिसके उपरान्त इस उत्सव मूर्ति को सुसज्जित रथ में स्थापित करते हुए शोभायात्रा का शुभारंभ किया गया. इस अवसर पर ब्राह्मण समाजबंधुओं द्वारा पूरे जोशो-खरोश के साथ भगवान परशुराम का जयकारा लगाते हुए पूरे परिसर को गुंजायमान किया गया.

इस शोभायात्रा में मां अंबादेवी मां एकवीरादेवी व छत्रपति शिवाजी महाराज की झांकियों के साथ ही कई सजीव झांकियों का भी समावेश किया गया था, जो सभी के आकर्षण का केंद्र रही. इसके तहत शोभायात्रा में शामिल 10 अलग-अलग ट्रैक्टरों पर बाहुबली हनुमान, बागेश्वर धाम, वीर सावरकर, शहीद भगतसिंह, बालकृष्ण, फौजी, स्वामी विवेकानंद, बाल गंगाधर तिलक तथा भगवान राम की सजीव झांकियों का समावेश किया गया था. इसके साथ ही शोभायात्रा में सबसे आगे चल रहे अश्वों पर राजमाता जिजाउ, रानी लक्ष्मीबाई व रानी दुर्गावती की सजीव झांकी साकार की गई थी. इसके साथ ही शोभायात्रा में सबसे आगे बुलेट पर भगवा ध्वज लेकर चल रही तृषा चौबे नामक भगवा फेटाधारी युवती भी सभी के आकर्षण का केंद्र रही.

इस शोभायात्रा में बैंजो पथक व डीजे पथक द्वारा बजायी जा रही सुमधूर धुनों पर ब्राह्मण समाज के महिला व पुरुष तथा युवक-युवतियां जमकर थिरकते दिखाई दिये. जिनके ठीक पीछे एक सुसज्जित रथ पर शक्तिपीठ के पीठाधीश्वर शक्ति महाराज आसीन थे. साथ ही उनके पीछे-पीछे भगवान परशुराम की उत्सव मूर्ति लेकर चल रहा सुसज्जित रथ था. जिसमें स्थापित भगवान परशुराम की उत्सव मूर्ति का शहर के चौक-चौराहों पर ब्राह्मण समाजबंधुओं सहित विभिन्न समाजबंधुओं द्वारा स्वागत व पूजन किया गया. साथ ही इस शोभायात्रा की अंबापेठ परिसर से निकलकर राजकमल चौराहे पर पहुंचते ही भगवान परशुराम की महाआरती करने के साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ भी हुआ. पश्चात यह शोभायात्रा श्याम चौक, जयस्तंभ चौक, सरोज चौक, प्रभात चौक, जवाहर गेट व सक्करसाथ होते हुए छत्रपुरी बालाजी मंदिर पहुंची. जहां पर इस शोभायात्रा का बडी धूमधाम के साथ समापन हुआ. साथ ही छत्रपुरी बालाजी मंदिर में सभी समाजबंधुओं के लिए महाप्रसाद का आयोजन किया गया था. जिसका सभी ब्राह्मण समाजबंधुओं ने लाभ लिया. इस दौरान विभिन्न चौक-चौराहों पर शोभायात्रा में शामिल ब्राह्मण समाजबंधुओं के लिए ठंडे पानी, शरबत व छांछ के वितरण की व्यवस्था की गई थी.
इस वर्ष इस शोभायात्रा का आयोजन अभा ब्राह्मण महासंघ की अगुवाई में किया गया था तथा संयोजक के तौर पर रमेश उर्फ पप्पू छांगानी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी. जिनके नेतृत्व में आयोजन को सफल बनाने हेतु विभिन्न समितियों का गठन किया गया था और सभी समितियों के पदाधिकारियों ने इस आयोजन को भव्य-दिव्य तरीके से सफल बनाने में अपना योगदान दिया. जिसके तहत स्वागताध्यक्ष एड. प्रशांत देशपांडे व एड. ब्रजेश तिवारी, सहसंयोजक नितिन पाण्डेय, राजू देव, शैलेंद्र मिश्रा, हेमंत पटेरिया, एड. चंदू धुर्वे, दामोदर खंडेलवाल, नमिता तिवारी, निशी चौबे, मीना तिवारी, मीना पाठक, शोभा जोशी व मीना उपाध्याय, पूर्व पार्षद तुषार भारतीय, विवेक कलोती, प्रणय कुलकर्णी, सोनाली करेसिया, स्वाती कुलकर्णी व पद्मजा कौंडण्य सहित प्रा. रविंद्र खांडेकर, सतीश करेसिया, स्वागत व जनसंपर्क समिती के मदनमोहन जोशी, मिलिंद चिमोटे, श्याम शर्मा (रक्तदान), एड. दिप मिश्रा, एड. राजेंन्द्र पांडे, गोपाल दुबे, अरविंद गंगेले, देवराज तिवारी, जयंत कद्रे, विनय शर्मा, सुरज मिश्रा, सुरेश रतावा, विरेंद्र शर्मा, अनिल गौड, दीपक डाबी, अनिल जांगीड, श्याम ओझा, श्याम सी. शर्मा, दिलीप गणोरकर, गोविंद दायमा, दुर्गाशंकर शर्मा, आशिष पुरोहित, सुभाष जांगीड, संजय शर्मा, मनिषा दिक्षीत, सुधा तिवारी, अंजली देव, सारिका मिश्रा, एड. डॉ. नमिता तिवारी, अर्चना तिवारी, कविता शर्मा, ममता दुबे, ओजस्वीनी असनारे, मर्यादा शर्मा, शोभायात्रा समिती के उमेश उर्फ बबलु तिवारी, मोनु देसाई, सुमित डोरले, कपील दुबे, मुकेश ओझा, एड. आदित्य शुक्ला, लकी पांडे, जय जोशी, सनी जोशी, एड. यज्ञेेश शर्मा, वेदप्रकाश जांगीड, गोविंद चुलेट, ऋषी जोशी, एड. सुमित शर्मा, विकास पांडे, विजय उपाध्याय (मसान), प्रचार प्रसार समिति के चंद्रप्रकाश दुबे, अरुण तिवारी, विलास मराठे, लक्ष्मीकांत खंडेलवाल, दयालनाथ मिश्रा, अभिलाष मिश्रा, सुभाष दुबे, मुकेश छांगाणी, प्रदिप देशपांडे, रितेश व्यास, पुजा समिति के पं. वसंत श्रीमाली, पं. दयानंद पाण्डेय, पं. राहुल वाठोडकर, पं. निरज पाण्डेय, पं. गणेश महाराज, पं. अभिषेक तिवारी (गुरु), पं. विजय जोशी, पं. कृष्ण सदावेली, पं. शत्रुगन पाण्डेय, पं. रमन मिश्रा, पं. करण शर्मा, पं. विजय उपाध्याय, पं. गणेश जोशी, पं. दिपक पाठक, पं. योगेश जोशी (अंबादेवी), पं. नंदू दुबे, पं. अशोक जोशी, पं. रोहित पाण्डेय, पं. लखन पंचारीया, पं. अवधेश पाण्डेय, सुरक्षा समिती के शाकाल तिवारी, आशिष मिश्रा, शुभम शर्मा, विक्की पनीया, विरेंद्र उपाध्याय, रोहित मिश्रा, अनुपम मिश्रा, विक्की तिवारी, जयदिप सराफ, मनिष दुबे, कुणाल शर्मा, राजु दुबे, मनिष चौबे, सागर शर्मा, रोहित छांगाणी, अन्नु शर्मा, आशिष डोले व सागर व्यास, अ. भा. ब्राह्मण महासंघ के अमरावती जिलाध्यक्ष डॉ. शशांक दुबे, महासचिव राजेश व्यास, कोषाध्यक्ष दीपेंद्र मिश्रा, संगठन प्रमुख दीपक शर्मा (मानका), युवा संगठन प्रमुख नीतेश शर्मा, शहराध्यक्ष अनिल मिश्रा, शहर महासचिव सुनील तिवारी, महिला शहराध्यक्ष एड. संजुला चौबे, महासचिव भावना मिश्रा, युवा आघाडी शहराध्यक्ष विजय उर्फ विक्की शर्मा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विनोद तिवारी, एड. मनोज धर्माधिकारी, राजू शर्मा, ललित जोशी, भारतीय शर्मा, सतीश व्यास, सूरजप्रकाश मिश्रा, प्रमोद जोशी, मीना तिवारी व प्रिया भारती, गौड ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष नीतेश पाण्डेय, गुजराती ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष हर्षद उपाध्याय, हिंदी भाषीय ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष रमेश दुबे, सरयूपारिण ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष मुकेश तिवारी, श्रीमाली ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष दीपक श्रीमाली, श्रोत्रिय ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पं. अभिराज पाण्डेय, सिंधी ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष रमेश शर्मा, सारस्वत ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष अशोक ओझा, कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष राकेश शुक्ला, गुर्जर गौड ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष गोपाल शर्मा, पुष्करणा ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष मदनमोहन जोशी, डाबी ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष महेंद्र डाबी, शाकद्वीपिय ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष संतोष शर्मा, महाराष्ट्रीय ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष मोहन काटे, पारीक ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष वीरेंद्र पाण्डेय, सिखवाल ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष शिवनारायण पाण्डेय, चित्पावन-कोकनस्थ ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष श्रीरंग फाटक, खंडेलवाल ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पवन जोशी, दाधिच ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत आसोपा, राजस्थानी ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष नीतिन पाण्डेय, जिजोदिया ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष अनुराधा हेमंत पटेरिया, पालिवाल ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष घनश्याम सोनी, वैष्णव ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पवन रामावत, सुवर्णकार ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष संजय साखरे व जांगीड ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष सुनील जांगीड ने महत प्रयास किये. साथ ही इस शोभायात्रा में अमरावती शहर में रहने वाले सभी ब्राह्मण समाजबंधु अपने परिवार सहित शामिल हुए थे.

* सजीव झांकियों ने मन मोहा

इस शोभायात्रा में कई सजीव झांकियों का समावेश किया गया था. जिसके तहत सूरज पवार ने बाहुबली हनुमान, सिद्धेश शेंद्रे ने बागेश्वर धाम, सृष्टि मेहता ने झांसी की सानी, अश्मिता मिश्रा ने रानी दुर्गावती, किंजल तिवारी ने राजमाता जिजाउ, अमितेश मिश्रा ने वीर सावरकर, प्रणव मिश्रा ने शहीद भगतसिंह, अध्ययन मिश्रा ने बालकृष्ण, रुद्र त्रिपाठी ने फौजी, कृष्णा शुक्ला ने स्वामी विवेकानंद, यशीका सेवक ने लोकमान्य तिलक तथा निकिता शुक्ला ने अयोध्या में विराजीत रामलला की सजीव झांकी साकार की. इन सभी सजीव झांकियों ने शोभायात्रा में शामिल समाजबंधुओं के साथ ही नगरवासियों का भी ध्यान आकर्षित किया.

* खोडके परिवार ने भी दी भेंट, किया पूजन

स्थानीय राजकमल चौराहे पर शोभायात्रा के पहुंचते ही विधायक सुलभा खोडके व राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके एवं उनके सुपुत्र व रायुकां के नेता यश खोडके ने भी सदिच्छा भेंट देते हुए भगवान परशुराम की उत्सव मूर्ति का पूजन किया. जिन्हें ब्राह्मण समाजबंधुओं की ओर से भगवान परशुराम की प्रतिमा भेंट की गई.

* राजकमल व जयस्तंभ पर हुई पुष्पवर्षाविशेष उल्लेखनीय है कि, जब यह शोभायात्रा अंबापेठ से निकलकर राजकमल चौक व जयस्तंभ चौक पर पहुंची, तो उडानपुल के उपर से उस शोभायात्रा पर जमकर पुष्पवर्षा की गई. साथ ही जवाहरगेट पर इस शोभायात्रा के पहुंचते ही ब्लोअर से शोभायात्रा में शामिल समाजबंधुओं पर कागज की पंखुडियां उडाई गई. जिससे सभी समाजबंधुओं का उत्साह बढा.

* ब्राह्मण समाजबंधुओं की दिखी एकजूटता

भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर आयोजित इस शोभायात्रा में विभिन्न शाखाओं व भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले ब्राह्मण समाजबंधु पूरी तरह से एकजूट दिखाई दिये. ‘न शाखा भेद, न भाषा भेद, सारे ब्राह्मण एक’ का ब्रिदवाक्य लेकर आयोजित इस शोभायात्रा में ब्राह्मण समाज ने खुद को सामाजिक रुप से पूरी तरह संगठित दिखाया.

* जगह-जगह हुआ छांछ, आमरस व शरबत का वितरण
इस शोभायात्रा के स्वागत हेतु शहर में जगह-जगह पर ठंडे पानी व शरबत के वितरण की व्यवस्था की गई थी. जिसके तहत राजकमल चौराहे पर शिवशक्ति प्रतिष्ठान की ओर से छांछ व दुग्धपूर्णा प्रतिष्ठान की ओर से आमरस तथा जवाहरगेट मार्ग पर हनुमानदास मानका (कांचवाले) की ओर से ठंडे शरबत का वितरण किया गया. इसके अलावा शहर में विभिन्न चौक-चौराहों पर कई स्वयंसेवी व सामाजिक संगठनों की ओर से भी ठंडे पानी व शरबत के वितरण की व्यवस्था की गई थी. विशेष उल्लेखनीय यह भी था कि, इस शोभायात्रा के साथ ठंडे पानी की सेवा देने वाला शीतल जलरथ भी चल रहा था. जिसके जरिए अंबापेठ से छत्रपुरी बालाजी मंदिर तक शोभायात्रा में पैदल चलने वाले समाजबंधुओं द्वारा जलसेवा का लाभ लिया जा रहा था.

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