* वडाली के वनपरिक्षेत्र कार्यालय को दिया निवेदन
नांदगांव खंडेश्वर/ दि. 26- तहसील के माहुली चोर गांव के पूर्व व पश्चिम क्षेत्र के वन विभाग के बबूल के पेड है. जिसके कारण इन क्षेत्र में वन्यप्राणियों ने बडी संख्या में आतंक मचाया है. ये वन्यप्राणी किसानों की फसलों का बहुत नुकसान करते है. पहले ही किसान प्राकृतिक के वातावरण से तथा बारिश न होने, कभी अधिक बारिश से परेशान है. इसमें भी वन्यप्राणियों के आतंक के कारण किसानों को और परेशानी का सामना करना लगता है. वे वन्यप्राणियों का बंदोबस्त कर हुए नुकसान की भरपाई देने की मांग वडाली के वनपरिक्षेत्र कार्यालय से निवेदन द्बारा की है.
माहुली चोर गांव के पूर्व व पश्चिम क्षेत्र में वन विभाग बबूल के पेड तथा जलू नदी है. वन विभाग की इस बबूल के वन में नीलगाय, हिरण, सूअर, बंदर इन वन्यप्राणियों का आतंक है. दिन में बंदर तथा रात में नीलगाय, हिरण, सूअर ये प्राणी खेत में जाकर फसलें खाते है तथा फसलों को नष्ट करते है. इन प्राणियों से फलों की रक्षा के लिए अनेक किसान इन बारिश के दिनों में भी खेत में रात में भी रूककर खेत की देखभाल करते है. लेकिन फिर भी प्राणी खेत मेें आकर फसलों को नष्ट करके चले जाते है.
निरंतर अकाल की स्थिति के कारण फसल बोते समय किसान निराश हो गया है. उसी समय बेहिचक खर्च करके परिश्रम करके बोयी गई
फसल वन्यप्राणियों द्बारा नष्ट कर दी जाती है. किंतु वन्यप्राणी नुकसान करते है. जिसके कारण किसानों के हाथ में आया मुंह का कौर छीना जा रहा है. वन्यप्राणियों की ओर से फसलों के नष्ट होने से परिसर के किसान संकट में दिखाई दे रहे है. इस ओर वन विभाग गंभीरता से ध्यान देकर नुकसान की जांच करें तथा संबंधित किसान को नुकसान भरपाई दिलवाए. उसी प्रकार वन्यप्राणियों का कायम बंदोबस्त करने के लिए उपाययोजना करें, ऐसी मांग की जा रही है.
वन्यप्राणियों द्बारा फसलों के नुकसान संबंध में वन विभाग से शिकायत करने पर मिलनेवाली सहायता अत्यंत कम है तथा वन विभाग वन्य प्राणियोेें का बंदोबस्त करने के लिए उपाययोजना करें. ऐसी मांग की जा रही है.
वन्य प्राणियों ने किए गए फसलों के नुकसान संबंध में वनविभाग के पास शिकायत करने पर मिलनेवाली सहायता अत्यंत कम है. वन विभाग वन्य प्राणियों का कायमस्वरूप में बंदोबस्त करें तथा किसानों को शिकायत के लिए आवेदन करने की सुविधा के लिए नियमानुसार कर्मचारी दे. इस संबंध की मांग किसान निखील चोरे, रोशन पवार, विनेश गायकवाड, सचिन कोकाटे, वैभव चौरे, अक्षय पवार, राजेश पवार, गोपाल दानखडे, अशोक कुलकर्णी, गजानन चोरे, गणेश जगताप, अरविंद चोरे, महेश् कोल्हे, प्रदीप चोरे, सुधीर कोरडे,बाबू वाघ, सहित माहुली के अनेक किसानों से वनविभाग से की है.
* वन्य प्राणियों को मारने की अनुमति दें
मेरे खेत में 5 एकड सोयाबीन की फसल बोयी थी. उसमें से वन्यप्राणियों ने लगभग साढे चार एकड पर फसल खाने से फसलों का नुकसान हुआ है. अत: वन विभाग वन्य प्राणियों को मारने की अनुमति दे या तो उनका बंदोस्त करें. ‘’
– अशोक तिखिले, किसान माहुली
वन्यप्राणियों ने की तीन एकड फसल नष्ट , नुकसान भरपाई दे
तीन एकड पर मेरे खेत में बोया सोयाबीन फुल अवस्था में होने से खेत में लगकर जंगल होने से तीन एकड पर लगभग सभी सोयाबीन वन्य प्राणियों ने नष्ट कर दिया. जिसके कारण बडी मात्रा में फसलों का नुकसान हुआ है. जिससे किसानों का झटका बैठा है. शासन हुए नुकसान की भरपाई दें
सुनील तिखिले, किसान माहुली चोर