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शहर में 60 पेट्रोल पंपों को हुआ 2.50 करोड का नुकसान

अचानक पेट्रोल-डीजल के दाम घटने का ऐसा भी परिणाम

अमरावती/दि.23– विगत शनिवार को केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में कटौती करने का निर्णय लिया गया. जिसके तहत पेट्रोल व डीजल सहीत घरेलू गैस सिलेंडरों के दाम घटा दिये गये. जिससे आम उपभोक्ताओं को कुछ हद तक राहत मिलती नजर आयी. किंतु सप्ताहांत में की गई इस दर कटौती की वजह से शहर के 60 पेट्रोल पंप संचालकों को करीब ढाई करोड रूपये का आर्थिक नुकसान सहन करना पडा है.
बता दें कि, विगत शनिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने पेट्रोल पर 8 रूपये व डीजल पर 6 रूपये की सेंट्रल एक्साईज ड्यूटी को घटाने की घोषणा की. जिसके साथ ही पेट्रोल की वर्तमान दरों में 9 रूपये 50 पैसे व डीजल की वर्तमान दरों में 7 रूपये प्रति लीटर कमी आयी. इसके साथ ही घरेलू गैस के तौर पर प्रयुक्त होनेवाले एलपीजी सिलेंडरों के दामों में भी 200 रूपये प्रति सिलेंडर की कटौती कर दी गई. जिसके चलते अब अमरावती में पेट्रोल 112.04 रूपये तथा डीजल 96.52 रूपये प्रति लीटर के दाम पर बिक रहा है. हालांकि इसके बाद राज्य सरकार ने भी पेट्रोल व डीजल के दामों में राज्यस्तर पर लगाये जानेवाले सेस को कम करने की घोषणा की थी. लेकिन अब तक इसे लेकर राज्य सरकार द्वारा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है. ऐसे में फिलहाल केंद्र सरकार द्वारा की गई कटौती ही लागू है.
उल्लेखनीय है कि, केंद्र सरकार द्वारा शनिवार को पेट्रोलियम पदार्थों की दर कटौती को लेकर आदेश जारी किया गया, जिसे तुरंत प्रभाव से लागू भी कर दिया गया. चूंकि शनिवार व रविवार को सप्ताहांत रहने के चलते डिपो से पेट्रोल व डीजल की आपूर्ति नहीं होती. ऐसे में शहर के सभी पेट्रोल पंप संचालकों ने अगले दो दिन की जरूरत के लिहाज से अपना स्टॉक फुल भर रखा था. किंतु शनिवार को अकस्मात ही दर कटौती की घोषणा हो गई. ऐसे में सभी पेट्रोल पंप संचालकों को घटाई गई दरों पर पेट्रोल व डीजल की बिक्री करनी पडी. ऐसे में शुक्रवार की शाम व शनिवार की सुबह तक पहलेवाली दरों पर पेट्रोल व डीजल के स्टॉक की खरीदी कर चुके पेट्रोल पंप संचालकों को खरीदी से कम दरों पर पेट्रोल व डीजल की नई दरों के हिसाब से बिक्री करनी पडी. जिसके चलते शहर करीब 60 पेट्रोल पंप संचालकों को अनुमानित तौर पर ढाई करोड रूपये का नुकसान हुआ है. वहीं अब इस संदर्भ में महाराष्ट्र सरकार द्वारा दरकटौती को लेकर की जानेवाली घोषणा पर सभी का ध्यान लगा हुआ है.

* राज्य सरकार ने नहीं दी है कोई राहत
वहीं इस बीच बेहद विश्वस्त सूत्रों से पता चला कि, राज्य सरकार द्वारा पेट्रोल व डीजल पर अपनी ओर से कोई राहत या छूट नहीं दी गई है. ऐसे में गत रोज इसे लेकर प्रकाशित खबरें पूरी तरह से निराधार कही जा सकती है. इस सूत्र के मुताबिक केंद्र सरकार ने अपने सेंट्रल एक्साईज टैक्स में पेट्रोल पर 8 रूपये तथा डीजल पर 6 रूपये प्रति लीटर की छूट दी है. जिसकी वजह से जाहीर तौर पर पेट्रोल पर लगनेवाले वैट में भी कमी आयेगी. यहीं वजह है कि, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारामन ने पेट्रोल के 9 रूपये 50 पैसे व डीजल के 7 रूपये प्रति लीटर से दाम घटने की बात कही थी. वहीं अब पेट्रोल व डीजल की दरें कम होने के चलते इन दोनों पेट्रोलियम पदार्थों पर राज्य सरकार द्वारा लगाये जानेवाले वैट का प्रमाण भी घटेगा. जिसके चलते गत रोज यह खबर फैल गई कि, राज्य सरकार भी अपनी ओर से पेट्रोलियम पदार्थों के दाम घटाने जा रही है. जबकि हकीकत ऐसी नहीं है और राज्य सरकार ने अपनी ओर से पेट्रोल व डीजल पर लगनेवाले राज्य आबकारी शुल्क में किसी तरह की कोई कटौती नहीं की है. बल्कि केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल व डीजल के दाम घटा दिये जाने के चलते अपने आप ही इस पर राज्य सरकार द्वारा लगाये जानेवाले वैट की दरों में कमी आयी है.

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