जिले में हजारों हेक्टेयर फसलों का नुकसान
हर ओर बस पानी ही पानी, ‘बलिराजा’ के माथे पर चिंता की लकीरे
अमरावती/दि.19– जहां विगत अनेक दिनों से अमरावती जिले में दमदार बारिश होने की प्रतीक्षा की जा रही थी, वहीं गत रोज ही मुसलाधार बारिश ने राहत पहुंचाने की बजाय जिले में परेशानियों को बढाने का काम किया है और इस बारिश की वजह से जिले के लगभग सभी ग्रामीण इलाकों में हजारों हेक्टेयर क्षेत्रफल में खेती-किसानी का काफी नुकसान हुआ है. कई तहसील क्षेत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कई इलाकों के घरों में बारिश का पानी जा घुसा है. साथ ही खेतों में जलजमाव की स्थिति बन गई है. इसके अलावा नदी-नालों में आयी बाढ की वजह से कई ग्रामीण इलाकों का एूक-दूसरे से संपर्क टूट गया है.
आष्टी-टाकरखेडा मार्ग पर बना तालाब
गत रोज दोपहर के समय टाकरखेडा शंभू परिसर में बिजली की तेज गडगडाहट के साथ मूसलाधार बारिश हुई. जिसके चलते क्षेत्र के सभी खेतों में जलजमाव की स्थिति दिखाई दी. वहीं साउर गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गया. गांव के कई घरों में बारिश का पानी घुसने की वजह से लोगोें को भारी परेशानियों का सामना करना पडा. यहां से होकर बहनेवाले रेणूका तालाब में बाढ आ गई. इसी के बीच अपरान्ह डेढ बजे के आसपास बिजली आपूर्ति खंडित हो गई. जिससे परेशानियां और अधिक बढ गई.
खारतलेगांव में पुलिया से ओवरफ्लो, यातायात ठप्प
रविवार की दोपहर 2 बजे के आसपास हुई मूसलाधार बारिश की वजह से आष्टी मंडल परिसर के नदी-नालों में अचानक बाढ आ गई. जिसके चलते अमरावती-दर्यापुर मार्ग पर खारतलेगांव के पास रास्ते पर बनी छोटी पुलियां के उपर से बाढ का पानी बहने लगा. ऐसे में पुलियां के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई और यहां पर करीब एक से डेढ घंटे तक आवाजाही प्रभावित रही.
हिरूल व सर्फाबाद में 300 एकड खेती डूबी, 100 घरों में घूसा पानी
चांदूर बाजार तहसील के हिरूल व सर्फाबाद इन दो गांवोें को बारिश की वजह से काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडा. जहां पर दोनों गांवों के खेत परिसर में करीब 300 एकड से अधिक खेत बारिश के पानी में डूब गये और खेतों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई. वहीं हिरूल गांव में 100 से अधिक घरों में बारिश का पानी जा घुसा. अचानक हुई और झमाझम बरसी बारिश की वजह से यहां पर लगभग बादल फटने जैसे हालात उपज गये थे. इसके अलावा तहसील के नदी-नाले किनारे बसे अन्य गांवों को भी इस बारिश की वजह से नुकसान का सामना करना पडा. सिरजगांव बंड ग्राम पंचायत अंतर्गत पटवारी कालोनी के पीछे स्थित कोंडे कालोनी में बडे पैमाने पर बारिश का पानी घुस जाने की वजह से यह परिसर तालाब में तब्दील हो गया था. जिसकी वजह से घरों और फसलों का काफी नुकसान हुआ है.
नांदूरा में पेढी नदी उफान पर, नदी-नाले हुए एक
गत रोज अचानक हुई बारिश की वजह से कठोरा-चांदूर बाजार रोड पर नांदूरा गांव में नदी-नाले एक हो गये और नांदूरा से होकर बहनेवाली पेढी नदी में बाढ आ गई. इस बाढ का पानी रास्ते पर जमा हो जाने की वजह से आम नागरिकों को कई तरह की समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडा.
पनोरा में घरों का हुआ काफी नुकसान
दर्यापुर तहसील में हुई मूसलाधार बारिश की वजह से पनोरा गांव के वारूला क्षेत्र में बारिश का पानी घुस जाने के चलते 7 से 8 घरों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. यहां से होकर बहनेवाले लेंडी नाले में आयी बाढ के चलते कई लोगों के घरों में कमर की उंचाई तक पानी भर गया और बडे पैमाने पर जीवनावश्यक वस्तुओं का नुकसान हुआ. जिसके पश्चात ग्राम पंचायत पदाधिकारियों सहित राजस्व अधिकारियों द्वारा तुरंत इस परिसर का दौरा किया गया और क्षेत्रवासियों को राहत व सहायता देने हेतु प्रयास तेज किये गये.
फसलों के नुकसान का तत्काल पंचनामा करें, तुरंत सहायता दें– यशोमति ठाकुर
जिले में रविवार को हुई जबर्दस्त बारिश की वजह से हुए नुकसान को लेकर तत्काल पंचनामा करने के आदेश पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा रविवार को जारी किये गये. इसके तहत उन्होंने कहा कि, जिन इलाकों में बारिश की वजह से नुकसान हुआ है, वहां अधिकारियों द्वारा प्रत्यक्ष पहुंचकर पंचनामे किये जाने चाहिए और गांव में किसानों के साथ संवाद साधते हुए पूरी जानकारी ली जानी चाहिए. पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, एक भी किसान और नुकसान प्रभावित व्यक्ति सहायता से वंचित नहीं रहना चाहिए.