* हिंगोली से दिवाली तक आयेगा 500 गाडी गेंदा
अमरावती/ दि. 9- दिवाली पर फूलों की लडियों और वंदनवार की सजावट प्रत्येक करता है. इस बार दशहरा के बाद दिवाली पर भी गेंदे की भरपूर आवक होने से रेट सीमित है जिससे फूल विक्रेता अवि उर्फ अविनाश देउलकर ने लोगों से अपने घर, दफ्तर, दुकान सजाने की अपील की है. होलसेल मार्केट में आज शाम से गेंदे की गाडियों की आमद शुरू हो जायेगी. उन्होंने बताया कि मोटे तौर पर गेंदे का थोक रेट केवल 20-30 रूपए किलो रहने से आम आदमी की पहुंच में माल रहेगा. अमरावती के थोक फूल मार्केट में हिंगोली परिसर से गेंदा फूल बडी मात्रा में लाया जाता है.
* इस प्रकार है रेट
गेंदा 20 रूपए किलो, शेवंती 60 रूपए किलो, प्लस्टर 100 रूपए, झरबेरा 50 रूपए बंडल, टचरोज 150 रूपए बंडल, कलर डचरोज 180 रूपए बंडल, शेवंती मम 250 रूपए बंडल, गजरे 300रूपए, सादा गुलाब 150 रूपए किलो बिक रहे हैं. यह थोक मार्केट के रेट है. अमरावती में मोटे तौर पर 400 फुटकर पुष्प विक्रेता है. थोक पुष्प मार्केट में 12-15 कारोबारी रहने की जानकारी मार्केट सूत्रों ने दी.
* प्लास्टिक ने किया मार्केट खराब
देउलकर सहित अमरावती होलसेल मार्केट में लगभग एक दर्जन थोक विक्रेता है. उन्होेने बताया कि शेवंती के अलावा अन्य गुलाब, जरबेरा की भी आवक अच्छी है. स्टोरेज की समस्या के साथ ही प्लास्टिक के माल ने असल फूलों की कीमत घटा दी है. हूबहू गेंदे जैसे फूलों की लडियां प्लास्टिक में मिलने से लोग असल गेंदे को नकार देते हैं. यह भी कीमत कम होने का एक बडा कारण बताया जा रहा है.
* उत्पादकों का घाटा
आर्यन फ्लॉवर शॉपी के पंकज बिजवे ने बताया कि अमरावती में सभी तरफ से माल की आवक हो रही है. किंतु देखा जाए तो रेट कम होने से और कोल्ड स्टोरेज के अभाव में उत्पादकों को मिले उस दाम में माल बेचना पडता है. उनका घाटा हो जाता है. दशहरे पर कई विक्रेताओं को माल सडक पर फेंकना पडा था.
* तोरण का धंधा केवल 30 प्रतिशत
पहले दुकानों, प्रतिष्ठानों, दफ्तरों पर सुंदर फूलों की वंदनवार सजाई जाती थी. प्लास्टिक का पर्याय आने के बाद से इसमेें बडी गिरावट आ गई है. अब तोरण का केवल 30 प्रतिशत व्यवसाय रह गया है. इस बार दाम कम होने से कदाचित लोग गेंदे की बडी सुंदर वंदनवार को प्राथमिकता दें, ऐसा भरोसा थोक फूल विक्रेताओं ने जताया. उन्होंने बताया कि आज से 15 क्विंटल की 5-5 गाडियां आना आरंभ हो जायेगा. दिवाली तक 500 क्विंटल से अधिक गेंदा अमरावती में आयेगा. यहां नगर जिले से शेवंती, पुणे से जरबेरा, शिर्डी से गुलाब पुष्पों की आवक होती है.