अमरावती

फसलों का नुकसान फिर भी पैसेवारी 60 पैसे

पश्चिम विदर्भ के किसानों में आश्चर्य

* उत्पादन में घट होने के संकेत
अमरावती/दि.03– इस सीजन में अमरावती विभाग में अगस्त में बारिश लगातार नहीं हुई. 0 उसके बाद कुछ क्षेत्र में अतिवृष्टि, लगातार बारिश के कारण सोयाबीन, कपास के साथ अन्य फसलों का बहुत नुकसान हुआ. ऐसे में अब प्रशासन नजर अंदाज कर पैसेवारी 60 पैसे घोषित किए जाने से से किसानों में आश्चर्य व्यक्त हो रहा है.
विभाग के 5 जिले में खरीफ सीजन 2023-24 के सीजन नजर अंदाज ैपैसेवारी हर साल 30 सितंबर को घोषित की जाती है. विभागीय आयुक्त डॉ. निधि पाण्डेय ने पांचों जिले की पैसेवारी घोषित की है. पैसेवारी से प्रत्येक जिले की फसल की स्थिति व उत्पादन की स्थिति स्पष्ट की जाती है. इस साल मौसमी बारिश देरी से होने से बुआई देरी से हुई है. उसमें भी जुलाई में अतिवृष्टि व अगस्त महिना सूखा जाने से कुछ जिले में अकालग्रस्त स्थिति निर्माण हो गई है. राज्य के 13 अकालग्रस्त जिले में अमरावती सहित कुछ जिले का समावेश है. इस दौरान अब घोषित हुई पैसेवारी से अकाल स्थिति न होने का दिखाई दे रहा हैै.
विभाग के 5 जिले में कुल 7400 गांव में से 7239 गांव रोपण के योग्य है इन सभी गांव की खरीफ सीजन की नजर अंदाज पैसेवारी 50 से अधिक हुई है. औसतन 60 पैसे पैसेवारी निकाली गई है.
अमरावती की पैसेवारी 60 पैसे, अकोला 57 पैसे, यवतमाल 61 पैसे, बुलढाणा 60 पैसे व वाशिम जिले की पैसेवारी 62 पैसे निकाली गई है. इस पैसेवारी से किसानों में असंतोष निर्माण होगा.साधारण तौर पर 50 पैसे की अपेक्षा कम पैसेवारी आने पर अकाल स्थिति का निकष लागू होता है. किंतु वह लागू नहीं होगा. जिसके कारण अमरावती विभाग के पांचों जिले में किसानों को अकालग्रस्त सुविधा से मुंह फेरना पडेगा.

* जिला व गांवनिहाय पैसेवारी
जिला          कुल गांव    पैसेवारी
अमरावती      1990          60
अकोला          990           57
यवतमाल       2046          61
बुलढाणा        1420          60
वाशिम            793          62

* यवतमाल जिले की 61 पैसे फसल पैसेवारी
इस साल खरीफ सीजन में जिले में दो लाख 56 हजार हेक्टर पर फसलों का नुकसान होकर 10 हजार हेक्टर पर कृषि अतिवृष्टि से उखड गई. जिले के किसान बारिश की लहर के कारण निराश हो गए है. प्रशासन ने शनिवार को घोषित की गई नजर आणेवारी में जिले में 2 हजार 46 गांव की पैसेवारी 61 पैसे घोषित की. जिसके कारण फसलों की स्थिति उत्तम होने का निष्कर्ष निकल रहा है. जिससे किसानों का बडा नुकसान होने का खतरा है.

* बुलढाणा की 6 तहसील में चित्र गंभीर
कृषि प्रधान जिले की खरीफ सीजन की नजर पैसेवारी हुई है. वह खतरे की चेतावनी देनेवाली है.सोयाबीन सहित अन्य फसलों की एकड उत्पादन में विशेष घट होने की संकेत है. मलकापुर 54 पैसे, देउलगांव राजा 55, मोताला 56, नांदुरा 58, खामगांव 56, जलगांव 55 इस तहसील में पैसेवारी गंभीर है. बुलढाएाा 69 पैसे, चिखली 60, मेहकर 61, लोणार 60, सिंदखेडराजा 65, शेगांव 60, संग्रामपुर 66 में प्राथमिक पैसेवारी संतोषजनक नहीं है.

* गोंदिया जिले की 915 गांव की पैसेवारी 50 पैसे से अधिक
गोंदिया जिला प्रशासन ने जिले की पैसेवारी 0.15 निकाली है. 4 गांव की पैसेवारी 50 पैसे की अपेक्षा कम है. 915 गांव के पैसेवारी 50 पैसे से उपर है. गोंदिया तहसील की 153 गांव में से 149 गांव की पैसेवारी 50 पैसे से उपर है. गोंदिया तहसील की पैसेवारी 95 पैसे निकली. गोरेगांव तहसील की 99 गांव मैं से 94 गांव की पैसेवारी 50 पैसे से अधिक है. कुल जिले की 995 गांव की पैसेवारी 50 पैसेसे उपर होने की रिपोर्ट जिलाधिकारी चिन्मय गोतमारे ने विभागीय आयुक्त को प्रस्तुत की है.

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