अमरावती

मूसलाधार बारिश से खेतों का नुकसान, फसलों को धोखा

फसल बीमा निकालने की अवधि 31 जुलाई तक

अमरावती/दि.18-जिले में लगातार मूसलाधार बारिश से नदी-नालों को बाढ़ आ गई है. इसमें नदी किनारे की खेती बर्बाद हो गई है. बावजूद इसके 25 हजार हेक्टर में बारिश के कारण 33 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है. वहीं इस बार से 80ः110 ऐसी कप एंड कप मॉडल इस प्रमाण में योजना शुरु रहने से किसानों को फसल बीमा का लाभ हो सकता है. फसल बीमा निकालने का आवाहन जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी अनिल खर्चान ने किया है.
इस बार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए सरकार ने 1 जुलाई को मंजूरी दी है. जिसके अनुसार नैसर्गिक आपत्ति, कीड़ व रोगों के कारण फसलों का नुकसान होने पर किसानों को फसल बीमा सुरक्षा मिलती है. बावजूद इसके नावीन्यपूर्ण व सुधारित मशागत का तकनीकी ज्ञान का इस्तेमाल करने हेतु प्रोत्साहन मिलता है. फसल नुकसान की कठिन स्थिति में भी किसानों का आर्थिक स्थैर्य अबाधित रहता है व कृषि क्षेत्र के लिए पतपुरवठे में सातत्य रखे जाने की जानकारी कृषि विभाग ने दी. अमरावती जिले के लिए भारतीय कृषि बीमा कंपनी नियुक्त की गई है. इस बार खरीफ मौसम के लिए शासन ने भारतीय कृषि बीमा कंपनी की नियुक्ति की है. किसानों से संबंधित कागजपत्रों सहित लिखित आवेदन बैंक में प्रस्तुत कर किसान हिस्सा भरना महत्वपूर्ण है,हफ्ता भरी गई प्रति किसानों से संभालकर रखने का आवाहन किया गया है.
प्रधानमंत्री फसल बीमा में सहभागी होने के लिए 31 जुलाई तक का समय है. किसान हिस्सा खरीफ के लिए दो प्रतिशत, रब्बी को डेढ़ प्रतिशत व नकद फसल के लिए पांच प्रतिशत है.

इस बार के खरीफ मौसम में अधिकाधिक किसानों से सहभागी होकर फसल बीमा योजना का लाभ लेने व इस योजना की अधिक जानकारी के लिए करीब के कृषि कार्यालय से संपर्क किया जाए.
– के.एस. मुले, विभागीय कृषि सहसंचालक

Related Articles

Back to top button