भगवान विश्वकर्मा वास्तुशास्त्र के विश्व शिल्पकार
प्राचार्य दिलीपराव शेलोटकर का प्रतिपादन
अमरावती/दि.1– भगवान विश्वकर्मा वास्तुशास्त्र के विश्व शिल्पकार है, ऐसा प्रतिपादन प्राचार्य दिलीपराव शेलोटकर ने व्यक्त किया. वे सकल ओबीसी समन्वय समिति के मुख्य समन्वयक इंजि. वासुदेवराव चौधरी तथा बाराबलुतेदार महासंघ अमरावती जिलाध्यक्ष डॉ. श्रीराम कोल्हे की संकल्पना से आयोजित संत महिमा व्याख्यानमाला में बोल रहे थे. उन्होंने सरल भाषा में मार्गदर्शन किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता नाशिक के चंद्रकांत गवली ने की तथा प्रमुख अतिथि के रुप में सकल ओबीसी समन्वय समिति के मुख्य समन्वयक इंजि. वासुदेवराव चौधरी डॉ. श्रीराम कोल्हे, सौद्र शेलोटकार, दामोदर बिडवे, बापुसाहेब येशीकर, शंकरराव ताटर, कृष्णराव चारघोडे, दीपक तंडारे, सुभाषराव हिवलीकर, शोभा नवलकर, शोभा चारघोडे, अनिल शिंदे, प्रमोद वाघ, धनराज वेलनकर अनुष्का बेलोरकर, प्रकाश कांडरे, नीलेश विश्वकर्मा उपस्थित थे.
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान विश्वकर्मा के पूजन व जयघोष से की गई. उसके पश्चात अतिथियों का सत्कार शाल व स्मृतिचिन्ह भेंट देकर किया गया. डॉ. श्रीराम कोल्हे ने सभी उपस्थितों का शब्द सुमन द्वारा स्वागत किया. कार्यक्रम का प्रास्ताविक अनुष्का बोलोरकर ने किया तथा संचालन पूर्व शिक्षक ओंकारराव राउत ने किया.
इस समय एड. नंदेश अंबाडकर, शांताराम होले, राजाराम हाडोले, संजय नागोले, वी. दा. पवार, डॉ. विजय भोजने, गणेशराव मानकर, संदीप राउत, रुपेश फसाटे, शिवम घोगले, दादाराव श्रीखंडे, डॉ. अशोक उमप, अन्नपूर्णा जंगले, वैशाली धापुलकर, रमेश सालपे, उदाराम शेलोटकर, गजानन ढोले, रवींद्र पाटमासे, सुधीर पिंपलकर, सुभाष हिवलेकर, सचिन पराये, नरेश पाटमासे, भारती पाटमासे, राजेश शेलोटकार आदि उपस्थित थे.